गुरुवार, 17 अक्तूबर 2019

क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी सबसे अमीर सियासी दल


एक साल में 41 क्षेत्रीय दलों की आय बढ़ने के साथ देनदारी भी बढ़ी
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश के 41 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की आय में वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान पिछले वित्तीय वर्ष तुलना में चार फीसदी इजाफा हुआ है, जबकि इस आय में इजाफे के साथ इन दलों की देनदारी भी बढ़ी है। क्षेत्रीय दलों में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी सबसे ज्यादा आय के साथ पहले पायदान पर बरकरार है। 
देश के सात राष्ट्रीय दलों की आय में वर्ष 2016-17 की तुलना में वर्ष 2017-18 में छह फीसदी की वृद्धि हुई थी। जबकि इस दौरान देश के 41 क्षेत्रीय दलों की आय-व्यय ब्यौरे का विश्लेषण करने वाली गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की जारी रिपोर्ट के अनुसार इन दलों की वर्ष 2016-17 के मुकाबले वर्ष 2017-18 यानि एक साल में चार फीसदी इजाफा हुआ है। मसलन वर्ष 2016-17 के दौरान 39 क्षेत्रीय दलों की कुल संपत्ति 1267.81 करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2017-18 में बढ़कर 13620.06 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले वर्ष समाजवादी पार्टी सर्वाधिक 571.12 करोड़ रुपये की आय वर्ष 2017-18 में बढ़कर 583.29 करोड़ रुपये होने पर सबसे अमीर पार्टी के रूप में पहले पायदान पर कायम है। दूसरे पायदान पर 191.64 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ डीएमके है, जिसकी आय एक साल पहले 183.36 करोड़ रुपये थी। टॉप टेन दलों में इस दौरान के एक साल में जद-यू की आय में 3.46 करोड़ से बढ़कर 13.78 करोड़ हुई, तो जद-एस की आय 7.61 करोड़ से बढ़कर 15.44 करोड़ पहुंच गई है। जबकि टीआरएस ने अपनी आय 14.49 करोड़ से छलांग लगाकर 29.04 करोड़ कर ली है। अन्नाद्रमुक की आय 187.72 करोड़ से बढ़कर 189.54 करोड़, तेदेपा की 114.05 करोड़ से 131.59 करोड़, बीजद की आय 16.42 करोड़ से 25.17 करोड़, रालोद की 19.38 करोड़ से बढ़कर 21.06 करोड़ रुपये हो गई है। इसके विपरीत शिवसेना की संपत्ति में 52.56 करोड़ से गिरकर 51.92 करोड़ रह गई है।
देनादारियों में भी हुआ इजाफा
इन क्षेत्रीय दलों ने वर्ष 2016-17 के दौरान 40.33 करोड़ रुपये की देनदारियां घोषित की थी, जो वर्ष 2017-18 के दौरान बढ़कर 61.61 करोड़ रुपये हो गई है। टॉप टेन दलों में सबसे ज्यादा 22.71 करोड़ रुपये की देनदारी तेदेपा ने घोषित की है, जो पिछले साल की तुलना में 190 फीसदी अधिक है। इसके बाद द्रमुक ने 8.05 करोड़ की देनदारी बताई है। इन देनदारियों में वाईएसआर कांग्रेस की देनदारी में 48.86 फीसदी और शिरोमणि अकाली दल की देनदारी इस वर्ष 34.77 फीसदी बढ़ी है। आम आदमी पार्टी एक मात्र ऐसा दल है जिसकी देनदारियों में 21.31 फीसदी की गिरावट आई है। आप ने पिछले साल 1.22 करोड़ की देनदारी घोषित की थी, जो अब घटकर 96 लाख रुपये रह गई है। 
08Oct-2019

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