एक पखवाड़े में जारी हुए 1.15 करोड़ फास्टैग
15
जनवरी से बिना फास्टैग वाहनों का देना पड़ेगा दोगुना टोल टैक्स
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र
सरकार राष्ट्रीय राजमार्गो से सफर करने वालों को फास्टैग की अनिवार्यता को अब
बढ़ाने के मूड में नहीं है। मसलन 15 जनवरी से टोल प्लाजाओं से गुजरने वाले बिना
फास्टैग लगे वाहनों को दोगुना टोल टैक्स देना पड़ सकता है। हालांकि सरकार का दावा
है कि टोल प्लाजाओं पर ई-टोल संग्रह प्रणाली तेजी के साथ रफ्तार पकड़ रही है और
पिछले 15 दिनों में 1.15 करोड़ से भी ज्यादा फास्टैग जारी हो चुके हैं।
केंद्रीय
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार देशभर में 15 दिसंबर से टोल प्लाजाओं
पर फास्टैग के जरिए इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली को अनिवार्य कर दिया गया था,
जिसमें फास्टैग के प्रति वाहन चालकों को प्रोत्साहन करने की दिशा में 25 फीसदी टोल
भुगतान कैश के जरिए करने की एक माह के लिए छूट दी गई थी, लेकिन अब 15 जनवरी के बाद
मंत्रालय फास्टैग के लिए इस छूट को बढ़ाने के कतई मूड में नहीं है। मसलन 15 जनवरी
से राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने टोल प्लाजाओं से यदि कोई भी वाहन बिना फास्टैग के
गुजरेगा तो उससे दो गुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। मंत्रालय के अनुसार फास्टैग
प्रणाली को शतप्रतिशत लागू करने की दिशा में टोल प्लाजाओं पर जरिए इलेक्ट्रॉनिक
टोल संग्रह में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसके साथ फास्टैग की बिक्री भी
बढ़ रही है। पिछले 15 दिनों में 1.15 करोड़ से भी ज्यादा वाहनों को फास्टैग जारी
हो चुके हैं। मंत्रालय के अनुसार प्रतिदिन एक लाख से भी ज्यादा फास्टैग जारी किये
जा रहे हैं।
तेजी से बढ़ा ई-टोल संग्रह
मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्गो पर बने एनएचएआई के
टोल प्लाजाओं पर फास्टैग के जरिए आवाजाही के आंकड़े के 30 लाख के पार चले जाने के साथ ही प्रतिदिन होने
वाला इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह 52 करोड़ रुपये के
पार पहुंच
गया है, जो भविष्य में इससे भी ज्यादा होना तय है। मंत्रालय का कहना है कि फास्टैग
फास्टैग वाहन चालकों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित टोल प्लाजा
से गुजरने में काफी सहूलियत प्रदान करता है। यह राजमार्गों पर एक त्वरित एवं सुविधाजनक
टूल या साधन के रूप में काफी मददगार साबित हुआ है, जो डिजिटल इंडिया के सच्चे प्रतीक को दर्शाता
है। इस प्रणाली
के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों (फील्ड ऑफिसर) के अथक प्रयासों के साथ-साथ
सभी शुरुआती मुद्दों को सुलझाने के लिए मुख्यालय स्तर पर निगरानी की अच्छी व्यवस्था
की बदौलत एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित टोल प्लाजा पर फास्टैग के जरिए
आवाजाही में प्रतिदिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
आसान हुई आवाजाही
फास्टैग को अपनाने में काफी आसानी होने से
राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले वाहन चालक पहले से ही काफी अच्छा महसूस कर रहे
हैं, जिससे टोल प्लाजा पर बाधाओं
को कम करने और वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने में काफी मदद मिल रही है।
फास्टैग रिचार्ज कराने को काफी आसान बनाने के लिए भारत सरकार ने हाल ही में रिचार्ज
के कई अन्य तरीकों में भीम यूपीआई एप को भी शामिल कर लिया है। इसने किसी भी यूपीआई
पंजीकृत बैंक के जरिए फास्टैग को रिचार्ज कराने का मुद्दा सुलझा लिया है। फास्टैग
को अमल में लाना राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चलाने वालों को सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं निर्बाध सफर सुनिश्चित करने
की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
01Jan-2020
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