गुरुवार, 9 जनवरी 2020

अगले पांच साल में 60 हजार किमी सड़कों निर्माण का लक्ष्य


मौजूदा वित्तीय वर्ष में पूरी होगी 3212 किमी सड़क परियोजना
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में सड़कों के जाल बिछाने की गति को तेजी से बढ़ाया जा रहा है, जिसमें सड़क सुरक्षा केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। देश में राष्ट्रीय राजमार्गो और राजकीय राजमार्गो के विस्तार करने के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए अगले पांच साल में 60 हजार किमी सड़कों के निर्माण करने का लक्ष्य तय किया गया है। जबकि मौजूदा वत्तीय वर्ष में 5958 किमी सड़क निर्माण पूरा होने के अलावा 3212 किमी लंबाई की परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी ने हरिभूमि को यह जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रालय ने अगले पांच साल में देश में 60 हजार किमी लंबी सड़कों का निर्माण करने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें 2500 किमी एक्सप्रेस-वे और एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे, नौ हजार किमी आर्थिक गलियारे, तटीय और बंदरगाह कनेक्टिविटी राजमार्गों के लिए दो हजार किमी और दो हजार किमी सीमा सड़क जैसे रणनीतिक राजमार्ग हैं। वहीं मंत्रालय ने इस दौरान 100 पर्यटन स्थलों के लिए कनेक्टिविटी में सुधार करने और 45 कस्बों और शहरों के लिए बायपास बनाने की योजना का भी खाका तैयार किया है। मंत्रालय के अनुसार पिछले पांच सालों में वित्तीय वर्ष 2018-19 में सर्वाधिक 10,855 किमी लंबी सड़क परियोजना को पूरा किया गया है।
नेशनल हाइवे की तेजी से बढ़ी लंबाई
मंत्रालय के अनुसार मोदी सरकार ने वर्ष 2014 मेंकेंद्र की सत्ता संभालने के बाद देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के मकसद से जो प्रमुख नीतिगत निर्णय लिये थे, उसमें सड़क परिवहन मंत्रालय ने सड़क सुरक्षा की प्राथमिकता के साथ सड़क परियोजनाओं को तेजी के साथ आगे बढ़ाया है, जिसमें गत नवंबर 2019 तक पिछले पांच साल में मंत्रालय ने देश में 91,287 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को विस्तार देते हुए उसकी लंबाई 1.36 लाख 631 किमी तक पहुंचा दिया है, जिसे दो लाख किमी करने का लक्ष्य है। हालांकि मंत्रालय ने इस दौरान 59,777 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण करने के मकसद से परियोजनाओं को अवार्ड किया था, लेकिन नवंबर 2019 तक 45,344 किमी का ही निर्माण पूरा किया जा चुका है। मंत्रालय के अनुसार यदि मौजूदा वित्तीय वर्ष में 3212 किमी निर्माण का लक्ष्य पूरा होता है तो देश में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 1.39 लाख 842 किमी हो जाएगी। मंत्रालय के अनुसार मौजूदा वित्तीय वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के अलावा मंत्रालय ने 10 हजार किमी सड़कों के निर्माण का अवार्ड किया था, लेकिन नवंबर 2019 तक इससे ज्यादा 11 हजार किमी लंबी सड़के बनाई गई है, जिन पर 85,275 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। जहां तकि पिछले पांच साल में नेशनल हाइवे निर्माण का सवाल उसमें वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान सर्वाधिक 10,855 किमी लंबी सड़क परियोजना को पूरा किया गया है।
जल्द सिग्नल फ्री होंगे नेशनल हाइवे
केंद्र सरकार ने देश में परिवहन व्यवस्था को सुगम एवं सुरक्षित बनाने की दिशा में देशभर में राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेस-वे पर आने वाले हरेक लेवल क्रासिंग या रेलवे फाटकों पर ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज बनाने की जारी परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने का का फैसला किया है। मंत्रालय के अनुसार सेतुभारतम परियोजना के तहत पूरे देश में राष्ट्रीय राजमार्गो को पूरी तरह सिग्नल फ्री करने के मकसद से सभी लेवल क्रासिंग के स्थानों पर रोड ओवर ब्रिज (आरओडी) या रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) बनाये जा रहे हैं। मंत्रालय के अधिकारी की माने तो सेतु भारतम योजना के तहत कमजोर और संकरे पुलों को बदलने और चौड़ा करके मजबूत करने का कार्य भी किया जा रहा है। इस योजना का लक्ष्य जल्द ही हासिल कर लिया जाएगा। नेशनल हाइवे पर इस योजना को शुरू कराने से पहले ही देश में 208 रेलवे क्रासिंग समेत कुल 515 आरओबी/ आरयूबी चिन्हित कर लिये गये थे, जिनके लिए करीब 54 हजार करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
05Jan-2020

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