सोमवार, 4 मार्च 2019

राज्यसभा: शून्यकाल के बीच में ही अटकी कार्यवाही


हंगामे ने फिर रोकी राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा, दो बिल पेश
नई दिल्ली
संसद के बजट सत्र में पिछले नौ दिनों की कार्यवाही में पहली बार मंगलवार को सदन में बनी सहमति के बाद शून्यकाल की शुरूआत हुई, लेकिन यूपी में सपा अध्यक्ष अखिलेश के मुद्दे पर हंगामे के कारण बीच में ही कार्यवाही अटक गई। इसके बाद उच्च सदन की कार्यवाही पटरी पर नहीं आ सकी और हंगामे के कारण दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। हालांकि इसी हंगामे में दो विधेयक पेश किये गये, जबकि राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अधूरी चर्चा आगे नहीं बढ़ सकी।
राज्यसभा में मौजूदा सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध के बाद मंगलवार को बाकी बचे दो दिनों की कार्यवाही में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव और अंतरिम बजट पर चर्चा और उन्हें पास कराने के अलावा कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पास कराने पर सहमति बनी। इसी सहमति के तहत मंगलवार को शून्यकाल शुरू हुआ, जिसमें विभिन्न दलों ने महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए, लेकिन इसी बीच सपा के प्रो. रामगोपाल यादव ने यूपी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में उडान भरने से रोके जाने का मामला उठाने का  प्रयास किया, जिन्हें अनुमति न देने पर सपा और अन्य दलों के हंगामे के कारण करीब 11.40 बजे सदन की कार्यवाही को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया। इससे पहले सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखवाया। जबकि नायडू ने कुछ सदस्यों द्वारा अपने अपने विषय उठाने के लिए नियम 267 के तहत दिये गये नोटिस नामंजूर कर दिये।
उच्च सदन की कार्यवाही फिर दोपहर बाद दो बजे शुरू होने पर सपा के रामगोपाल यादव फिर से अपना मुद्दा उठाने के लिए अपनी सीट पर खड़े हो गये और सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और राजद के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए तो उन्हें शांत होने की अपील करते हुए वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ल को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाएं केन्द्र प्राधिकरण विधेयक 2019 विधेयक पेश करने को कहा, जिन्होंने इस विधेयक को पेश किया। इसके साथ ही पीठ से मिली अनुमति से सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने चलचित्र (संशोधन) विधेयक पेश किया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को आगे बढ़ाने को कहा, लेकिन सदन में हंगामा न थमते देख कुछ मिनटों बाद ही सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। दो बार के स्थगन के बाद बैठक फिर शुरू होने पर सदन में हंगामे का वही नजारा रहा तो सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। इस हंगामे के कारण पिछले सप्ताह से राष्ट्रपति के अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव पर अधूरी चर्चा अटकी रह गई।
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कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग
राज्यसभा में मंगलवार को जदयू की एक सदस्य जदयू की परवीन कहकशां ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की। इस मुद्दे पर रामचंद्र प्रसाद सिंह, रामनाथ ठाकुर, डा. सीपी ठाकुर, महेश पोद्दार, राकेश सिन्हा, रामगोपाल यादव, सुरेन्द्र सिंह नागर, रविप्रकाश वर्मा, चौधरी सुखराम यादव, चंद्र पाल यादव, राम कुमार कश्यप, शमशेर सिंह मन्हास जैसे सदस्यों ने अपने आपको सम्बद्ध किया। इसी प्रकार से रामनाथ ठाकुर पटना में एम्स की स्थापना, भाजपा के डा. विकास महात्मे ने धनगर जाति, मनेानीत सदस्य राकेश सिन्हा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कुछ शिक्षकों को पेन्शन नहीं मिलने के अलावा अन्य सदस्यों ने बेरोजगारी, किसानों और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जिन्हें विभिन्न दलों के सदस्यों ने समर्थन देकर अपने आपको उनसे सम्बद्ध किया।
