23 दिसंबर को मतगणना के साथ आएंगे
नतीजे
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
महाराष्ट्र
व हरियाणा के बाद अब झारखंड विधानसभा चुनाव का भी बिगुल बज गया है। केंद्रीय चुनाव
आयोग द्वारा झारखंड के चुनाव का ऐलान करते हुए कहा कि राज्य में पांच चरणों में
मतदान होगा और पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को होगा।
नई
दिल्ली में निर्वाचन सदन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस
में झारखंड
विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए कहा कि राज्य में पांच चरणों में
चुनाव कराने का फैसला किया गया है। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही राज्य
में आचार संहिता लागू हो गई है। झारंखड में पांच चरणों में होने वाले चुनाव
के तहत पहले चरण में 13 विधानसभा सीटों का मतदान 30 नवंबर हो होगा। जबकि
दूसरे चरण में 20 सीटों पर मतदान 7 दिसंबर
को, तीसरे चरण में 17 सीटों पर मतदान 12 दिसंबर, चौथे चरण में 15 सीटों
पर मतदान 16 दिसंबर और पांचवें व आखिरी
चरण में 16 सीटों का मतदान 20 दिसंबर को
होगा। राज्य की 81 सीटो के मतदान के बाद 23 दिसंबर को मतगणना
कराई जाएगी। झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा
का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी को समाप्त हो रहा है। राज्य में फिलहाल भाजपा-आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन) गठबंधन की सरकार है और
भाजपा के रघुवर दास राज्य के मुख्यमंत्री हैं। आयोग ने कहा
कि चुनाव आयोग ने कहा कि झारखंड के 67 विधानसभा
क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं और इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद तीसरे
राज्य में चुनाव
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत
के बाद झारखंड तीसरा राज्य है जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले
हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुए हैं। हालांकि दोनों
ही राज्यों में बीजेपी को उम्मीद से कम सीटें प्राप्त हुईं। इसके
बाद भी एक तरफ जहां हरियाणा में बीजेपी ने दुष्यंत चौटाला का पार्टी जेजेपी के साथ
गठबंधन कर सरकार बना ली तो वहीं महाराष्ट्र में अभी भी सरकार गठन के लिए रस्साकशी चल
रही है। अब झारखंड तीसरा राज्य होगा जहां बीजेपी की सरकार है
और वहां चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 37 सीटें हासिल की
थी। इसके अलावा बीजेपी की सहयोगी आजसू ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में एनडीए के सामने एक बार फिर अपनी सत्ता
बचाने की चुनौती है।
चुनाव के लिए 29464 पोलिंग
स्टेशन
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि विधानसभा चुनाव
के लिए 29464 पोलिंग स्टेशन होंगे। इस बार मतदान केंद्रों में भी
20 फीसदी का इजाफा किया गया
है। आयोग
के अनुसार पोलिंग स्टेशन पर तमाम सुविधाएं मौजूद होंगी। मुख्य चुनाव
आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों
में पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है और विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जा
रही है। राज्य के 19 जिलों की 67 सीटें नक्सल प्रभावित हैं। इसके अलावा 19 जिले संवेदनशील और 13 अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। झारखंड में
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। मुख्य
चुनाव आयुक्त ने कहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विशेष सुरक्षा इंतजाम कराए गए
हैं।
झारखंड में 2.265 करोड़
मतदाता
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि
झारखंड में 2.265 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 1.87 करोड़
पुरुष और 1.08 फीमेल मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत मतदाताओं के पास आईडी कार्ड है। इसमें से 19 जिले नक्सल प्रभावित और 13 सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
बाकी इलाके प्रभावित हैं।
41 है बहुमत का जादुई आंकड़ा
झारखंड में बहुमत के लिए 41 का जादुई
आंकड़ा छूना जरूरी है। 2014 में हुए पिछले
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 37 और आजसू ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाद में झारखंड विकास मोर्चा
के 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे।
पिछली बार राज्य में पांच चरण में मतदान हुआ था। 2014 के विधानसभा
चुनाव में बीजेपी 31.3 फीसदी वोट मिले थे। बीजेपी की सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (एजेएसयू) को 3.7 फीसदी वोट पड़े थे। जेएमएम के खाते में 20.4 फीसदी वोट आए थे। वहीं, कांग्रेस
10.5 फीसदी वोट हासिल कर पाई थी। जेवीएम
10 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे।
02Nov-2019
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