हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
आगाम
सर्दी के मौसम में कोहरे में रेलगाड़ियों के सुचारू परिचालन की दिशा में रेलवे ने
अपनी तैयारियां शुरू करना शुरू कर दिया है, जिसमें अकेले उत्तर रेलवे 17 ट्रेनों
में एंटी फॉग डिवाइस लगाएगा, ताकि जीपीएस मैपिंग के जरिए लोको पायलट को सिंग्नल का
संकेत मिल सके। वहीं उत्तर रेलवे ने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर पंजाब के
सुल्तानपुर लोधी तक 15 विशेष रेलगाड़ियां चलाने का फैसला किया है।
यह जानकारी बुधवार को यहां बडौदा हाउस में उत्तर रेलवे के
महाप्रबंधक टी.पी. सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। उन्होंने कहा कि
आगामी सर्दियों के मौसम में बढ़ते कोहरे के दौरान यात्रियों को उनके गणतंव्य तक
पहुंचाने के लिए रेलगाड़ियों के परिचालन को समयबद्धता को कायम रखने के प्रयास में
विशेष तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके तहत रेलवे 1700 ट्रेनों में एंटी फॉग
डिवाइस लगाने जा रहा है, जिसे इंजन के एक मॉनिटर पर लगाया जा रहा है। इसमें जीपीएस
मैपिंग के जरिए लोको पायलट से कोहरे के दौरान रेलवे ट्रैक और सिग्नल
की जानकारी मिलती रहेगी और वह उसी गति से ट्रेन को आगे बढ़ा सकेगा। इस
तकनीकीमें आगे आने वाले सिगनल का संकेत मिलेगा, जिसके कारण होने वाली विजिबिलिटी प्रॉब्लम से निजात मिल सकेगी। मसलन सर्दियों
में खराब मौसम और कोहरे से निपटने के लिए रेलवे इस तकनीक के जरिए
रेलगाड़ियों के परिचालन में आने वाली बाधा को दूर करने के प्रयासों को तेज कर दिया
है। इसी प्रकार ट्रेन के सबसे पिछले गार्ड कोच के पीछे भी एलईडी डिवाइस लगाने का
निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से रेलवे को कहीं हद तक खराब मौसम और
कोहरे में ट्रेनों को रद्द करने जैसी समस्याओं में बेहद कमी आएगी।
अलर्ट पर रहेगी आरपीएफ
महाप्रबंधक टीपी सिंह ने यह भी बताया कि सर्दियों में कोहरे
के दौरान रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल संदेश की व्यवस्था भी की है,
जिसमें जो ट्रेन एक घंटे से ज्यादा समय विलंब होगी, उस ट्रेन के यात्रियों को घर
बैठे ही मोबाइल पर संदेश मिल जाएगा। वहीं फॉग सेफ्टी के लिहाज से इस दौरान रेलवे
सुरक्षा बल भी अलर्ट पर रहेगा। वहीं सर्दियों में लोहे की पटरियों के सिकुड़ने
जैसी समस्या के लिए कोल्डवेदर फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए जीपीएफ प्रणाली के साथ
पैट्रालिंग के जरिए निगरानी रहेगी, जिसमें आपातकाल के समय पैट्रोलमैन और
ड्राफ्टमैन जीपीएम में लगे इमेरजेंसी
बटन को दबाकर सुपरवाइजर को सूचना दे सकेंगे, ताकि यह तय हो सके कि कौन सी
ट्रेन कब रोकनी है।
प्रकाश पर्व पर विशेष ट्रेने
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक टीपी सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व
के अवसर पर पंजाब में सिखों के पवित्र स्थल सुल्तानपुर लोधी जाने वाले श्रद्धालुओं
की सुविधाओं के लिए 15 विशेष ट्रेने चलाई जाएंगी। ये ट्रेनें देश के अलग-अलग हिस्सों से चलाई गई हैं, इनमें नई दिल्ली के अलावा
नांदेड साहिब, पटना साहिब, मुंबई और कोलकता से सुल्तानपुर लोधी तक इन विशेष
ट्रेनों को संचालन करने का निर्णय लिया गया है। ये ट्रेनें यात्रियों
को सीधे सुल्तानपुर लोधी और लोहिया खास तक ले जाने के बाद उन्हें वहां से वापस भी लेकर
आएंगी। देश के विभिन्न क्षेत्रों से सुल्तानपुरी लोधी आने-जाने
के लिए ट्रेनें हिसार, श्रीगंगा नगर, फाजिल्का, नवांशहर दोआबा,
डेरा
बाबा नानक, पटियाला, नांगल डैम, दिल्ली, फिरोजपुर, पटना और अमृतसर जैसे रेलवे स्टेशनों पर
ठहराव करेंगी।
ट्रेनों के लेट होने की
संख्या में कमी
फॉग सीजन (कोहरे का मौसम) को लेकर अपनी तैयारियों
के बारे में उत्तरी रेलवे ने कल सूचना दी। इसके साथ ही रेलवे की ओर से जारी बयान में
कहा गया कि पिछले साल की तुलना में इस साल कोहरे की वह से ट्रेनों के लेट होने की संख्या
में काफी कमी आई है। पिछले साल की तुलना में करीब 15% का सुधार हुआ और 71% ट्रेनें अपने निर्धारित
समय पर रही हैं। रेलवे अधिारियों ने यह भी कहा कि ठंड के मौसम में रेलवे की प्राथमिकता
सुरक्षा रहती है।
तय समय पर परिचालन व सुरक्षा
प्राथमिकता
उत्तरी रेलवे के जनरल मैनेजर टी पी सिंह ने
कहा कि रेलवे समय के साथ ट्रेनों के परिचालन और सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम कर रही
है। उन्होंने कहा, 'ट्रेनों के समय
से परिचालन में काफी सुधार हुआ है और यह हमारे लिए अच्छी खबर है। इसके साथ ही फॉग सीजन
में सुरक्षा पर भी हमारा पूरा ध्यान है। आम तौर पर घने कोहरे की परिस्थितियां 15 दिसंबर से बनती हैं, लेकिन उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अभी से
कोहरे का प्रकोप दिखने लगा है। हमने इसको देखते हुए सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम
किए हैं।'
स्पेशल पट्रोलिंग टीम की
नियुक्ति
रेल नेटवर्क की सुरक्षा पर ध्यान देने के लिए
भी नॉर्दन रेलवे की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जनरल मैनेजर टीपी सिंह ने कहा, 'स्पेशल पट्रोलिंग टीम की नियुक्ति रेल फ्रैक्चर
चेक करने के लिए की गई है। रात 11
बजे
से सुबह 7 बजे तक के समय में
रेल फ्रैक्चर चेक करने के लिए यह टीम काम करेगी ताकि ट्रैक ऐक्सिडेंट को चेक किया जा
सके।' उन्होंने बताया कि पट्रोलिंग
टीम के पास विशेष जीपीएस डिवाइस भी होंगे ताकि किसी समस्या की स्थिति में तत्काल सुपरवाइजर
को सूचना दी जा सके।
07Nov-2019
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