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इन मुद्दो पर बनी थी सहमति
राज्यसभा में बनी सहमति के बाद जहां प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा कर धन्यवाद प्रस्ताव पारित करना एवं अंतरिम बजट पर चर्चा कर उसे मंजूरी देने के बाद लोकसभा को लौटाया जाना सत्ता पक्ष और विपक्ष की संवैधानिक जिम्मेदारी बताते हुए सुझाव दिया कि आज मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा कर धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर दिया जाए। कल बुधवार को अंतरिम बजट पर चर्चा कर उसे मंजूरी दी जा सकती है। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने आजाद के सुझाव पर सहमति जताते हुए कहा कि कार्य मंत्रणा समिति के बीच सहमति के आधार पर सूचीबद्ध छह महत्वपूर्ण विधेयकों को भी बुधवार को देर तक सदन चलाकर पारित किया जा सकता है। वहीं उन्होंने कहा कि यदि सदस्यों की सहमति हो तो बैठक को एक-दो दिन के लिए आगे बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है।
शून्यकाल में उठे महत्वपूर्ण मामले
उच्च सदन में मंगलवार को सभापति एम वेंकैया नायडू की अनुमति से सदस्यों ने शून्यकाल के तहत अपने अपने मुद्दे उठाने शुरू किये। इस दौरान मनेानीत सदस्य राकेश सिन्हा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कुछ शिक्षकों को पेन्शन नहीं मिलने का मुद्दा उठाया, लेकिन 1 बजकर करीब 40 मिनट पर सपा नेता रामगोपाल यादव ने अचानक यूपी में अखिलेश को कुंभ में जाने से रोके जाने का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। सभापति ने मुद्दा उठाने की मांग को राज्य का विषय बताकर अस्वीकार करते हुए कहा कि क्या आप इसी तरह सदन को चलाना चाहते हैं? इसी बीच हंगामा करते सपा सदस्य आसन के करीब आ गए और सदन की कार्यवाही को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा की दो बजे फिर शुरू हुई कार्यवाही के दौरान सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और राजद के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए। हंगामे के बीच ही उपसभापति हरिवंश की अनुमति से वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ल ने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाएं केन्द्र प्राधिकरण विधेयक 2019 विधेयक पेश किया। इसके बाद सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने चलचित्र (संशोधन) विधेयक पेश किया। उधर सपा के रामगोपाल यादव ने वहीं मुद्दा उठाने का प्रयास किया। उपसभापति ने राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को आगे बढ़ाने को कहा लेकिन सदन में हंगामे को देख सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। दो बार के स्थगन के बाद बैठक फिर शुरू होने पर सदन में वही नजारा देखने को मिला, तो राज्यसभा की कायवाहीं को दोपहर दो बजकर करीब 40 मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।
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कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग
राज्यसभा में मंगलवार को जदयू की एक सदस्य जदयू की परवीन कहकशां ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की। इस मुद्दे पर रामचंद्र प्रसाद सिंह, रामनाथ ठाकुर, डा. सीपी ठाकुर, महेश पोद्दार, राकेश सिन्हा, रामगोपाल यादव, सुरेन्द्र सिंह नागर, रविप्रकाश वर्मा, चौधरी सुखराम यादव, चंद्र पाल यादव, राम कुमार कश्यप, शमशेर सिंह मन्हास जैसे सदस्यों ने अपने आपको सम्बद्ध किया। इसी प्रकार से रामनाथ ठाकुर पटना में एम्स की स्थापना, भाजपा के डा. विकास महात्मे ने धनगर जाति, मनेानीत सदस्य राकेश सिन्हा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कुछ शिक्षकों को पेन्शन नहीं मिलने के अलावा अन्य सदस्यों ने बेरोजगारी, किसानों और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जिन्हें विभिन्न दलों के सदस्यों ने समर्थन देकर अपने आपको उनसे सम्बद्ध किया।
13Feb-2019
 


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