असंगठित क्षेत्रों के
श्रमिकों को चिकित्सा सुविधा देने पर जोर
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र
सरकार देश के श्रमिकों की स्थिति में सुधार लाने के मकसद से उनकी बुनियादी
सुविधाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई योजनाएं पटरी पर लेकर आई है, जिसमें
संगठित और असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराना प्रमुख
मकसद है।
यह दावा
करते हुए केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि देश में असंगठित
क्षेत्र के करीब 47 करोड़ श्रमिकों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना जरूरी है।
गंगवार ने यहां दिल्ली में ईएसआईसी अस्तपताल के समारोह में बोलते हुए कहा कि
केंद्र सरकार ने देशभर में श्रमिकों के हित में दर्जनों श्रमिक कानूनों में व्यापक
बदलाव करके श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाने के साथ उनकी आर्थिक
स्थिति में सुधार लाने हेतु कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने श्रमिकों के बीमा
योजनाओं को भी सरल बनाने की दिशा में सरकार के कदमों का जिक्र किया, जिसमें
स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने असंगठित
क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण के लिए काम करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ईएसआईसी
एक सामाजिक सुरक्षा संगठन है इसलिए जरूरी है कि वह वृहद सामाजिक सुरक्षा लाभ यानि
श्रमिकों को उचित चिकित्सा सुविधा, और काम के दौरान घायल होने या बीमार होने या मृत्यु
पर नकद लाभ मुहैया कराना सुनिश्चित करे। हालांकि उन्होंने कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा
अधिनियम ऐसे सभी संस्थानों पर लागू होता है जहां 10 या इससे अधिक कर्मचारी कार्यरत
होते हैं। इस कानून के तहत 21 हजार तक मासिक वेतन प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को
स्वास्थ्य बीमा और अन्य लाभ प्राप्त होते हैं। देशभर में इस कानून से 3 करोड़ 18 लाख
लोगों को लाभ हो रहा है। फिर भी असंगठित क्षेत्र को सरकारी योजनाओं से अपेक्षाएं
है, जिन पर खरा उतरने की जरूरत है। इस मौके पर श्रम और रोजगार और मंत्रालय की सचिव
श्रीमती एस. सत्यवती कर्मचारी राज्य बीमा निगम के महानिदेशक राज कुमार ने भी
श्रमिकों के हित में सरकार की योजनाओं की जानकारी दी।
स्नातक उपाधि वितरित
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने इस मौके पर स्नातक
की उपाधि वितरित की और उपाधि लेने वाले सभी छात्रों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं
देते हुए उन्होंने अपील की है कि उन्हें पूरी व्यवसायिक दक्षता के साथ समाज कल्याण
को ध्यान में रखते हुए देश हित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। खासकर असंगठित
क्षेत्रों के कामगारों और समाज के निम्न तबकों तक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के
लिए आगे आएं। 08Nov-2017
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