सोमवार, 20 फ़रवरी 2017

ईवीएम में कैद हुए 1194 अमीर व दागी!

तीन चरणों में 809 धनकुबेर व 385 की आपराधिक पृष्ठभूमि
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में 209 सीटों के लिए संपन्न हुए चुनाव में 264 महिलाओं समेत 2122 उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में कैद हो चुका है, जिसमें सभी दलों द्वारा चुनावी मैदान में उतारे गये 385 दागी और 809 अमीर प्रत्याशी भी शामिल हैं।
देश की राजनीतिक दिशा तय करने वाले उत्त्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर सात चरणों में होने वाले पहले तीन चरणों का 209 सीटों पर चुनाव समाप्त हो चुका है, जिसमें भाजपा, बसपा, रालोद, सपा-कांग्रेस गठबंधन तथा विभिन्न छोटे दलों के प्रत्याशियों समेत 2386 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। यूपी मिशन में जहां सभी दल कानून व्यवस्था को लेकर एक दूसरे पर निशाना साधने से बाज नहीं आ रहे हैं और गरीबों के रहनुमा होने का दावा भी कर रहे हैं, लेकिन इन सियासी दलों की हकीकत इस रणनीति से उजागर होती है कि सत्ता की खातिर चुनावी जंग जीतने की लड़ाई में अपराधमुक्त राजनीति की दुहाई देने वाले किसी भी राजनीतिक दल ने अपराधियों और करोड़पतियों को चुनावी पटरी पर अपना सहारा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही नहीं आगामी 23 फरवरी को चौथे चरण में 12 जिलों की 53 सीटों पर हाने वाले चुनाव के लिए सियासी जंग में कूदे 680 उम्मीदवारों में से 116 दागी और 189 करोड़पति प्रत्याशियों पर दांव खेला है।
इन दागियों पर सियासी दांव
यूपी चुनाव के इन तीनों चरणों में जिन 385 आपराधिक प्रवृत्ति वाले प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला होना हैं, उनमें 309 नेता ऐसे हैं, जिनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, बलात्कार, अपहरण, अवैध वसूली जैसे संगीन अपराध करने के आरोपों में मामले अदालतों में विचाराधीन हैं। ईवीएम में बंद हुए दागी प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 74 प्रत्याशियों के साथ बसपा पहले पायदान पर है, जबकि दूसरे नंबर पर चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे 66 भाजपा, और 64 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। जबकि सपा ने 49, रालोद ने 30 और कांग्रेस ने 17 दागियों पर अपना चुनावी दांव खेला है। जबकि संगीन अपराधिक पृष्ठभूमि वाले 309 में हालांकि सर्वाधिक 59 प्रत्याशी बसपा के हैं, जबकि 58 प्रत्याशी निर्दलीयों का दूसरा स्थान हैं। इसके बाद भाजपा के 47, सपा के 39, रालोद के 25 तथा कांग्रेस के सात नेता शामिल हैं जिन्हें चुनाव लड़ाया गया है। खास बात यह है कि संगीन अपराध वाले प्रत्याशियों में 28 पर हत्या, 68 पर हत्या का प्रयास, 16 पर महिलाओं के प्रति अपराध और 14 प्रत्याशियों के खिलाफ अपहरण के मामले दर्ज हैं।
धनकुबेरों की सियासत
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में दाखिल होने के लिए अमीरों ने भी विभिन्न दलों के सहारे चुनावी दंगल में हिस्सेदारी कर गहरी दिलचस्पी दिखाई है। पहले चरण में 73 सीटों पर 836 उम्मीदवारों में से 302 यानि 36 फीसदी, तो 19 फरवरी को संपन्न हुए दूसरे चरण के चुनाव में भी 721 प्रत्याशियों में 36 फीसदी यानि 256 करोड़पति तथा रविवार को तीसरे चरण में 250 प्रत्याशी चुनावी महासंग्राम का हिस्सा बने। तीनों चरणों के चुनाव में बसपा ने सबसे ज्यादा 180, भाजपा ने 172, सपा ने 136, रालोद ने 69 व कांगे्रस ने 38 धनकुबेरों को प्रत्याशी बनाया। जबकि 103 निर्दलीय प्रत्याशी भी धनकुबेरों की सूची में शामिल हैं।
20Feb-2017

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