गुरुवार, 9 जनवरी 2020

अब नेशनल हाइवे पर बाधक नहीं बनेंगे स्पीड़ ब्रेकर!

एनएचएआई ने गति अवरोधकों को हटाने के लिए शुरू किया विशेष अभियान
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
देश में राष्ट्रीय राजमार्गो के सफर को सुरक्षित, आसान और व्यवधानमुक्त बनाने के मकसद से सभी टोल प्लाजाओं पर फास्टैग की अनिवार्यता लागू करने के बाद अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देशभर के नेशनल हाइवे पर बने गति अवरोधक हटाने की मुहिम शुरू कर दी है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को देश में राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर बने सभी प्रकार के गति अवरोधकों (स्‍पीड ब्रेकरों) को हटाने के लिए शुरू किये गये विशेष अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि एनएचएआई के इस विशेष अभियान के तहत तमाम स्पीड ब्रेकरों को हटाया जाएगा, ताकि विशेष रूप से टोल प्‍लाजाओं पर फास्टैग के महत्व को देखते हुए नेशनल हाइवे पर सड़क यातायात को सुगम और व्‍यवधान मुक्‍त बनाया जा सके। मंत्रालय के अनुसार टोल प्लाजाओं पर फास्‍टैग को प्रभावी तरीके से लागू किए जाने तथा नकद में टोल टैक्‍स वसूलने की व्‍यवस्‍था को फास्‍टैग में परिवर्तित किए जाने के साथ नेशनल हाइवे पर बने गति अवरोधकों और रंबल स्ट्रिप्स वाहनों की आवाजाही में बाधक बने हुए हैं जिसे देखते हुए उन्हें तत्‍काल प्रभाव से हटाना शुरू कर दिया गया है।
गति नियंत्रण के लिए बदले डिजाइन
मंत्रालय के अनुसार नेशनल हाइवे पर स्पीड ब्रेकर हटाकर वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए सड़कों को विभिन्‍न श्रेणियों में अलग-अलग परिस्थितियों के हिसाब से डिजाइन किया गया है, ताकि इन पर वाहनों का परिचालन सुगम और सुरक्षित तरीके से हो सके। मसलन कुछ स्थानों पर यातायात को नियंत्रित करने और सुरक्षित बनाए रखने के लिए उनकी गति पर नियंत्रण रखना आवश्‍यक हो जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि राष्ट्रीय राजमार्गों को बिना किसी बाधा के वाहनों को पूरी गति से आने जाने की सुविधा के अनुरूप डिज़ाइन कर लिया गया है इस व्यवस्था के बाद ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों से स्पीड ब्रेकरों को हटाने का अभियान शुरु किया गया है।
आवाजाही हो सकेगी आसान
राष्ट्रीय राजमार्गो पर बने स्पीड ब्रेकरों को हटाने वाहनों की गति तेज या धीमी करते समय गति होने वाली परेशानी दूर होगी और वहीं इनके कारण ईंधन और समय की बचत भी होगी। वहीं राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर विशेष रूप से एंबुलेंस गाडि़यों और वृद्ध जनों तथा अस्‍वस्‍थ लोगों को लाने ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही आसान बनाने के लिए सड़कों के डिजाइन को अलग-अलग बनाया गया है। मंत्रालय के अनुसार देश में सड़क सुरक्षा और आसान सफर के लिए परियोयजनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, जिसमें वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में भी हरित मार्ग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
बेहतर साबित हुई ई-टोल संग्रह प्रणाली
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने यह भी दावा किया है कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की आवाजाही सुगम बनाने के मकसद से गत 15 दिसंबर 2019 से फास्‍टैग प्रणाली को लागू किया जा चुका है। इसके जरिए नेशनल हाइवे के तमाम टोल प्लाजाओं पर इलेक्‍ट्रानिक प्रणाली से टोल संग्रह लगातार बढ़ रहा है। वहीं फास्टैग प्रणाली लागू होने से टोल प्लाजाओं पर वाहनों का जमघट और लंबी-लंबी लाइने लगना बंद हो गई है, जिसे यात्रियों द्वारा ईटीसी के सकारात्मक प्रभाव इसलिए भी महसूस किये जाने लगे हैं कि समय और ईंधन की बचत हो रही है। इसी प्रणाली को पूरी तरह से सार्थक बनाने की दिशा में राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों को सुरक्षित, सुचारू और निर्बाध यात्रा प्रदान करने की प्रतिबद्धता के तहत स्पीड ब्रेकर मुक्त राजमार्ग बनाना बेहतर साबित होगा।
जल्द सिग्नल फ्री होंगे नेशनल हाइवे   
केंद्र सरकार ने देश में परिवहन व्यवस्था को सुगम एवं सुरक्षित बनाने की दिशा में देशभर में सेतुभारतम परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेस-वे पर आने वाले हरेक लेवल क्रासिंग या रेलवे फाटकों पर ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज बनाने की जारी परियोजना भी तेजी के साथ चलाई जा रही है। इसका मकसद राष्ट्रीय राजमार्गो को सिगनल फ्री करना है। 
08Jan-2020


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