शुक्रवार, 11 मार्च 2016

दुनिया के नक्शे पर आया दिल्ली-जयपुर हाइवे!

शुरू हुआ देश का पहला हाईवे एडवाइजरी सिस्टम
दुर्घटना व जाम के पल-पल की मिलेगी जानकारी  
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश की सड़कों पर दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने की कवायद में जुटी केंद्र सरकार ने दिल्ली-जयपुर  राष्ट्रीय राजमार्ग के सफर को आसान और सुरक्षित बनाने की तकनीकी तकनीकी पहल की है। सरकार ने दिल्ली से जयपुर तक के सफर को पायलट परियोजना के रूप में हाईवे एडवाइजरी सिस्टम के दायरे में लाकर उसे दुनिया के नक्शे पर खड़ा कर दिया है। मसलन इस सिस्टम के तहत दिल्ली से जयपुर तक के सफर पर तीसरी आंख की नजर रहेगी और इस  राष्ट्रीय मार्ग पर दुर्घटना और यातायात जाम की पल-पल में जानकारी आकाशवाणी के जरिए दिल्ली से जयपुर तक हर किसी को मिलती रहेगी।
केंद्र सरकार की देश में  राष्ट्रीय राजमार्गो के सुरक्षित डिजाइन के साथ चल रही परियोजनाओं के साथ सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं और उसमें होने वाली मौतों की संख्या को आधे से ज्यादा कम करने का लक्ष्य है, ताकि राष्ट्रीय राजमार्गो की यात्रा एक सुखद और सुरक्षित अनुभव, तेज और बाधा मुक्त बनाया जा सके। इसी दिशा में गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक पायलट परियोजना के रूप में यहां दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर एक फ्री-टू-एयर जानकारी वितरण प्रणाली के रूप में राजमार्ग परामर्श प्रणाली यानि एचएएस की शुरूआत कर दी है। इस प्रणाली के तहत दिल्ली से जयपुर तक 240 किमी तक जगह-जगह कैमरे लगाए गये हैं और इस प्रणाली के जरिए दुर्घटना या जाम अथवा अन्य किसी घटना की जानकारी मोबाइल एप्लीकेशन, टेलीफोन और सेंसर के उपयोग के जरिए एचएएस नियंत्रण केंद्र को भेजा जाएगा। इस प्रणाली में आकशवाणी दिल्ली, जयपुर और अजमेर तथा एफएम गोल्ड चैनल हर आधे घंटे के अंतर से सूचना और अलर्ट के रूप में इस हाइवे की स्थिति का प्रसारण करेगा। इस परियोजना को तीन चरणों में क्रियान्वित करने की योजना है, जिसके के दौरान इस प्रणाली द्वारा राजमार्ग के पूरे हिस्से को कवर करने, अतिरिक्त वास्तविक यातायात समय की जानकारी इकट्ठा करने के लिए सेंसर स्थापित करने की उम्मीद है। जबकि तीसरे चरण में एचएएस सेवाएं केवल डिजिटल प्रसारण मोड में होंगी और इनकी निगरानी तीसरे पक्ष के आॅडिट से किया जाएगा।
कैसे काम करेगी एचएएस प्रणाली
दुनियाभर के करीब 40 देशों में लागू इस तकनीकी प्रणाली की तर्ज पर देश में पहली बार दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एचएएस प्रणाली को शुरू किया जा रहा है जो एक फ्री-टू-एयर जानकारी वितरण प्रणाली होगी। इस परियोजना के तहत राजमार्ग वास्तविक समय जानकारी को पेट्रोल वाहन, टोल प्लाजा और यातायात मार्शलों से एकत्र किया जाएगा। मोबाइल एप्लीकेशन, टेलीफोन और सेंसर के उपयोग कर इस जानकारी को एचएएस नियंत्रण केंद्र में भेजा जाएगा। एचएएस नियंत्रण केंद्र डेटा प्रक्रिया को एकत्रित कर इसका विश्लेषण करेगा और अलर्ट करके इसे आकाशवाणी के जरिये प्रसारित करेगा। जागरूकता सामग्री के साथ एनएच-8 पर लाइव ट्रैफिक अपडेट सहित सहित 22 बुलेटिन प्रति दिन जारी किए जाएंगे।
जामफ्री होगा गुडगांव
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुडगांव को यातायात जाम मुक्त करने की दिशा में दो हजार करोड़ रुपये की परियोजना का प्रस्ताव रखा है, जिसमें तीन सिग्नेचर ब्रिज बनाने के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है। वहीं धौलाकुंआ से मानेसर तक 70 किमी लंबे सफर के लिए रोपवे की तर्ज मेट्रिनो प्रणाली शुरू करने की योजना को अंतिम रूप दिया जा चुका है और आठ दिन के भीतर इसके लिए टैंडर जारी करके एक हजार करोड़ की परियोजना से शुरूआत हो जाएगी।
11Mar-2016

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