बुधवार, 12 जुलाई 2017

उपराष्ट्रपति चुनाव अडिग फिर आए मैदान में अड़े


      
दाखिल एक दर्जन नामांकनों में चार तत्काल निरस्त
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
आगामी पांच अगस्त को होने वाले उप राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रपति पद के लिए दो अलग-अलग नामांकन निरस्त होने से हताश वाराणसी के हठयोगी के नाम से चर्चित नरेन्द्रनाथ दूबे अडिग ने भी अपनी उम्मीदवारी का दावा ठोकते हुए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। अभी तक इस पद के लिए दाखिल 12 नामांकन पत्रों में से चार को तत्काल निरस्त कर दिया गया है।
राष्ट्रपति पद के चुनाव में दो अलग-अलग नामांकन निरस्त होने से हताश वाराणसी के हठयोगी के नाम से चर्चित नरेन्द्रनाथ दूबे
अडिग ने अब उप राष्ट्रपति पद के लिए भी अपनी उम्मीदवारी का दावा ठोकते हुए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है, जिसे 19 जुलाई को जांच के लिए सुरक्षित जमा कर लिया गया है। इससे पहले 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति पद के लिए भी अडिग ने दो नामांकन पत्र दाखिल किये थे, जिनमें संविधान के नियमों के अनुसार सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बावजूद निरस्त हो जाने से वह निराश हुए, लेकिन उन्होंने अब उप राष्ट्रपति पद के लिए भी अपनी दावेदारी ठोकते हुए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है, जिसमें निर्वाचन नामावली की सत्यापित प्रतिलिपि, 20-20 या उससे ज्यादा प्रस्तावकों और अनुमोदकों के हस्ताक्षर के अलावा निर्धारित जमानत राशि के रूप में 15 हजार रुपये की धनराशि का प्रमाण पत्र भी जमा करा दिया है। गौरतलब है कि वह लगातार इन दोनों पदों पर अपनी किस्मत आजमाते आ रहे हैं, लेकिन जांच के दौरान उनके नामांकन पत्र निरस्त होते रहे हैं। हठयोगी के नाम से पहचाने जाने वाले नरेन्द्रनाथ पेशे से वकील भी हैं और योग-साधना में दक्षता हासिल करने का दावा करते हैं। इनके अलावा दूसरा नामांकन पत्र दिल्ली के रोहिणी निवसी दीपक शर्मा ने दाखिल किया है।
चार नामांकन रद्दी की टोकरी में
राज्यसभा सचिवालय के अनुसार मंगलवार को एक मात्र नामांकन पत्र दाखिल किया गया गया है, जिसके साथ अभी तक इस उप राष्ट्रपति पद के लिए कुल 12 नामांकन दाखिल हुए हैं। इनमें से मतदाता सूची की प्रमाणित प्रति या जमानत राशि के 15 हजार रुपये अथवा कम से कम 20-20 प्रस्तावकों व अनुमोदकों के हस्ताक्षर वाले नियम में से किसी एक को पूरा न करने वाले उम्मीदवार के नामांकन को मौके पर ही निरस्त कर दिया गया, ऐसे अभी तक चार उम्मीदवारों के नामांकनों को रद्दी की टोकरी में डाला जा चुका है। जबकि बाकी को 19 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच के लिए सुरक्षित जमा कर लिया गया है। 
12July-2017


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