शुक्रवार, 8 नवंबर 2019

लोकसभा में फिर दानिश होंगे बसपा संसदीय दल के नेता


मायावती ने फिर बदली बसपा की सियासी रणनीति                          
दलित-मुस्लिम समीकरण को मजूबत करने पर बल
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए उप चुनाव में पराजय के बाद बहुजन समाज पार्टी ने दलित-मुस्लिम गठजोड़ की रणनीति के साथ नए मिशन की तैयारी कर ली है। उन्होंने अब उन मुस्लिम पदाधिकारियों को फिर से पदासीन करने का ऐलान किया है, जिन्हें लोकसभा चुनाव के बाद हटा दिया था। संसद के पिछले सत्र के दौरान दानिश अली को हटाकर श्यामसिंह यादव को लोकसभा में बसपा संसदीय दल का नेता बनाने के बाद अब यूटर्न लेने का ऐलान किया है।
बसपा के केंद्रीय कार्यालय नई दिल्ली के बसपा प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती ने बुधवार को उत्तर प्रदेश ईकाई के छोटे-बड़े समस्त पदाधिकारियों, बसपा सांसदों व विधायकों जैसे पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी संगठन के कार्यकलापों व सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के प्रयासों जैसी गतिविधियों की गहन समीक्षा की और सभी को भविष्य की चुनौतियों का डट कर सामना करने की तैयारी करने के लिए नये दिशा-निर्देश दिए तथा पार्टी संगठन का इसके लिए आवश्यक पुनर्गठन करने का भी ऐलान किया। दरअसल यूपी में 11 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में बसपा को एक भी सीट नहीं मिली, जिसके लिए भाजपा और सपा की आपसी मिलीभगत करार दिया। बसपा सुप्रीमों ने दावा किया कि कांग्रेस, भाजपा व सपा आदि कभी अयोध्या, कभी धारा 370 तो कभी तीन तलाक आदि को लेकर ये लोग धर्म की आड़ में राजनीति करने में लगे रहते हैं, जबकि बसपा के मामले में यह बात सर्वविदित है कि हमने अपने राजनैतिक लाभ व चुनावी स्वार्थ के लिए कभी भी धर्म का गलत इस्तेमाल नहीं किया है।
370 निरसन को समर्थन देने के बाद यूटर्न
इस बैठक में मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खासकर मुसलमानों को धारा 370 व अन्य और मामलों में गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वह बसपा के प्रदेशाध्यक्ष मुनकाद अली को उनके पद से हटाने वाली नहीं हैं। वहीं उनकी पार्टी मुस्लिम समाज को अहमियत देने में भी कोई कसर छोड़ेंगी। इसी मुस्लिम हितैशी की हुंकार भरते हुए मायावती ने बुधवार को ऐलान किया कि वह आज फिर से लोकसभा में बसपा संसदीय दल का नेता अमरोहा के सांसद दानिश अली को नियुक्त करती हैं। गौरतलब है कि लोकसभा में तीन तलाक और धारा 370 के मुद्दे पर बसपा के           समर्थन के बावजूद दानिश अली के रवैये से खफा मायावती ने दानिश अली को हटाकर जौनपुर के सांसद श्याम सिंह यादव को लोकसभा में बसपा संसदीय दल का नेता नियुक्त कर दिया था। इस ऐलान के साथ मायावती ने कहा कि श्याम सिंह यादव को प्रदेश में नई प्रमुख जिम्मेदारी दी गई है। श्याम सिंह यादव के साथ ही उन्होंने राज्यसभा में बसपा संसदीय दल के नेता सतीश चन्द्र मिश्र को पार्टी संगठन के नये महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी सौंपकर ऐसे संकेत दिये हैं कि राज्यसभा में किसी मुस्लिम सांसद को संसदीय दल का नेता बनाया जाएगा, हालांकि उन्होंने फिलहाल यह ऐलान नहीं किया।
धारा 370 हटाने का समर्थन पर स्पष्टीकरण
इस बैठक के दौरान बसपा प्रमुख सुश्री मायावती ने कहा कि खासकर जम्मू-कश्मीर के मामले में धारा 370 को लेकर हमारी पार्टी ने भाजपा के कहने पर नहीं, बल्कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की सोच के आधार पर चलकर ही फिर देश व खासकर जम्मू-कश्मीर के हित में ही इस पर अपना सही फैसला लिया है जिसे लेकर खासकर मुसलमानों को गुमराह करने में लगे है अर्थात कभी धारा 370 तो कभी तीन तलाक आदि को लेकर ये लोग धर्म की आड़ में राजनीति करने में लगे हैं। 
07Nov-2019

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें