शनिवार, 15 फ़रवरी 2020

राज्यसभा: विपक्ष के हंगामे पर भारी पड़ी सदन की कार्यवाही!

राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू, प्रश्नकाल व शून्यकाल भी हुए
सदन में उठे कई महत्वपूर्ण मुद्दे, तृणमूल कांग्रेस का सदन से वाकआउट
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
आखिर मंगलवार को राज्यसभा में सीएए और एनआरसी मुद्दे को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच ही राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा भी शुरू कराई गई और सुबह शून्यकाल व प्रश्नकाल भी हुआ, जिसमें सदस्यों ने महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए, हालांकि सदन में हंगामा करते तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले ही विरोध में सदन से वाकआउट भी किया।
संसद के बजट सत्र के चौथे दिन मंगलवार को सुबह 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम.वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए, जिसके बाद शून्यकाल शुरू करने को कहा, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन ने सीएए के मुद्दे पर अपने नोटिस से अवगत कराया और कांग्रेस तथा वाम दलों के सदस्य भी अपने स्थान पर खड़े हो कर सीएए तथा एनआरसी पर चर्चा कराने की मांग करने लगे। इस पर नायडू ने एक दिन पहले दी गई व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि वे अपने इन मुद्दों को राष्ट्रपति अभिभ्राषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उठा सकते हैं। इसके बावजूद तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे, बाद में समर्थन करते हुए कांग्रेस सदस्य भी आसन के दायरे में आकर नारेबाजी करने लगे। सभापति के समझाने का उन पर कोई असर नहीं हुआ। सभापति नायडू ने इस हंगामे के बीच ही शून्यकाल चलाया, जिसमें सदस्यों ने कोरोना वायरस जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। शून्यकाल के दौरान सभापति हंगामा करने वाले दलों के सदस्यों को नसीहत भी देते रहे, जिन्होंने यहां तक कह दिया कि यह लोकतांत्रिक तरीका नहीं और नाराजगी जताते हुए कहा कि यह बाजार नहीं है, बल्कि यह पार्लियामेंट है, जिसकी मर्यादाओं को पालन करना सदस्यों का दायित्व है। इसके बावजूद सीएए व एनआरसी के मुद्दे पर हंगामा होता रहा और उधर शून्यकाल चलता रहा, लेकिन शून्यकाल के चलते अंतिम क्षणों में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कार्यवाही का बहिष्कार करके सदन से बाहर चले गये। इसके बाद उच्च सदन में प्रश्नकाल भी चला और सदस्यों के सवालों के संबन्धित विभागों के मंत्रियों ने जवाब भी दिये। इससे पहले सोमवार को पूरे दिन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई थी।
सदस्यों ने भी हंगामे पर उठाई उंगली
शून्यकाल व प्रश्नकाल के दौरान उच्च सदन में सीएए व एनआरसी के मुद्दे पर हंगामा करते कांग्रेस, तृणमूल एवं अन्य दलों के आचरण पर सभापति नायडू ने ही नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए बाधित हुए ज्यादातर सदस्यों जिनमें वाईएसआर कांग्रेस, माकपा समेत कई सदस्यों उंगली उठाते हुए यहां तक नसीहत दी कि कांग्रेस सदस्य चयनित तरीके से नारेबाजी क्यों कर रहे हैं? इसीलिए इन्हें जनता ने सबक सिखाया है। वहीं सदस्यों के जवाब देने वालों ने भी हंगामा करते सदस्यों को नसीहत देते हुए आड़े हाथो लिया।
अनुराग ठाकुर का विरोध
राज्यसभा में मंगलवार को सभापति के कहने पर जब वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखे, तब कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी सदस्यों ने उनका जम कर विरोध किया। गौरतलब है कि अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के चुनाव प्रचार में जो टिप्पणी की थी, उसे लेकर एक दिन पहले उन्हें लोकसभा में विरोध का सामना करना पड़ा था।
निर्भया के दोषियों में देरी का मामला
राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आप का सांसद संजय सिंह ने निर्भया के दोषियों की फांसी में हो रहे विलंब पर शून्यकाल में आवाज उठाने की अनुमति मांगते हुए कहा कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में दोषियों को मिली मौत की सजा के त्वरित निष्पादन के लिए राष्ट्रपति और उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 2017 में उच्चतम न्यायालय ने दोषियों की अपील को खारिज कर दिया गया था, लेकिन जेल अधिकारियों को दोषियों को सूचित करने की प्रक्रिया को पूरा करने में एक साल से ज्यादा समय लगा और यह देरी राज्य सरकार की वजह से हुई है।
शून्यकाल में उठे विभिन्न मुद्दे
राज्यसभा में मंगलवार को शून्यकाल के दौरान कुछ राज्यों में फसलों पर टिड्डी दल के हमले, दक्षिण भारत में उच्चतम न्यायालय की पीठ से लेकर आयुष्मान भारत योजना में कथित अनियमितता, किसानों की आमदनी बढ़ाने, नदियों में प्रदूषण और स्वच्छ पेयजल की समस्या, दक्षिण भारत में उच्चतम न्यायालय की एक पीठ स्थापित करने, आयुष्मान भारत योजना के तहत फर्जी कार्ड, कर्मचारियों को संशोधित पेंशन, बैंक से धोखाधड़ी जैसे लोक महत्व के मुद्दे उठाए गये।
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राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा जारी
राज्यसभा की भोजनावकाश के बाद दो बजे शुरू हुई कार्यवाही के दौरान उप सभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू कराई, जिसकी शुरूआत भाजपा सांसद भूपेन्द्र यादव ने की। इस दौरान भी कांग्रेस सदस्यों की ओर से टीका टिप्पणी होती रही, लेकिन यादव भी इसका जवाब देते नजर आए। 
05Feb-2020



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