ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
हरियाणा
की 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र कल सोमवार से शुरू होगा, जिसमें नवनिर्वाचित
विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। वहीं इस तीन दिवसीय सत्र के दौरान निजी क्षेत्र की
नौकरियों में राज्य के युवाओं को आरक्षण जैसे विधेयक पेश होने की भी संभावना है।
इस सत्र के बाद हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार करने की तैयारी है, जिसके
लिए रविवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से
मुलाकात कर गहन चर्चा की है।
यहां
नई दिल्ली में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने यह संकेत देते हुए बताया कि दिल्ली
प्रवास के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को नई दिल्ली में
भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेताओं व केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। इन
मुलाकातों के दौरान मुख्यमंत्री ने कल सोमवार से शुरू हो रहे हरियाणा विधानसभा के
तीन दिवसीय विशेष सत्र में लाए जाने वाले विधायी कार्यो के साथ ही अपने
मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चा की है। राज्य के विधानसभा सत्र से
पहले शनिवार से दिल्ली प्रवास पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से
मुलाकातों के व्यस्तम दौर को अत्यंत महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। भाजपा के एक नेता
की माने तो अपनी दिल्ली यात्रा पर मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल में शामिल होने
वाले नामों को अंतिम रूप देने की तैयारी में है, जिसके लिए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं
के साथ मंथन करके वे मंत्रिमंडल में सामांजस्य और हरियाणा के राजनीतिक, सामाजिक और
अन्य स्तर पर संतुलन कायम करना चाहते हैं। इस बार हरियाणा सरकार में जजपा की
हिस्सेदारी होने के कारण उस दल के साथ भी मंत्रिमंडल में तालमेल बनाना भाजपा के
लिए एक प्राथमिकता होगी। भाजपा के सूत्रों के अनुसार मनोहर लाल के मंत्रिमंडल का
विधानसभा सत्र के बाद आने वाले सप्ताह में ही किसी भी दिन विस्तार हो सकता है,
जिसमें 11 कैबिनेट मंत्रियों को शामिल कया जाएगा।
जजपा की प्राथमिकता
हरियाणा की 14 विधानसभा के सत्र से पहले मुख्यमंत्री मनोहर
लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पहले ही शपथ मंत्रिमंडल के लिए शपथ ले चुके
हैं। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यहां नई दिल्ली में प्रवास के दौरान सोमवार
से शुरू हो रहे विधानसभा के विशेष सत्र के बारे में बताया कि इस तीन दिवसीय सत्र
के दौरान जननायक जनता पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में किये
गये वादे के तहत हरियाणा के युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में 75 फीसदी आरक्षण लागू करने को प्राथमिकता देना है। इसी के तहत इस
विशेष सत्र में शपथ ग्रहण के बाद शुरू होने वाली कार्यवाही के दौरान इस संबन्ध में
विधेयक लाने का प्रयास करेंगे। चौटाला ने कहा कि दुष्यंत ने कहा
कि जजपा और भाजपा के घोषणा पत्र में करीब 60 साझा बिंदु हैं, जिनके आधार पर
हरियाणा सरकार आपसी तालमेल के साथ राज्य और जनता के हित में आगे बढ़ेगी।
मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी के सवाल पर चौटाला
सवाल को टाल गये, लेकिन जजपा के सूत्रों से ऐसे संकेत मिले
हैं कि उप मुख्यमंत्री के पद के अलावा उनकी गृह, वित्त, एक्साइज व टैक्सेशन जैसे अहम विभागों पर नजर है।
सूत्रों के मुताबिक अंबाला कैंट से भाजपा विधायक अनिल विज भाजपा
के जजपा के साथ मंत्रिमंडल में विभागों की साझेदारी से खुश नहीं हैं।
बदली नजर आएगी विधानसभा
हरियाणा की 14 विधानसभा के विशेष सत्र में अब जहां
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सीट की बगल में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला नजर
आएंगे, जहां पिछली विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री के नाते प्रो. रामविलास
शर्मा रामविलास शर्मा बैठते थे। तीन दिन चलने वाले हरियाणा विधानसभा
का पहले और विशेष सत्र में लंबे समय बाद
ऐसा पहली बार होगा, जब सदन में सरकार की तरफ से कोई विधायक मंत्री
के तौर पर बैठा नजर नहीं आएगा, बल्कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बैठे नजर आएंगे। गौरतलब है
कि हरियाणा विधानसभा सत्र में 4 नवंबर को पहले राज्यपाल सत्यदेव नारायण
आर्य कार्यवाहक स्पीकर के तौर पर कांग्रेस के सीनियर विधायक डॉ रघुबीर कादियान को शपथ
दिलाई जाएगी, जो दो बजे शुरू होने वाली कार्यवाही के दौरान बाकी
विधायकों को शपथ दिलाने के लिए अधिकृत होंगे। पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल
और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई जाएगी, जबकि
उसके बाद महिला विधायकों को शपथ दिलाने के बाद सीटों जिलो की वर्णमाला के अनुसार
विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी।
04Nov-2019
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