बुधवार, 15 नवंबर 2017

सड़क सुरक्षा पर फोकस करेगा वैश्विक परिवहन फोरम


भारत में 14 से  होगा पहला विश्व सड़क सम्मेलन
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारत सुरक्षित और स्मार्ट मोबिलिटी पर फोकस रखते हुए पहली बार भारत में विश्व सड़क सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। 14 नवंबर से आयोजित चार दिवसीय इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे, जिसमें भारत समेत दर्जनों देशों के विशेषज्ञ प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजामर्ग मंत्रालय के अनुसार 14 से 17 नवंबर तक इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड, ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले चार दिवसीय 18वें विश्व सड़क सम्मेलन ‘क्रॉसरोड-डब्ल्यूआरएम-2017’ शीर्षक पर आयोजित किया जाएगा। इससे पहले सोमवार 13 नवंबर को नई दिल्ली में विश्व सड़क सम्मेलन के कर्टेन रेजर के रूप में सड़क सुरक्षा पर वैश्विक परिवहन मंत्रियों के फोरम की बैठक होगी। दुनिया के 86 देशों तथा 6 महाद्वीपों में सुरक्षित सड़क और सुरक्षित मोबिलिटी को बढ़ावा देने के काम में लगी जेनेवा स्थित इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) द्वारा आयोजित इस  सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे और कनाडा, रूस, फिनलैंड सहित विभिन्न देशों के परिवहन मंत्रियों के अलावा संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और एफाआईएक के अध्यक्ष जीन टॉट सड़क सुरक्षा के विशेष प्रतिनिधि के रूप में सम्मेलन में प्रारंभिक सत्र के विशेष वक्ता होंगे। इस सम्मेलन में दुनियाभर के देशों में सड़क परिवहन और मोबिलिटी सेक्टर में सक्रिय 1000 ग्लोबल रोड सेफ्टी एक्सपर्ट, प्रोफेशनल्स, कंपनियां, सरकारी संगठन भाग लेंगे। सम्मेलन में सुरक्षित सड़क और स्मार्ट मोबिलिटीः आर्थिक विकास के इंजन के थीम पर फोकस करेगा।
पूर्व एशियाई देशों ने किया मंथन                         
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के साथ भागीदारी में संयुक्त रूप से राष्ट्रीय राजधानी नई दिलली की जद यानि अरावली हिल्स सूरजकूंड स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन में आयोजित एक तीन दिवसीय सम्मेलन शनिवार को संपन्न हो गया। इस सम्मेलन में भारत समेत 22 दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों ने संबन्धित देशों में सड़क दुर्घटनाओं की चपेट में आने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर गहन मंथन किया और सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों में एकरूपता लाने पर बल दिया। सम्मेलन में संसद में लंबित नए सड़क सुरक्षा विधेयक के प्रावधानों का भी समर्थन किया गया। इस कानून के बारे में सड़क परिवहन मंत्रालय के संयुक्त सचिव अभय दामले ने जानकारी दी और कहा कि इस कानून के लागू होने से भारत में हो रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाना संभव है। सम्मेलन में पैदलयात्रियों, बुजुर्गों, दिव्यांगों तथा स्कूल ट्रांसपोर्ट के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया करते हुए रोड एनवायरनमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सेफ्टी मैनेजमेंट, लीगल इंस्ट्रूमेंट्स, जिम्मेदारी, लाइसेंसिंग, फिटनेस सर्टिफिकेशन, जागरुकता और प्रवर्तन तथा दुर्घटना के बाद प्रबंधन से जुड़े पहलुओं पर फोकस किया। सम्मेलन में इस मुद्दे पर आयोजक एवं आईआरटीई के अध्यक्ष डा. रोहित बालूजा के अलावा एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर, एनएचटीएसए के डा. जेफरी माइकल, यूएनईसीई के डिप्टी एग्जीक्यूटिव सेकरेटरी अंद्रेज वासिलेय, बीपीआरएंडडी के महानिदेशक डॉ. एपी माहेश्वरी तथा सॉल बिलिंगसले, एफआईए फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सॉल बिलिंगसले ने विचार विमर्श किया।
12Nov-2017

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