एम मोदी ने विपक्ष को दिया हर मुद्दे पर चर्चा कराने का भरोसा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
संसद के बजट
सत्र से एक दिन पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों द्वारा सीएए, एनपीआर, एनआरसी, अर्थव्यवस्था, महंगाई
और कश्मीर के हालातों जैसे मुद्दे उठाते हुए उन पर प्रमुखता से चर्चा कराने की मांग
की, तो वहीं खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों
को भरोसा दिया कि सरार उनके द्वारा उठाए जाने वाले हरेक मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार
है।
कल शुक्रवार को शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र
से पूर्व गुरुवार को सरकार की ओर से संसद भवन में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी
दलों द्वारा उठाए गये मुद्दो पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सांसदों को संसद
की उपयोगिता बढ़ाने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। पीएम ने विपक्षी दलों के
आर्थिक मुद्दा उठाने का स्वागत करते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति पर फोकस करना
बेहद जरूरी है, जिसके लिए उन्होंने सभी दलों से आग्रह किया कि उन्हें देखना चाहिए
कि देश मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य से कैसे लाभ ले सकता है, इसलिए इस मुद्दे पर संसद में सार्थक और समृद्ध चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने
संसद के बजट सत्र की कार्यवाही और विधायी कार्यो में सहयोग की अपील करते हुए विपक्षी
दलों से कहा कि सरकार विपक्ष की राय जानने ओर उनके हर मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार
है।
विपक्षी दलों ने का इन मुद्दों
पर रहा फोकस
सर्वदली बैठक में विपक्षी दलों ने संशोधित नागरिकता
कानून (सीएए), एनपीआर, एनआरसी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, कश्मीर की स्थिति तथा अन्य कई मुद्दे उठाए और इन पर चर्चा कराने
की मांग की। बैठक में द्रमुक और वाम दलों ने इन मुद्दों के साथ जम्मू-कश्मीर की
स्थिति और कई महीनों से कैद
फारूख
अब्दुल्ला की रिहाई करने की भी मांग की। विपक्षी दलों के नेताओं ने कुछ फैसलों से देश
में बनी अस्थिरता के माहौल का जिक्र करते हुए सरकार को इसका समाधान तलाशने को कहा है।
खासकर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सीएए के खिलाफ
प्रदर्शनों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि सरकार ने प्रदर्शनकारियों से
सम्पर्क करने की कोई कोशिश नहीं कर रही है, जबकि बच्चों से लेकर महिला एवं बुजुर्ग तक सड़को
पर हैं।
इन दलों व नेताओं ने की
हिस्सेदारी
केंद्र सरकार की ओर से आयोजित इस सर्वदलीय बैठक
में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, द्रमुक, वाम दलों के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। जबकि सरकार की ओर से
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के अलावा
केंद्रीय मंत्री थांवरचंद गहलौत, रामविलास पासवान, संसदीय
कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी. मुरलीधरन प्रमुख
रूप से शामिल हुए।
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बिरला ने की कार्यवाही को
सुचारू से चलाने की अपील
केंद्र सरकार के अलावा गुरुवार शाम संसद भवन
की पुस्कालय बिल्डिंग के सभागार में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी लोकसभा में सभी
दलोंने के नेताओं की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में सभी दलों से सदन की कार्यवाही
को सुचारू रुप से चलाने की अपील की गई। विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा उठाए गये मुद्दो
पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि संसदीय मर्यादा और नियमों के अनुसार सदन में सभी
सदस्यों को बोलने का मौका और अपना मुद्दा उठाने का मौका दिया जाता है और दिया जाता
रहेगा।
31Jan-2020
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