गुरुवार, 2 नवंबर 2017

हिमाचल में सभी ने खेला दागियों पर दांव

युवा मतदाताओं का वोट होगा निर्णायक
ओ.पी. पाल.
नई दिल्ली।
अगले सप्ताह नौ नवंबर को हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस समेत चुनाव मैदान में उतरे तमाम राजनीतिक दलों ने दागियों को टिकट देकर सियासी दांव खेला है। वहीं कांग्रेस ने दागियों से कहीं ज्यादा करोड़पति प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है।
हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों पर नौ नवंबर को होने वाले चुनाव में वादियों में बढ़ती सर्दी के बावजूद सियासी गरमाहट चरम की और पहुंच गई है। गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स द्वारा चुनाव में उतरे प्रत्याशियों का विश्लेषण करके खुलाया किया है कि राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए अपराधमुक्त राजनीति की दुहाई देने वाले सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव मैदान में उतरे कुल 338 उम्मीदवारों को विधानसभा पहुंचने के रास्ते को सुगम बनाने की दिशा में हर हथकंडे अपनाए हैं और इन उम्मीदारों में 61 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनकी पृष्ठभूमि अपराधिक है, जिनमें करीब 50 फीसदी यानि 31 के खिलाफ संगीन अपराधों के मामले विचाराधीन हैं। इन दागी उम्मीदवारों में सर्वाधिक 23 उम्मीदवार भाजपा, छह कांग्रेस, तीन बसपा, 10 सीपीआईएम तथा 112 निर्दलीय उम्मीदवारों में ऐसे 16 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी अपने शपथ पत्र में दी है। जहां तक संगीन मामलों वाले 31 उम्मीदवार हैं उनमें भाजपा व सीपीआईएम के नौ-नौ, कांग्रेस के  तीन, बसपा के दो, और छह प्रत्याशी निर्दलीय शामिल हैं। इनमें दून विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रामकुमार के खिलाफ हत्या का मामला भी विचाराधीन है। राज्य के डलहौजी और मंडी ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां कम से कम तीन दागी उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
करोड़पति प्रत्याशियों में कांग्रेस आगे
हिमाचल प्रदेश विधानसभा की 68 सीटों पर होने वाले चुनाव में एडीआर ने 338 उम्मीदवारों की संपत्ति का विश्लेषण भी किया है, जिसके अनुसार 158 यानि 47 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति उम्मीदवारों की सूची में हैं। दलवार हुए विश्लेषण रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। करोड़पति उम्मीदवारों ने कांग्रेस ने सर्वाधिक 59 यानि 87 फीसदी करोड़पति उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारकर भाजपा को पीछे धकेल दिया है, जिसमें भाजपा के 47 यानि 69 फीसदी उम्मीदवार ही कुबेरों की फेहरिस्त में शामिल हैं। इसके अलावा बसपा के 42 में से छह, सीपीआईएम के 14 में तीन, सीपीआई के तीन में एक प्रत्याशी की संपत्ति करोड़ो में दर्शायी गई है। वहीं चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे 112 निर्दलीय प्रत्याशियों में भी 36 प्रत्याशी करोड़पतियों की सूची में शामिल हैं।
युवा मतदाता होंगे मेकर
केंद्रीय चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार नौ नवंबर को हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव में कुल 49 लाख 88 हजार 367 मतदाता वोटिंग करेंगे। इनमें 18-25 आयुवर्ग के 3.50 लाख 992 महिलाओं समेत कुल 7.34 लाख 522 वोटर हैं। जबकि युवा मतदाताओं में गिने जाने वाले 25-40 आयुवर्ग के 17.89 लाख 935 मतदाताओं में 8.77 लाख 614 महिला मतदाता शामिल हैं। मसलन 18 से 40 आयुवर्ग के मतदाताओं की कुल संख्या 25 लाख 24 हजार 451 है जो कुल मतदाताओं की संख्या का करीब 51 फीसदी है। इसलिए युवा वर्ग के ये मतदाता चुनाव में निर्णायक साबित होंगे।
02Nov-2017

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