शनिवार, 15 फ़रवरी 2020

संसद ने दी राष्ट्रपति अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव को मंजूरी

संशोधित नागिरकता कानून से प्रभावित नहीं होगा कोई भी भारतीय: मोदी
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को दोनों सदनों ने मंजूरी दे दी है। इससे पहले दोनों सदनों में हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खासकर संशोधित नागरिकता कानून पर विपक्षी दलों द्वारा लोगों को गलत जानकारी देकर गुमराह करने पर जोरदार निशाने साधते हुए उन्हें खरी-खरी सुनाई।
राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर गुरुवार को चर्चा पूरी होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले लोकसभा और उसके बाद राज्यसभा में चर्चा का जवाब देते हुए संशोधित नागिरकता कानून पर देश को गलत जानकारी देकर गुमराह करने को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष पर जबरदस्त निशाने साधे। पीएम मोदी ने दोनों सदनों को नागरिकता संशोधन कानून पर विस्‍तार से बोलते हुए भरोसा दिलाया कि इस कानून का देश के किसी भी नागरिक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने इस कानून पर पूर्ववर्ती सरकार के रूख का भी जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार भी ऐसा ही कानून लाने के हक में थी। उन्‍होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का हवाला देते हुए कहा कि वह पड़ोसी देशों के अल्‍पसंख्‍यकों को भारत में शरण देने के लिए नागरिकता कानून में संशोधन के हक में थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल देश में विभाजन के पाकिस्‍तानी एजेंडो को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्‍होंने दोनों ही सदनों में स्पष्ट किया कि नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने से कोई भी भारतीय नागरिक चाहे, वह किसी भी धर्म या सम्‍प्रदाय का हो, प्रभावित नहीं होगा।
सीएए पर गुमराह करने पर विपक्ष पर बरसे मोदी
राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकता संशोधित कानून पर पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा किये गये संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा कि नेहरू जी भी ऐसे कानूनों के पक्षधर रहे है जो रिकार्ड में है। लेकिन वोटबैंकी राजनीति में सीएए और एनपीआर की सामान्य प्रक्रियाओं की गलत जानकारी देकर विपक्ष देश को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है। जबकि इस दशक में दुनिया की भारत से बहुत अपेक्षाएं हैं और भारतीयों को हमसे बहुत अपेक्षाएं हैं। इन अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए हम सभी के प्रयास 130 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं के अनुरूप होने चाहिए। उन्होंने विपक्ष से सवाल करते हुए कहा कि क्या राष्ट्र को गुमराह करना और गलत जानकारी देना ठीक है? क्या कोई भी एक अभियान का हिस्सा हो सकता? कई विपक्षी दलों द्वारा सीएए का समर्थन दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देश में मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं के समाधान को 100 फीसदी पूरा करने की दिशा में जाने का प्रयास किया है, जिसमें बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए किये जा रहे कामों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की देश को गति देने के लिए पूरी की गई और चलाई जा रही योजनाओं का भी जिक्र किया। पीएम ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि अच्छा होता कि हताशा और निराशा का माहौल छोड़कर नया उमंग, नए विचार, नई ऊर्जा के साथ देश को नई दिशा मिलती, देश को मार्गदर्शन मिलती। लेकिन शायद ठहराव को ही आपने अपना वर्चयू बना लिया है।
जम्मू कश्मीर पर आजाद को ऐसे दिया जवाब
पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने गलत कहा कि जम्मू कश्मीर पर बिना चर्चा के फैसला लिया गया। पूरे देश ने देखा कि इस विषय पर लंबी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि आजाद याद कीजिए जब तेलंगाना बना, तब दरवाजा बंद कर दिया गया, टीवी बंद कर दिया गया, चर्चा का तो कोई स्थान ही नहीं बचा था। उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार ने उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़ बनाया, ये तीनों राज्य विकास कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर पर सरकार ने जो भी फैसले लिए पूरी चर्चा के बाद लिए गए। पीएम मोदी ने कहा कि 20 जून 2018 के बाद जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा। इसके बाद पहली बार जम्मू कश्मीर के लोगों को आरक्षण का लाभ मिला, स्वतंत्रता के बाद पहली बार ब्लॉक डेवलपमेंट के चुनाव हुए। पहली बार जम्मू कश्मीर में ट्रेड और स्टॉर्टअप पॉलिसी बनी। पहली बार जम्मू कश्मीर में एंटीकरप्शन ब्यूरो की स्थापना हुई। पहली बार जम्मू कश्मीर में अलगाववाद पर कमी आई। इसके बाद पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर में हुए विकास कार्यों से भी सदन को अवगत कराया। वहीं नरेंद्र मोदी ने बताया कि आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद जम्मू-कश्मीर में आरक्षण लागू हुआ, रियल एस्टेट ऐक्ट लागू हुआ और ऐंटी करप्शन ब्यूरो भी बनाया गया। उन्होंने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को जवाब देते हुए कहा कि यह झूठ है कि जम्मू-कश्मीर पर फैसले से पहले चर्चा नहीं हुई। इस विषय पर चर्चा हुई, पूरे देश ने देखा और ज्यादातर सांसदों ने इसके समर्थन में वोट भी किया।
