रविवार, 19 नवंबर 2017

जल्द पूरा होगा पानी में हवाई जहाज उतारने का सपना!


 अगले माह मुंबई में मरीन ड्राइव पर होगा पहला ट्रायल
.पी. पाल. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार द्वारा देश में पानी पर हवाई जहाज उतारने और ड़ाने के सपने को पूरा करने के अपनी योजना को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके लिए अगले महीने नौ दिसंबर को मुम्बई के मरीन ड्राइव या गिरगांव में समुद्र से हवाई जहाज की उड़ान और लैंडिंग का पहला ट्रायल किया जाएगा।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गड़करी द्वारा छोटे देश मालद्वीप जैसे कई देशों की तर्ज पर वर्ष 2015 में ऐसी योजना को देश में लाने की बात कही थी, जिसके लिए उन्होंने इस योजना पर अपने मंत्रालय में काम करना शुरू किया और पानी में हवाई जहाज को उतारने और उड़ाने की योजना को अंजाम तक पहुंचाकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैँ। जहाजरानी मंत्रालय के एक अधिकारी ने हरिभूमि को यह जानकारी देते हुए बताया कि आजादी के बाद देश में पहली बार पानी में हवाई जहाज को उतारने और उनकी उड़ान भरने का यह सपना अब अगले महीने नौ दिसंबर को पूरा होने जा रहा है, जिसके लिए पहला ट्रायल मुम्बई में मरीन ड्राइव या गिरगांव में समुद्र से किया जाएगा। मंत्रालय के अनुसार इस ट्रायल में हवाई जहाज उड़ान भरेगा और फिर वहां उसे उतारा जाएगा। सूत्रों का कहना है जब केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इस योजना को देश में शुरू करने का वादा किया था तो शायद किसी को विश्वास नहीं हो रहा था, लेकिन गडकरी की इस योजना के तहत पानी में हवाई जहाज की उडान और लैंडिंग का सपना अब साकार होता दिखने लगा है। अपनी योजनाओं के बारे में गडकरी हमेशा इस बात को स्पष्टता के साथ दोहराते रहे हैं कि पांच साल बाद उनसे कोई भी सवाल जवाब कर सकता है। उनका दावा है कि गहन अध्यन कराने के बाद ही वह योजना का रोडमैप तैयार करार उसे जमीन पर उतारने का ऐलान या वादा करते हैं, जिन्हें वे क्रमबद्ध तरीके से पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
जापान के सहयोग तैयार हुआ जहाज
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय सडक़ परिवहन राजमार्ग जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी की पानी पर हवाई जहाज उतारने उड़ान भरने की योजना को अंजाम देने के लिए भारतीय विमानन कंपनी स्पाईजेट द्वारा एक 16 सीटर विशेष हवाई  जहाज को जापान के सहयोग तैयार कराकर भारत में लाया जा चुका है। मुम्बई के समुद्र में 9 दिसम्बर को गडकरी की मौजूदगी में इसके ट्रायल के बाद मोदी सरकार का मुम्बई और गोवा में पानी में हवाई जहाज को उतारने और उड़ाने भरने की योजना को पटरी पर उतारने का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा।  
क्या है सी-प्लेन की योजना
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गत सोमवार को ही दिल्ली-मेरठ महामार्ग के निरीक्षण के दौरान बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए रूस के उन विमानों का जिक्र किया था तो कृत्रिम बारीश करते हैं। इसके लिए उन्होंने कहा था कि खासकर दिल्ली-एनसीआर में इस दिशा में वे दिल्ली सरकार से बातचीत करके ऐसी योजना बनाना चाह रहे हैं, जिसके बाद रूस से ऐसे विमान को लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि ऐसी योजना के तहत गडकरी गोवा, वाराणसी, कोलकाता के अलावा आगरा, शिरडी में सी-प्लेन की संभावनाओं को तलाश रहे हैं। मंत्रालय का मानना है कि ऐसे जहाज जलमार्ग यातायात और हवाई यातायात दोनों सेवा देने में सक्षम हैं। इसके आलवा ऐसे जहाजों उपयोग मुख्य रूप से आपात स्थितियों में राहत-बचाव कार्यों, जंगलों में आग पर काबू पाने और समुद्री पर्यावरण की निगरानी में किया जा सकेगा।
19Nov-2017

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