मंगलवार, 5 नवंबर 2019

आपदा प्रबंधन में तेजी से कदम बढ़ा रहा है भारत



एससीओ संयुक्त अभ्यास समारोह में बोले गृहमंत्री अमित शाह
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारत हमेशा शंघाई सहयोग संगठन को विशेष महत्व देता है और भारत प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए मजबूती के साथ कदम बढ़ा रहा है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बेहद जरुरी है।
यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को भारत सरकार की पहल पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) द्वारा सभी आठ शंघाई सहयोग संगठन देशों के साथ यहां नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 'संयुक्त शहरी भूकंप खोज एवं बचाव अभ्यास’ विषय पर शुरू हुए शंघाई सहयोग संगठन संयुक्त अभ्यास के उद्घाटन समारोह के दौरान कही। शाह ने कहा कि वर्ष 2017 में भारत इस संगठन का सदस्य बना है। उन्होंने भूकंप,चक्रवात और अन्य प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत बताते हुए कहा कि भूकंप से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया गया सामूहिक प्रयास बेहद महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने 1999 में आए सुपर साइक्लोन के साथ कुछ माह पूर्व ओडिशा में ही आए चक्रवात का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने ऐसे तीन प्रमुख चक्रवातों से निपटने के लिए जिस प्रकार की व्यवस्था और साहस के साथ कार्य किया है उससे साबित होता है कि भारत डिजास्टर मैनेजमेंट में मजबूती से किस प्रकार कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आपदा से निपटने में अच्छा काम करने वाले लोगों को पुरस्कार भी देने की योजना भी बनाई है। यह समारोह सात नवंबर तक चलेगा। इस अभ्यास समारोह का मकसद आपदा प्रतिक्रिया पूर्वाभ्यास, ज्ञान, अनुभव, तकनीकी को साझा करना और आपसी समन्वय बनाना है। यह अभ्यास भूकंप के परिदृश्य में बहु-एजेंसी संचालन से जुड़े समन्वय और सहयोग को बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करेगा। यहां 4 से 7 नवंबर तक चलने वाले इस चार दिवसीय समारोह में चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान सभी आठ सदस्य देश भाग ले रहे हैं। इनके अलजावा समारोह में अंतर्राष्ट्रीय खोज और बचाव सलाहकार समूह (आईएनएसएआरएजी), एशियन कॉर्डिनेशन सेंटर फॉर ह्यूमनटेरियन असिस्टेंस (एएचए), ब्राजील, मंगोलिया और दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधियों को पर्यवेक्षकों के रूप में आमंत्रित किया गया है। जबकि एससीओ सदस्य देशों के दूतावासों के प्रतिनिधि, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के प्रमुख और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधि भी इस अभ्यास समारोह में हिस्सेदारी कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की बैठक भी होगी
गृहमंत्रालय के अनुसार इस अभ्यास समारोह का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय खोज एवं बचाव सलाहकार समूह (आईएनएसएआरएजी) की कार्यप्रणाली और दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया है। शंघाई सहयोग संगठन सदस्य देशों के लिए एक संयुक्त शहरी भूकंप खोज और बचाव अभ्यास के आयोजन के बाद आपातकालीन स्थिति की रोकथाम और उन्मूलन हेतु उत्तरदायी मंत्रालयों के विशेषज्ञों की एक बैठक होगी। अभ्यास के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शहरी खोज और बचाव की भूमिका, आपातकालीन चिकित्सा दल, मानतावादी प्रणाली, द यूनाइटेड नेशंस डिजास्टर असेसमेंट एंड कोऑर्डिनेशन, आपातकाल प्रक्रिया और मूल्यांकन दल, स्थल पर अभियान सहयोग केन्द्र, आपातकाल संचालन केन्द्र की स्थापना, एकीकृत कमान पोस्ट, प्रतिक्रिया समूह, स्थानीय आपातकाल प्रबंधन प्राधिकरण और समूह बैठकें, मानवतावादी नागर-सैन्य सहयोग जैसे विषयों पर सभी 8 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के बीच विचार-विमर्श और अभ्यास किया जाएगा।
05Nov-2019



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