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लोकसभा में अधीर व राहुल को मुहंतोड़ जवाब
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में भी गुरुवार को पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले जो कुछ भी हुआ कि राजनीति के तराजू से तौलकर और आधे-अधूरे मन से किया गया, जबकि उनकी सरकार ने चुनौतियों को चुनौती देते हुए समस्याओं का समाधान निकालने के लिये दीर्घकालिक नीति के तहत काम किया जिससें अर्थव्यवस्था आगे बढ़ी तथा वित्तीय घाटा एवं महंगाई स्थिर रही। मोदी ने कहा कि लोगों ने सिर्फ एक सरकार बदली है, केवल ऐसा नहीं है, बल्कि सरोकार भी बदलने की अपेक्षा की है। मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम भी आप लोगों के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से अनुच्छेद 370 नहीं हटता। आपके तौर तरीके से चलते तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती। प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर प्रहार जारी रखते हुए कहा कि अगर वह उनकी सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती, करतारपुर साहिब गलियारा कभी नहीं बन पाता और भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के रास्ते पर हम चलते, तो देश 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का और 35 साल बाद भी अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमान का इंतजार करता रहता। 28 साल बाद भी बेनामी संपत्ति कानून लागू नहीं हो पाता और 20 साल बाद भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति नहीं हो पाती।
हमारे लिए जिंदगी ‘गांधी’
लोकसभा में अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कांग्रेस सदस्यों से कहा कि आपके लिये (कांग्रेस) (महात्मा) गांधी जी ट्रेलर हो सकते हैं, हमारे लिये गांधीजी जिंदगी हैं। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के तीसरे दशक में माननीय राष्ट्रपति जी का वक्तव्य हम सभी को दिशा व प्रेरणा देने वाला और देश के लोगों में विश्वास पैदा करने वाला है। हमारी सरकार की अगर ये तेज गति न होती तो 37 करोड़ लोगों के बैंक खाते इतनी जल्दी नहीं खुलते। उन्होंने कहा कि अगर गति तेज न होती तो 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय न बनते। 13 करोड़ गरीब लोगों के घर में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचता। दो करोड़ नए घर गरीबों के लिए नहीं बनते। लंबे समय से अटकी दिल्ली की 1,700 कॉलोनियों को नियमित करने का काम पूरा न होता।
किसानों के सशक्तिकरण की प्रतिबद्धतस
प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है और वह न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, फसल बीमा को प्रभावी बनाने, वर्षों से लटकी सिंचाई योजनाओं को पूरा करके इस दिशा में प्रतिबद्धता से काम कर रही है। सिंचाई से लेकर उद्योग तक, सड़क से लेकर बंदरगाह तक और हवाई मार्ग से लेकर जल मार्ग तक हमने अनेक पहल की हैं। कृषि मंत्रालय का बजट 27 हजार करोड़ रुपये था, अब इसे करीब पांच गुना बढ़ाकर लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये तक हमने पहुंचाया है। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों में एक विश्वास पैदा हुआ है। प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों के नुकसान के लिए किसानों को करीब 56 हजार करोड़ इस बीमा योजना से मिले। वहीं वर्षों से लटकी करीब 99 सिंचाई परियोजनाओं पर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर हमने उन्हें पूरा किया और अब किसानों को उसका लाभ मिल रहा है।
कांग्रेस नेता अधीर पर चलाए तीर
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मोदी एक बार फिर रंग में दिखे और विपक्षी नेताओं खासकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन और राहुल गांधी पर जमकर कटाक्ष किया। अधीर पर तो मोदी के तीर कुछ ज्यादा ही चले। मोदी ने अधीर की भाषण शैली को फिट इंडिया मूवमेंट से ही जोड़ डाला। मोदी ने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट का प्रचार प्रसार अधीर जी बहुत बढ़िया ढंग से कर रहे हैं। मोदी इस इस टिप्पणी के बाद अधीर सीट पर उठ खड़े। मोदी ने फिर और चुटकी लेते हुए कहा कि अधीर सिर्फ भाषण ही नहीं करते हैं, इसके साथ-साथ जिम भी करते हैं। यह फिट इंडिया को बल देने के लिए प्रचार-प्रसार करने के लिए माननीय सदस्य का धन्यवाद देता हूं। जब अधीर पर कटाक्ष कर रहे थे, तो उस समय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी सदन में मुस्कुराते नजर आए। 
07Feb-2020

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