
भाजपा का 18 व सपा का सात सीटों पर कब्जाकांग्रेस को 9 व बसपा को दो सीटें मिली
एक-एक सीट भाजपा समर्थित निर्दलीयों ने कब्जाई
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
राज्यसभा की सात राज्यों में 27 सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजे बड़ा उलटफेर लेकर सामने आए, जहां हरियाणा और झारखंड में भाजपा समर्थित दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने सियासी दलों को बौना साबित कर दिया। वहीं यूपी के दिलचस्प मुकाबले में चौतरफा घेराबंदी के बावजूद कांग्रेस के कपिल सिब्बल बाजी मार ले गये।
राज्यसभा की 15 राज्यों की 57 सीटों में में 30 पहले ही निर्विरोध चुन लिये गये थे, बाकी 27 सीटों के चुनाव में उच्च सदन में सरकार की ताकत बढ़ाने की रणनीति को सहारा दिया है। इन 57 सीटों में भाजपा चार सीटों की बढ़ोतरी के साथ दो निर्दलीयों को सहारा देकर भी राज्यसभा लाने में सफल रही। जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को अपनी 14 सीटों में 5 सीटों का नुकसान सहना पड़ा। राज्यसभा के ये चुनाव बड़े उलटफेर का सबब बनकर सामने आये।
किसे कितना नफा-नुकसानराज्यसभा की 15 राज्यों की 57 सीटों और गुजरात में एक सीट के उपचुनाव समेत 58 सीटों पर हुए द्विवर्षीय चुनाव में में ऐसा फेरबदल देखने को मिलाा मसलन संसद के उच्च सदन में अब कांग्रेस से मुकााबला करनेे की ताकत भाजपाा को मिली है इन 58 सीटों के गणित में भाजपा व कांग्रेस की 14-14 सीटें खाली हो रही थी। इन चुनाव के बाद अब जो राज्यसभा की दलगत स्थिति की तस्वीर सामने आई है उसमे भाजपा सांसदो की संख्या में झारखंड व हरियाणा के दो निर्दलीय समेत 56 और कांग्रेस की 59 सीट हो गयी है जो चुनाव से पहले दोनो के बीच ये अंतर 16 का था यानि उपरी सदन में दो समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों की जीत के साथ भाजपा को छह सीटों का फायदा हुआ। सदन में भाजपा व कांग्रेस की 14-14 सीटें खाली हो रही थी। भाजपा की इस बढ़त के साथ कांग्रेस को पांच सीटों का नुकसान हुआ है। यदि राजग व संप्रग की तुलना की जाए तो यूपीए 80 से घटकर 75 रह गयी तो राजग भी लगभग 75 मानी जा सकती है जिसमें 7 मनोनीत की संख्या को माना जाना शामिल है हालांकि अन्य गैर भाजपाई व गैर कांग्रेसी दलों के समर्थन की वजह से सदन में यूूपीए सरकार पर भारी बना रहेगा इससे इंकार नही किया जा सकता इन चुनावों में इसके अलावा सपा को चार सीटों, अन्नाद्रमुक व टीआरएस, राजद को दो-दो, तेदपा को एक सीट का फायदा हुआ है। जबकि बीजद, डीएमके, एनसीपी, शिवसेना और अकाली दल की सीटें बरकरार रही है। इस चुनाव में कांग्रेस को पांच सीटों के अलावा बसपा को चार, जदयू को तीन सीटों का नुकसान सहने को मजबूर होना पड़ा है।
सात राज्यों में 27 सीटों के चुनाव नतीजे  
उत्तर प्रदेश
यूपी की 11 सीटों पर भाजपा के लिए 
निर्दलीय प्रीति महापात्रा को कांग्रेस के कपिल सिब्बल के मुकाबले उतारन की
 रणनीति पर अन्य दलों की जमात भारी पड़ी और कांग्रेस के सिब्बल चुनाव जीत 
गये। अन्य दस सीटों में सात सीटों पर सत्तारूढ़ दल समाजवादी पार्टी के सभी 
सातों प्रत्याशी बेनी प्रसाद वर्मा, अमर सिंह, संजय सेठ, सुखराम सिंह यादव,
 रेवती रमण सिंह विशम्भर प्रसाद निषाद और सुरेंद्र नागर शामिल हैं, जबकि 
भाजपा के निर्वाचित हुए शिवप्रताप शुक्ला के अलावा बहुजन समाज पार्टी के 
सतीश चंद्र मिश्र और अशोक सिद्धार्थ चुनाव जीत गये हैं।
हरियाणा
हरियाणा
 की दो सीटो के लिए इनेलो और कांग्रेस के समर्थन के बावजूद आर के आनंद नहीं
 जीत सके, जहां भाजपा प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय मंत्री चौधरी 
वीरेन्द्र सिंह के अलावा भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा ने राज्यसभा में दस्तक
 दे दी है। बताया जा रहा है कि सुभाष चंद्रा की जीत में कांग्रेस के कुछ मत
 निरस्त करने के कारण हुई है।
मध्यप्रदेश
मध्य 
प्रदेश में तीन सीटों के लिए हुए चुनाव में दो सीटों पर भाजपा ने और एक सीट
 पर कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा। भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार 
विनोद गोटिया की हार हुई। जबकि भाजपा के एम जे अकबर और अनिल माधव दवे और 
कांग्रेस के विवेक तन्खा यहां से निर्वाचित घोषित किये गये।
राजस्थान
राजस्थान
 में चार सीटों पर भाजपा प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया 
नायडू, पार्टी उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर, पूर्व आरबीआई अधिकारी रामकुमार 
शर्मा और हर्षवर्धन सिंह विजयी हुए, जहां निर्दलीय उम्मीदवार कमल मोरारका 
कांटे के मुकाबले के बाद चुनाव हार गये।
झारखंड
यहां
 की दोनो सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने कब्जा कर लिया, जहां केंद्रीय 
मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्यार ने जीत हासिल कर ली है, जहां 
नकवी की जीत तय थी, लेकिन झामुमो के बसंत सारेन के मुकाबले महेश पोद्दार ने
 बाजी मार ली।
उत्तराखंड
उत्तराखंड में एक 
मात्र सीट पर हुए घमासान के बाद कांग्रेस के प्रदीप टमटा ने जीत हासिल करके
 राज्यसभा में दस्तक दे दी है, यह सीट भाजपा के तरुण विजय की सेवानिवृत्ति 
के कारण रिक्त हो रही है। यहां कांग्रेस की राह में रोड़े डालने के लिए 
भाजपा समर्थित दो निर्दलीयों अनिल गोयल और गीता ठाकुर को दावेदारी रास नहीं
 आई और मुकाबले से बाहर हो गये।
कर्नाटक
कर्नाटक
 में चार सीटों के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री निर्मला 
सीतारमण ने जीत हासिल कर वापसी कर ली है। वहीं बाकी तीन सीटों पर सत्तारुढ 
कांग्रेस के जयराम रमेश, आॅस्कर फर्नांडीज के अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी 
राममूर्ति चुनाव जीत गये हैं। जबकि जेडीएस के फारूख को कांग्रेस की रणनीति 
का शिकार होकर पराजय का मुहं देखना पड़ा। 
12June-2016 
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें