हरिभूमि
ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे ने देशभर के रेलवे स्टेशनों पर
यात्रियों की सेवा में जुटे सहायकों(कुलियों) के कल्याणकारी सुविधाओं में इजाफा
करने का ऐलान किया है। इससे देशभर में रेलवे के 20 हजार से ज्यादा सहायक लाभान्वित
होंगे।
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार गुरुवार
को यह ऐलान रेल मंत्री पीयूष गोयल की पहल पर रेलवे बोर्ड ने किया है। रेलवे की इस
घोषणा के तहत रेलवे और यात्रियों के बीच कड़ी के रूप में सहायक भारतीय रेलवे के विभिन्न
रेलवे स्टेशनों पर काम करने वाले तमाम सहायकों की सामान की ट्रॉलियों के उपयोग के साथ
रेलवे स्टेशनों पर लिफ्टों और एस्केलेटर के आगमन के साथ लाइसेंस पोर्टर्स की भूमिका
बदल गई है। लाइसेंस पोर्टर्स की लगातार मांगों और उनके कामकाज को और अधिक आरामदायक
बनाने के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने उनके कल्याण के लिए कई उपाय किए हैं।
साल
में अब मिलेगी तीन वर्दी
रेलवे के अनुसार अभी तक
सहायकों को हर साल दो लाल शर्ट की आपूर्ति की जाती है, इसमें हर दो साल में एक लाल
वर्दी के बदले एक ऊनी शर्ट भी दी जाती है। रेलवे के अनुसार अब सहायकों को हर साल तीन
लाल शर्ट और एक ऊनी शर्ट की आपूर्ति करने का निर्णय लिया गया है। वहीं अब सहायक यात्री
सामानों की ढुलाई के लिए रेलवे की लाइट ट्रॉलियों और हैंड टॉलियों का उपयोग करने के
लिए स्वतंत्र होंगे। इन हल्की ट्रॉलियों और हैंड ट्रॉलियों की सुगम आवाजाही के लिए
सभी प्रमुख स्टेशनों पर रास्ते का निर्माण किया जाएगा।
साल में सपत्नी दो यात्रा
रेलवे ने निर्णय लिया है
कि सहायकों को जारी होने वाले मौजूदा सेल्फ चेक के लिए एक सेट मानार्थ चेक पास और स्व-जीवनसाथी
के लिए प्रिविलेज टिकट ऑर्डर (पीटीओ) का एक सेट दिया जा रहा है। लेकिन अब प्रत्येक
वर्ष स्व और पत्नी के लिए प्रिविलेज टिकट ऑर्डर (पीटीओ) के दो सेट देने का निर्णय लिया
गया है।
पास की वैधता का विस्तार
रेलवे ने सहायकों के मानार्थ
पास की मौजूदा दो माह की वैधता का विस्तार करते हुए रेलवे कर्मचारियों के बराबर मानार्थ
पास की वैधता को पांच महीने तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
विश्राम कक्ष की सुविधा
रेलवे ने सहयकों को रेलवे
स्टेशनों पर यात्रियों के लिए उपलब्ध वेटिंग हॉल, शौचालय, कैंटीन आदि की सुविधा का
उपयोग करने की अनुमति दे दी है। वहीं कुछ स्टेशनों पर सहायकों के विश्राम कक्षों की
सुविधा अलग से करने की दिशा में निर्णय लिया गया है कि 50 और अधिक सहायकों की शक्ति
वाले सभी स्टेशनों पर सहज विश्राम कक्ष विकसित किया जाएगा, जहां टीवी, आरओ वाटर और
बैरक बेड की सुविधा भी मुहैया रहेगी।
निशुल्क शिक्षा की सुविधा
रेलवे
ने सहायकों के बच्चों के लिए नि: शुल्क शिक्षा की सुविधा देने का भी निर्णय लिया
है कि विभिन्न रेलवे परिसरों में रेलवे और रेलवे के संगठन तथा महिला समितियों द्वारा
संचालित स्कूलों में संबन्धित स्टेशनों पर कार्य कर हरे सहायकों के बच्चों को मुफ्त
शिक्षा की सुविधा प्रदान की जाएगी। 08Mar-2019
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