शनिवार, 29 फ़रवरी 2020

कश्मीर घाटी में पुनर्वास चाहते हैं कश्मीरी पंडित!

गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उठाई मांग
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर घाटी में पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35हटाने पर मोदी सरकार के प्रति आभार जताया और इस साहसिक फैसले के लिए बधाई भी दी। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर घाटी से नब्बे के दशक में विस्थापित कश्मीरी पंडितों को वापस पुनर्वास कराने की दिशा में प्राथमिकता के साथ समाधान निकालते हुए ठोस कदम उठाने की मांग की है। गृहमंत्री शाह से कश्मीरी पंडितों ने कहा कि वे वापस अपनी जन्मभूमि कश्मीर घाटी में बसना चाहते हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीरी पंडितों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के जम्मू-कश्मीर और लद्धाख के रूप में विभाजन के बाद वहां मूलभूत ढांचे को मजबूत करके इन दोनों राज्यों के विकास ओर बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता के साथ लागू कर रही हे, जिसमें केंद्रीय योजनाओं का लाभ वहां की जनता को देने के लिए केंद्रीय मंत्री और अधिकारी जम्मू-कश्मीर के प्रशासन के साथ मिलकर लगातार ऐसा माहौल बना रहे है, जिसमें विस्थापित कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास कराना भी सरकार की प्राथमिकता में हैं।
हालातों में तेजी से सुधार
कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधि मंडल से बातचीत करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से 370 हटने के बाद वहां के हालातों में लगातार सुधार का दावा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान लागू करने के लिए मोदी सरकार द्वारा हरेक केंद्रीय योजना को पूरे देश के साथ वहां तेजी और प्राथमिकता के आधार पर लागू करने का काम किया जा रहा है। शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हालातों में तेजी के साथ सुधार हो रहा है, जिसकी पुष्टि विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने दौरा करके की है। उनका कहना था कि धारा 370 हटाए जाने के बाद सरकार ने वहां राष्ट्रीय, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से भारत को एकजुट करने का जो कदम बढ़ाया है, उसी आधार पर वहां विकास और जनहित में विभिन्न योजनाओं को लागू किया जा रहा है। इस मौके पर कश्मीरी पंडितों ने गृहमंत्री शाह से यह भी अनुरोध किया है कि कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल को भी कश्मीर घाटी का दौरा करने की अनुमति दी जाए। उधर केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात करने वालों में शामिल सुशील पंडित का कहना है कि उन्हें अपने घरो से बेदखल हुए करीब तीन दशक हो गये हैं। अब जब मोदी सरकार ने ऐतिहासिक और साहसिक फैसला लेकर धारा 370 हटाई है तो विस्थापित कश्मीरी पंडितों को घर वापसी की उम्मीदें बढ़ी हैं, जिसमें वे अपना और परिजनों का सुखद भविष्य देख रहे हैं।
19Feb-2020


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