बजट सत्र के दूसरे चरण में मिल सकता है फायदा
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
राज्यसभा
में विपक्ष के सामने कमजोर पड़ती दिख रही राजग सरकार की ताकत बढ़ने का
सिलसिला जल्द ही शुरू होने जा रहा है, जिसमें अगले महीने खाली हो रही 13
सीटो पर 21 मार्च को चुनाव होना है। जबकि उच्च सदन में मनोनीत होने वाले
सात सदस्य मोदी सरकार की ताकत बढ़ाने का सबब बनेंगे।
लोकसभा में
बहुमत के साथ मोदी सरकार के सभी विधायी कार्य पूरे होते आ रहे हैं, लेकिन
राज्यसभा में संख्याबल में विपक्ष का पलटा भारी होने के कारण जीएसटी जैसे
कई महत्वपूर्ण विधेयक अटकते आ रहे हैं। अगले महीने अप्रैल के पहले पखवाड़े
में छह राज्यों से 13 सीटें खाली हो रही हैं, जिसके लिए चुनाव आयोग ने 21
मार्च को द्विवार्षिक चुनाव कार्यक्रम का ऐलान भी कर दिया है। माना जा रहा
है कि इन तेरह सीटों के चुनाव से ज्यादा राज्यसभा में मनोनीत होने वाले सात
सदस्य मोदी सरकार की ताकत बढ़ाने में निश्चित रूप से सहायक होंगे। मसलन
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में राज्यसभा में राजग सरकार की ताकत में
इजाफा होना तय माना जा रहा है। संसद में मनोनीत सदस्य भले ही सरकार सिफारिश
पर ही मनोनीत किये जाते हों, लेकिन उनपर सत्ता या विपक्ष का किसी प्रकार
से किसे समर्थन करना या नहीं कोई दबाव नहीं होता। राज्यसभा की 245 सीटों
में से 12 सदस्य मनोनीत होते हैं,जिनका मनोनयन सरकार की सिफारिश पर
राष्ट्रपति द्वारा ऐसे सदस्यों के रूप में की जाती है, जिनका साहित्य, कला,
खेल, विज्ञान या समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सहयोग रहा हो।
राज्यसभा में ये सीटें होंगी रिक्त

04Mar-2016

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