बुधवार, 15 फ़रवरी 2017

विदेशों में छायी भारतीय चुनावी प्रणाली

तेरह देशों के प्रतिनिधि देखेंगे उत्तराखंड के चुनाव
हरिभूमि ब्यूरो.
नई दिल्ली।
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की चुनाव प्रक्रिया में तकनीकी तौर और चुनाव सुधार की दिशा में जिस प्रकार से नई-नई व्यवस्थाएं लागू की जा रही हैं, उन्हें दुनिया के दूसरे देश भी सीखने के लिए भारतीय चुनाव आयोग की मदद ले रहे हैं। यही कारण है कि भारत के दौरे पर आये 13 देशों के चुनाव निकायों के प्रमुख व प्रतिनिधि उत्त्तराखंड पहुंच गये हैं, जहां वे बुधवार को होने वाले मतदान के दौरान मतदान केंद्रों का दौरा करके चुनाव प्रणाली को देखेंगे।
केंद्रीय चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रूस, नामीबिया, किर्गिस्तान, मिस्र और बांग्लादेश समेत 13 देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधि और प्रमुख देश में चल रहे विधानसभा चुनावों को देखने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में पहुंच गये हैं। इस तेरह देशों के प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप नामीबिया के निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष एवं एक आयुक्त, मिस्र के सुप्रीम कोर्ट के दो सदस्य, रूसी संघ के केंद्रीय निर्वाचन आयोग के सदस्य तथा बांग्लादेश और किर्गिस्तान के निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
मतदान केंद्रों का दौरा
इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि बुधवार को उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के दौरान चुनाव प्रक्रिया देखने के मकसद से मतदान केंद्रों का भी दौरा करेंगे। इससे पहले विदेशी चुनाव अधिािकरयों ने देहरादून में चुनावी तैयारियों, मतदान केन्द्रों पर सामान भेजे जाने वाले स्थलों का दौराकर व्यवस्था का जायजा लिया। इससे पहले इस विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने भारत में चुनाव प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं, मौजूदा विधानसभा चुनाव में चुनाव तैयारियों की मुख्य विशेषताएं आदि से संबंधित व्यापक ब्रीफिंग में भारत निर्वाचन आयोग पहुंचकर आपसी सहयोग के तहत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर भी विस्तार चर्चा की। भारतीय चुनाव आयोग के अधिकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों को इन चुनावों में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के उपयोग और वोटर वेरिफिएबल पेपर आॅडिट ट्रायल (वीवीपीएटी) के उपयोग के अलावा विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रबंधन की प्रक्रिया जैसी जानकारी भी दी। इसके अलावा उन्हें चुनाव प्रबंधन, आईटी के उपयोग, चुनावी कानूनों, व्यय निगरानी, ईवीएम और वीवीपीएटी,और स्वीप जैसी योजनाओं से भी अवगत कराया।
15Feb-2017

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