रविवार, 20 मार्च 2016

देशभर के टोल प्लाजाओं बदलेगी की सूरत!


प्रशिक्षित टोलकर्मी अनिवार्य ड्रेस कोड में रहेंगे तैनात
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में सड़कों के निर्माण के साथ वाहनों की आवाजाही आसान बनाने की दिशा में टोल प्लाजाओं पर टोल संग्रह प्रणाली को इलेक्ट्रॉनिक करने की योजना को गति दी है। वहीं सरकार के एक नये फैसले से अब देश के हर टोल पर कर्मचारी एक जैसी ड्रेस में नजर आएंगे और उनके व्यवहार के लहजे भी बदले नजर आएंगे। मसलन सरकार ने एक जैसे  ड्रेस कोड के टोलकर्मियों को शिष्टाचार और अनुशासन के दायरे में लाने की योजना को लागू कर दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार हाल ही में जारी एनएचआईए के एक दिशा निर्देश में कहा गया है कि देश के टोल प्लाजाओं पर आम लोगों के साथ कर्मचारियों द्वारा किये जाने वाले अभद्रव्यवहार की शिकायतों में इजाफा होने के कारण ऐसा निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्गो और अन्य प्रमुख मार्गो पर आमजन की आवाजाही को सरल और सुलभ बनाने के पहले ही सरकार ने 300 इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली को लागू करना शुरू कर दिया है। ऐसी योजनाओं में खासकर राष्ट्रीय राजमार्गो पर बने टोल प्लाजा को सीसीटीवी निगरानी प्रणाली, स्वचालित यातायात काउंटर एवं वर्गीकृत (एटीसीसी) प्रणालियां और ई-टेंडरिंग जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की प्रक्रिया जारी है। अब नये दिशानिर्देशों में पूरे देश में टोलकर्मियों के लिए एक जैसी यूनिफार्म अनिवार्य करने के साथ उन्हें शिष्टाचार और अनुशासन का पाठ पढ़ाकर कम से कम एक सप्ताह का प्रशिक्षण को जरूरी कर दिया गया है। एनएचआई ने देश भर के परियोजना निदेशकों को आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कर प्राधिकरण मुख्यालय रिपोर्ट भेजने के भी आदेश दिये हैं। इसके अलावा वे-इन मोशन ब्रिज (डब्ल्यूआईएम), स्वचालित वाहन काउंटर एवं वगीर्कारक (एवीसीसी) प्रणाली भी लागू करने योजनाओं पर काम चल रहा है। सरकार ने ताजा निर्देशों में टोल कर्मियों की मानकता के अलावा टोल स्लिप व टोल फी के बोर्ड के प्रारूप निर्धारित किए गए हैं, जिसमें यह भी तय किया गया है कि टोल कर्मचारियों को क्या करना है और क्या नहीं। इन सभी नियमों को मार्च महीने के भीतर पूरे देश के सभी टोल नाकों पर लागू करना होगा।
ऐसी होगी टोलकर्मियों की ड्रेस 
एनएचएआई के दिशानिर्देशों के मुताबिक टोल प्लाजाकर्मियों का ड्रेस कोड भी तय कर दिया है, जिसके अनुसर टोल संग्रह कर्मचारियों को नेवी-ब्लू रंग की शर्ट और ट्राउजर के साथ सिर पर स्पोर्ट कैप पहनना अनिवार्य होगा। इस कैप पर और सिक्योरिटी बैल्ट के बक्कल पर संबंधित कंपनी का मोनो का प्रकाशन होना चाहिए। यही नहीं कर्मचारियों को गले में अपनी पहचान वाली आईडी पहनने के साथ सेफ्टी जैकेट और काले रंग के जूते पहनने की भी बाध्यता की गई है।
अनुशासन व शिष्टाचार का पाठ
एनएचएआई के दिशानिर्देशों में स्प्ष्ट किया गया है कि टोल प्लाजाओं पर किसी भी अप्रशिक्षित कर्मचारी को तैनात न किया जाए। मसलन टोल नाकों से गुजरने वाले वाहन मालिकों या चालकों से अनुशासन की भाषा में शिष्टाचार और कामकाज के तरीकों का पाठ पठाने के लिए उन्हें कम से कम सात दिन का प्रशिक्षण दिया जाना जरूरी है, जिसका कर्मचारी के पास प्रमाणपत्र होना चाहिए। मसलन एनएचएआई के अधिकारी कभी भी किसी भी टोल पर औचक निरीक्षण करके ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी से ऐसा प्रमाण पत्र मांग सकते हैं। मंत्रालय का मानना है कि इस प्रकार के नियमों से टोल प्लाजा पर आए दिन होने वाले झगड़ों और विवादों पर अंकुश लग सकेगा। वहीं अभद्रता करने वाले कर्मचारिी की शिकायत करना और टोलकर्मी पर कार्रवाई करने की राह भी आसान होगी।
यह भी है दिशानिर्देश
-कंपनियां टोल स्टाफ के लिए क्या करें, क्या न करें संबंधी नियम बनाएंगी और ट्रेनिंग के दौरान कर्मचारियों को बताएंगी।
-बिना यूनिफार्म के कर्मचारी टोल पर ड्यूटी नहीं करेंगे। इसकी शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी।
-टोल से मिलने वाली पर्ची पर ठेकेदार कंपनी या एमओटी के तहत काम कर रही कंपनी का विवरण होगा।
-टोल फी स्लिप का साइज 8 गुणा 12 सेमी होगा, जिसमें राज्य भाषा अधिनियम की शर्तों का भी पालन होना जरूरी है।
-टोल फीस का डिस्प्ले बोर्ड टोल विंडो के पास लगाया जाएगा।
-टोल रेट अपडेट होने के 24 घंटे में यह डिस्प्ले बोर्ड अपडेट करने होंगे।
-19Mar-2016


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें