शनिवार, 29 फ़रवरी 2020

रेल-मदद पोर्टल को मिला राष्ट्रीय ई-शासन द्वितीय पुरस्कार


पोर्टल के जरिए यात्रियों की सहायता व शिकायते हुई दूर
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय रेल के शिकायत निवारण पोर्टल रेल-मदद यानि हेल्पलाइन 139 को नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने में उत्कृष्टताके लिए राष्ट्रीय ई-शासन पुरस्कारों के द्वितीय वर्ग में रजत पुरस्कार मिला है।
रेल मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे के एकल पोर्टल रेल-मदद को यह पुरस्कार ई-शासन पर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान दिया गया। भारतीय रेलवे का समस्त सुविधाएं एक ही स्थान पर देने के मकसद से रेल-मदद शिकायत निवारण, पूछताछ और सहायता के लिए एकल पोर्टल है, जहां रेलवे के सभी उपभोक्ताओं को समस्त सुविधाएं प्राप्त होती हैं। पोर्टल पर यात्रा, माल और पार्सल संबंधी सुविधाएं दी जाती हैं। उपभोक्ता रेल-मदद पर अपने सुझाव भी दे सकते हैं। मंत्रालय के अनुसार उपभोक्ता रेल-मदद हेल्पलाइन 139, वेब एप, एसएमएस, सोशल मीडिया और दस्ती डाक के जरिये रेल-मदद की सुगमता के साथ यह सुविधा ले सकते हैं। रेल-मदद नम्बर 139 में 15 से अधिक हेल्पलाइनें हैं, जहां उपभोक्ताओं को अपनी सभी जरूरतों के बारे में मदद मिल सकती है। गैर-स्मार्ट फोन इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता भी 139 नम्बर डायल करके सीधे कॉल सेंटर के अधिकारियों से बात कर सकते हैं, जो उन्हें शिकायत दर्ज करने में मदद करेंगे। आईवीआरएस के जरिये भी शिकायत दर्ज करना संभव है। यह सुविधा 12 भाषाओं में उपलब्ध है। रेलवे ने बताया कि उपभोक्ताओं की आसानी से शिकायत दर्ज करने के लिए रेल-मदद रेलवे की मौजूदा टिकट प्रणाली पीआरएस और एनटीईएस से जुड़ा है। इस तरह पीएनआर विवरण डालते ही यात्रियों को अपने आप यात्रा विवरण मिल जाता है। इसके कारण शिकायत पंजीकरण प्रक्रिया सरल और आसान हो गई है। क्योंकि रेल-मदद एनटीईएस से जुड़ा है, इसलिए शिकायत अपने आप संबंधित फील्ड यूनिट के पास चली जाती है, जो शिकायत निवारण की प्रक्रिया में तेजी लाती है।
21Feb-2020

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