गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

अब मुखर्जी के नाम से जानी जाएगी देश की सबसे लंबी सड़क सुरंग



जम्मू-कश्मीर में चेनानी-नाशरी सुरंग का गडकरी ने किया नामकरण
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में करीब ढ़ाई साल पहले राष्ट्र को समर्पित की गई देश की सबसे लंबी सड़क सुरंग चेनानी-नाशरी अब श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से जानी जाएगी। इस सुरंग का नामकरण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेन्द्र सिंह ने किया है। वहीं जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर के विकास को गति देने के लिए केंद्र सरकार ने श्रीमाता वैष्णोदवी के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए दिल्ली से कटरा तक महामार्ग के निर्माण की योजना शुरू करने का भी ऐलान किया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को यहां परिवहन भवन में आयोजित एक समारोह में जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर बनाई गई देश की 9.28 किमी लंबी यानि संबसे लंबी चेनानी-नाशरी सड़क सुरंग का नामकरण महापुरुष डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से कर दिया है। इसके लिए उधमपुर को जम्मू में रामबन से जोड़ने वाली इस सुरंग पर लगाई गई नामकरण पट्टिका के लिए चेनानी-नाशरी में आयोजित समारोह में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बटन दबाकर अनावरण किया और चेनानी-नाशरी सुरंग को डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित किया। इसी वीडियो कांफ्रेस के जरिए गडकरी और जितेन्द्र सिंह ने सुरंग के मुहाने पर आयोजित समारोह में राज्य के अधिकारियों और लोगों को संबोधित भी किया। इस सुरंग का निर्माण 2600 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था, जिसका आवागमन के लिए गत 2 अप्रैल 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकार्पण किया था। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने दोहराया कि इस सुरंग के बनने के बाद जम्मू से कश्मीर जाने वाले हाइवे पर 31 किमी दूरी कम होने के साथ दो घंटे के सफर की बचत भी हो रही है, जिसके कारण ईंधन की लागत में पर्याप्त बचत भी लोगों को हो रही है।
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जल्द शुरु होगी दिल्ली-कटरा के बीच द्रुतगति महामार्ग परियोजना
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इस मौके पर ऐलान किया कि उनके मंत्रालय ने दिल्ली से कटरा तक के सफर को आसान बनाने के लिए नई सड़क परियोजना तैयार की है, जिसके तहत चार लेने का द्रुतगति वाले महामार्ग का निर्माण किया जाएगा, जो हरियाणा और पंजाब से होकर गुजरेगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद श्रीमाता वैष्णोदेवी के दर्शन करने के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का दिल्ली से कटरा तक सफर महज छह घंटे में तय हो सकेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले पांच साल में जम्मू-कश्मीर में सात हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं शुरू की है। राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर चेनानी-नाशरी सुरंग के अलावा कई और सुरंग बनाने की परियोजनाओं का काम भी अंतिम चरणों में है, जिससे जम्मू से श्रीनगर तक का सफर और भी आसान हो जाएगा। उन्होंने समारोह में कहा कि जम्मू और श्रीनगर दोनों के आसपास रिंग रोड और अन्य सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने यह भी का कि लद्धाख तक के सफर के लिए लंबित ज़ोजिला टनल का निर्माण भी जल्द पूरा कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार धारा 370 खत्म होने के बाद केंद्रीय परियोजनाओं को लागू करके राज्य में मध्यम और लघु उद्योगों जैसे हथकरघा, हस्तशिल्प, शहद आधारित उद्योग आदि के माध्यम से रोजगार सृजन को बढ़ाने के लिए एक नीति पर काम कर रही है।
कौन थे श्यामा प्रसाद मुखर्जी
केंद्रीय मंत्री ने समारोह में कहा कि यह देश के लिए एक अनूठा क्षण है। कि 66 साल पहले तत्कालीन लोकसभा सदस्य डा. मुखर्जी को लखनपुर से अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया था, और चेनानी-नाशरी के माध्यम से श्रीनगर ले जाया गया था। इसी सम्मान की दृष्टि से डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर इस सुरंग का नामकरण करना उनके लिए एक श्रद्धांजलि होगी और आने वाली पीढ़ियां इस दिन को भविष्य में याद रखेंगी। उन्होंने कहा कि डा. मुखर्जी जम्मू-कश्मीर में धारा-370 के खिलाफ थे, और देश में एक विधान, एक निशान, एक प्रधान की प्रतिज्ञा को परिभाषित किया था, जिसे मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में धारा-370 खत्म करके उनके इस सपने का साकार किया है।
25Oct-2019



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