शुक्रवार, 24 नवंबर 2017

सरकार ने दी पेंशनधारियों को बड़ी राहत

ईपीएफओ ने किया मोबाइल एप ‘उमंग’ लांच
हरिभूमि ब्यूरो.
नई दिल्ली।
केंद्र सरकार ने कर्मचारी पेंशन  योजना के नियमों में बदलाव करते हुए अब जीवन प्रमाणपत्र को डिजिटल व्यवस्था के जरिए जमा कराने के लिए ईपीएफओ के ‘उमंग’ नाम से एक मोबाईल ऐप शुरू किया है, जिसके तहत अब बुजुर्ग पेंशनरों को हर साल नवंबर में पहचान पत्र के सत्यापन के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए किसी कार्यालय में नहीं जाना पड़ेगा।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अनुसार कर्मचारी पेंशन योजना-1995 के प्रावधान के तहत कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष नवंबर माह में जीवन प्रमाण को जमा करना होता है। मोदी सरकार ने इसके लिए वर्ष 2016 से पेंशनरों के लिए व्यक्तिगत रूप से पहचान प्रमाण के सत्यापन के बजाए जीवन प्रमाण को डिजिटली जमा करने की सुविधा शुरू की थी, जिसे गुरुवार को ईपीएफओ ने पेंशनरों की राह आसान बनाने के लिए यूएमएएनजी ‘उमंग’ ऐप को लांच किया गया है। सरकार ने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में आने वाली मुश्किलों को दूर करने के लिए यह निर्णय लिया है। ईपीएफओ के मोबाइल ऐप ‘उमंग’ से पेंशनरों का जीवन प्रमाण को ऑनलाइन अपलोड किया जा सकेगा।
बुजुर्ग पेंशनरों को मिलेगी राहत
डिजिटल जीवन प्रमाण जमा करने की यह सुविधा ईपीएफओ, पेंशन संवितरित बैंक और सार्वजनिक सेवा केन्द्र के सभी कार्यालयों में लागू कर दी गई है। वहीं जिन पेंशनरों ने पिछले वर्ष जीवन प्रमाण डिजिटली जमा किया है उन्हें चालू वर्ष में इसे जमा करना आवश्यक नहीं है। यदि उन्हें इसे जमा करने में किसी परेशानी का सामना करना पड़ता है तो वो भरा हुआ जीवन प्रमाण पत्र फोर्म उस बैंक में जमा किया जा सकता है, जहां से वे पेंशन प्राप्त कर रहे है अथवा अपनी सुविधानुसार डिजिटल रूप में भी भर सकते हैं। ईपीएफओ ने ऐसे निर्देश संबंधित जानकारी के अनुपालन के लिए इसे क्षेत्रीय कार्यालयों में पहले से ही भेज दिए गए ह, ताकि किसी भी पेंशनभोगी को इस संबंध में कोई परेशानी न हो।
उमंग से ये काम भी होंगे आसान
केंद्र सरकार की पहल पर ईपीएफओ के शुरू हुए मोबाइल ऐप’ उमंग’ के जिरए जहां पीएफ की राशि निकाली जा सकेगी, वहीं कोई भी घर बैठे ही पासपोर्ट, पैन और आधार का आवेदन करने जैसी कई सरकारी सेवाएं मुहैया कराएगा। केंद्र सरकार ने इस ऐप को देश की जनता के लिए डिज़ाइन कराया है, जिसके जरिए केंद्र, राज्य, स्थानीय निकायों और ऐप, वेब, एसएमएस तथा आईवीआर चैनल पर सरकार की सेवाओं तक पहुंच प्रदान की जा सकेगी। सरकार अपने इस ऐप के जरिए पूरे देश में लोगों को सेवाएं मुहैया कराने के मकसद से देशभर में में उन्नत कंप्यूटिंग के विकास के लिए केंद्र की इकाइयों के साथ-साथ सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में 1500 एप्लिकेशन शुरू की हैं।
24Nov-2017

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