शुक्रवार, 31 जनवरी 2020

बजट पेश होने तक हरेक संपर्क से वंचित हुए नौकरशाह

हलवा रस्म के साथ बजट दस्तावेजों की छपाई शुरू संसद में एक फरवरी को पेश होगा केंद्रीय बजट हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली। संसद के सत्र के दौरान आगामी एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट-2020-21 के दस्तावेजों की छपाई परंपरागत हलवा रस्म के साथ शुरू हो गई है। खासबात है कि बजट की छपाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों को एक फरवरी यानि संसद में बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय का मेहमान के रूप में वहीं रहना पड़ेगा। संसद में आगामी एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय आम बजट 2020-21 के दस्तावेजों की छपाई की प्रक्रिया शुरू होने से पहले सोमवार को सुबह नॉर्थ ब्लॉक में परंपरागत ‘हलवा रस्म’ का आयोजन हुआ, जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा वित्त मंत्रालय के सचिव राजीव कुमार समेत संबन्धित अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जहां बजट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए बजट बनाने में शामिल अधिकारी और कर्मचारी हलवा खाते ही ‘लॉक-इन’ हो गये। मसलन इस परंपरा के तहत संसद में बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी वित्त मंत्रालय के ही मेहमान बन गये और बजट की छपाई पूरी होने तक ही नहीं, बल्कि संसद में बजट पेश होने तक वे वित्त मंत्रालय में छपाई खाने में ही रहेंगे। इन जिम्मेदार किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अपने घर या बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी और वे इंटरनेट या मोबाइल या किसी अन्य संपर्क संसाधनों के जरिए परिजनों समेत किसी भी बाहरी लोगों से संपर्क नहीं साध सकेंगे। यानि नियमों के मुताबिक इन लोगों को अपने जानकारों से ईमेल, फोन या अन्य किसी दूसरे माध्यम से संपर्क करने की भी सख्त मनाही रहेगी। इस हलवा कार्यक्रम में सचिव डीईए अतनु चक्रवर्ती, राजस्व सचिव डॉ.ए.बी. पांडे, सचिव डीआईपीएएम तुहिन कांत पांडे, सचिव व्यरय टी.वी. सोमनाथन और वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। इस मौके पर सीबीडीटी अध्यक्ष पी.सी. मोदी, सीबीआईसी अध्यकक्ष जॉन जोसेफ, सीबीडीटी और सीबीआईसी के सदस्य, संयुक्त सचिव (बजट) रजत मिश्रा के अलावा बजट तैयार करने और छपाई प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी इस अवसर पर शामिल होकर सभी ने हलवा का स्वाद लिया। नियमों के मुताबिक इन लोगों को अपने जानकारों से ईमेल, फोन या अन्य किसी दूसरे माध्यम से संपर्क करने की भी सख्त मनाही रहेगी। नियमों के अनुसार केवल वित्त मंत्रालय के बेहद वरिष्ठ अधिकारी को ही घर जाने की इजाजत होती है। मंत्रालय के अनुसार बजट की छपाई प्रक्रिया में करीब 100 कर्मचारी शामिल हैं, जो बजट पेश होने तक अब नॉर्थ ब्लॉक स्थति वित्त मंत्रालय के कार्यालय वह छपाई खाने में ही कैद रहेंगे। क्या है आम बजट? बजट किसी सत्तारुढ़ पार्टी का दस्तावेज होता है जिसमें सरकार के द्वारा प्रस्तावित राजस्व और अलग अलग योजनाओं पर किए जाने वाले खर्चों का लेखा जोखा पेश किया जाता है। यह बजट भारत के वित्त मंत्री द्वारा हर साल संसद में पेश किया जाता है। भारत की आजादी के बाद संसद में पहला बजट आर के संमुखम छेत्ती ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था। बजट हर आर्थिक साल के फरवरी महीने के आखिरी दिन पेश किया जाता रहा है, लेकिन मोदी सरकार ने इस परंपरा को बदलते हुए रेल बजट को आम बजट में समायोजित करते हुए अब एक फरवरी को पेश करने की परंपरा को आगे बढ़ाया है। बजट और हलवा का कनेक्शन बजट की छपाई शुरु करने से पहले मूंग की दाल का हलवा बनाया जाता है जिसे वित्त मंत्री खुद सदस्यों को परोसते है। देश के पहले बजट से लेकर अभी तक इस परंपरा का पालन किया जा रहा है। यह परंपरा भारतीय संस्कृति के उस मान्यता का परिचायक है जिसमें रहा गया है किसी भी शुभ काम को करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए। 21Jan-2020

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