बुधवार, 15 नवंबर 2017

रेलवे कर्मचारियों को मिलेगा कौशल प्रशिक्षण

रेलवे बोर्ड ने महाप्रबंधकों को जारी किये निर्देश
हरिभूमि ब्यूरो
. नई दिल्ली।
देश में रेलवे के बढ़ते नेटवर्क और यात्रियों को बेहतर सेवाएं व सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में रेलवे कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए उनका कौशल विकास करने का निर्णय लिया है। रेलवे की इस योजना के तहत कर्मचारियों के लिए पांच दिवसीय कौशल प्रशिक्षण पाठ्क्रम की योजना को अंजाम दिया जा रहा है।
रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने सभी रेलवे जोनों एवं मंडलों के महाप्रबंधकों को इस संबन्ध में दिशानिर्देश जारी किये हैं। रेलवे बोर्ड के रेलवे के हरेक जोन के महाप्रबंधकों को लिखे गये पत्र के अनुसार सभी महाप्रबंधकों को प्रशिक्षण के लिए अपने संबंधित जोन में प्रत्येक श्रेणी के कर्मचारियों को तत्काल चिन्हित करने के निर्देश दिये गये हैँ। जिसमें कम से कम पांच दिवसीय गहन कौशल प्रशिक्षण पाठ्क्रम की योजना को लागू करने हेतु रेलवे कर्मचारियों के कौशल विकास को सुनिश्चित करने को कहा है। रेलवे की ‘सक्षम’ नाम से शुरू की जा रही इस योजना का मकसद रेलवे कर्मचारियों की उत्पादकता और उनका कौशल विकास करना है, ताकि देश में बढ़ते नेटवर्क, रेलवे तकनीक के साथ पटरी पर उतारी जा रही नई ट्रेनों के परिचालन के अलावा रेल यात्रियों को बेहतर सेवाएं और सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। इस प्रशिक्षण में रेल सुरक्षा और संरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए रेलवे कर्मचारियों की कार्यशैली की दक्षता बढ़ाने पर भी बल दिया जाएगा। रेलवे बोर्ड से सभी मंडल के महाप्रबंधकों को जारी पत्र में लोहानी ने कहा है कि बदलते तकनीकी युग की रेलवे में कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण देने की जरूरत महसूस की जा रही है। इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत कम से कम अगले एक साल तक सप्ताह में इस प्रकार के प्रशिक्षण में कर्मचारियों को उनसे संबन्धित कामकाज की जानकारी और उसके तौरतरीकों के नए रूप का प्रशिक्षण लेकर कर्मचारी का कौशल होना जरूरी है।
टीटीई भी लेंगे प्रशिक्षण
रेलवे की कायाकल्प करने की तैयारी में जुटे रेलवे बोर्ड ने कौशल प्रशिक्षण की इस मुहिम में चलती ट्रेनों में तैनात टीटीई और संबन्धित स्टाफ को यात्रियों की चिकितसा सेवाओं के रूप में तैयार करने की योजना बनाई है, जिन्हें प्राथमिक चिकित्सा उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। रेलवे के अनुसार इस का उद्देश्य चलती ट्रेन में किसी बीमार यात्री को प्राथमिक चिकित्सा उपचार देना है। इसके लिए रेलवे कोच में औषधियों और ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था भी लागू की जा रही है। इसके लिए खासतौर से टीटीई को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। हालांकि चलती ट्रेनों में अचानक बीमार यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे बोर्ड ने पहले भी ऐसी योजना बनाई थी। रेलवे ने अब इस व्यवस्था के लिए कार्ययोजना तैयार की है। इस कार्ययोजना में रेलवे स्टाफ को चिकित्सीय प्रशिक्षण के लिए रेल मंडल के दायरे के सभी जिला मुख्यालय के बड़े अस्पतालों से अनुबंध किया जाएगा, ताकि अनुबंध के तहत अन्य व्यवस्थाएं पूरी हो सकें।
12Nov-2017

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