अगले माह मुंबई में मरीन ड्राइव पर होगा पहला ट्रायल
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
केंद्र
सरकार द्वारा देश में पानी पर हवाई जहाज उतारने और उड़ाने के सपने को पूरा करने के अपनी योजना को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके लिए अगले महीने नौ दिसंबर को मुम्बई के मरीन ड्राइव या गिरगांव में समुद्र से हवाई जहाज की उड़ान और लैंडिंग का पहला ट्रायल किया जाएगा।

जापान
के सहयोग तैयार
हुआ जहाज
मंत्रालय
के सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय सडक़ परिवहन राजमार्ग व जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी की पानी
पर हवाई जहाज उतारने व उड़ान भरने की योजना
को अंजाम देने के लिए भारतीय विमानन कंपनी स्पाईजेट द्वारा एक 16 सीटर विशेष हवाई जहाज को जापान के सहयोग तैयार कराकर भारत में लाया जा चुका है। मुम्बई के समुद्र में 9 दिसम्बर को गडकरी की मौजूदगी में इसके ट्रायल के बाद मोदी सरकार का मुम्बई और गोवा में पानी में हवाई जहाज को उतारने और उड़ाने भरने की योजना को पटरी पर उतारने का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा।
क्या है सी-प्लेन की
योजना
केंद्रीय
मंत्री नितिन गडकरी ने गत सोमवार को ही दिल्ली-मेरठ महामार्ग के निरीक्षण के दौरान बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए रूस के उन विमानों का जिक्र किया था तो कृत्रिम बारीश करते हैं। इसके लिए उन्होंने कहा था कि खासकर दिल्ली-एनसीआर में इस दिशा में वे दिल्ली सरकार से बातचीत करके ऐसी योजना बनाना चाह रहे हैं, जिसके बाद रूस से ऐसे विमान को लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि ऐसी योजना के तहत गडकरी गोवा, वाराणसी, कोलकाता के अलावा आगरा, शिरडी में सी-प्लेन की संभावनाओं को तलाश रहे हैं। मंत्रालय का मानना है कि ऐसे जहाज जलमार्ग यातायात और हवाई यातायात दोनों सेवा देने में सक्षम हैं। इसके आलवा ऐसे जहाजों उपयोग मुख्य रूप से आपात स्थितियों में राहत-बचाव कार्यों, जंगलों में आग पर काबू पाने और समुद्री पर्यावरण की निगरानी में किया जा सकेगा।
19Nov-2017
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