गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

तीर्थ स्थल का रूप लेगा राष्ट्रीय पुलिस स्मारक!



राष्ट्रीय पुलिस दिवस पर बोले गृह मंत्री अमित शाह
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश की सेवा करते हुए शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति में राष्ट्रीय राजधानी में बनाए गये ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मारक’ स्थल को एक ऐसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की व्यवस्था की जाएगी, जहां देश को गौरन्वित करने वाली पुलिस की वीरगाथा को सुनाई देगी और देश के बच्चे व पर्यटक इस स्मारक को तीर्थ स्थल मानकर यहां शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने आ सकें।

अमित शाह ने यह बात सोमवार को राष्ट्रीय पुलिस दिवस के मौके पर यहां नई दिल्ली स्थित चाणक्यपुरी में स्थापित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक स्थल पर पुलिस स्मृति दिवस परेड के दौरान कही। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के कारण पुलिस स्मारक का निर्माण हुआ, जहां पुलिस स्मारक ही नहीं बनकर रहेगा, बल्कि यहाँ से पुलिस के कर्तव्य निर्वहन को गौरव प्रदान करने की दिशा में अनेक प्रकार की गतिविधियां संचालित की जायेंगी, जो देश को पुलिस की गाथा सुनाने का काम करेंगी। सरकार इस स्थल को विकसित करने में एसी व्यवस्था करने जा रही है कि देश के बच्चे और पर्यटक इस स्थान को तीर्थ स्थल मानकर यहां शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने आ सकेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस बलों के कारण ही आज देश सुरक्षित है, क्योंकि अत्यंत कठिन परिस्थितियों में पुलिस के जवान देश की सेवा में तत्पर रहते हैंसीमा सुरक्षा बल बर्फीली चोटियों पर, राजस्थान के रेगिस्तान में, सीआईएसफ, रैपिड एक्शन फोर्स तथा एनएसजी व अन्य केंद्रीय बल मजबूती के साथ देश के सामने आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करते हैं। उन्होंने सभी सशस्त्र बल के जवानों को आश्वस्त किया कि पुलिस कल्याण के लिए मोदी सरकार ने ढ़ेर सारी योजनाएं बनाई हैं, जिनमें उत्तम स्वास्थ्य, निवास तथा कार्य करने के लिए उत्तम वातावरण सहित सभी दिशाओं में सरकार द्वारा काम किया जा रहा है। उन्होंने यह भी भरोसा दिया कि यह स्मारक स्थल आने वाले दिनों में सभी पुलिसकर्मियों के गौरव का केंद्र बनेगा।
सुरक्षा बलों के शौर्य को सलाम 
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सामान्य दृष्टि से पुलिस का काम सरकारी कर्मी के रूप में दिखाई पड़ता किंतु जब दृष्टिकोण बदल कर देखते हैं तो मालूम पड़ता है कि चुपचाप अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले पुलिस के जवानों का देश के प्रगति के पथ पर अग्रसर होने में कितना महत्वपूणॆ योगदान है। उन्होंने कहा कि चाहे सीमाओं की सुरक्षा हो, आतंकवाद का सामना करना हो, नक्सलियों का सामना करना हो या सड़क पर चुपचाप व्यवस्था सुधारने का काम हो सभी में पुलिस के जवान मुस्तैदी से अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाना, देश को शांति की दिशा में आगे ले जाने तथा पूर्वोत्तर में उग्रवाद के साथ संघर्ष कर शांति बनाने में भी पुलिस बलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शाह ने कहा कि पुलिस की कार्यों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास पहुंचाने तथा जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई एवं राज्य को भारत का अभिन्न अंग बनाने में सहायता करना भी शामिल है, जिनके शौर्य को देश सलाम करता है। इस मौके पर शाह ने हॉट स्प्रिंग्स की लड़ाई का जिक्र करते हुए 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख सीमा पर चीनी हमले में उसमें शहीद हुए 10 सीआरपीएफ जवानों की वीरता को भी याद किया, जिनकी स्मृति में पुलिस स्मृति दिवस उनके असीम समर्पण और सराहनीय साहस के लिए मनाया जाता है।
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पीएम मोदी ने भी सराहा पुलिस बलों का शौर्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पुलिसकर्मियों के शौर्य की सराहना की जो विषम परिस्थितियों में अपने दायित्वों का निर्वाह करते हैं। पुलिस स्मृति दिवस पर प्रधानमंत्री ने पुलिस बलों और उनके परिवारों को सलाम किया। उन्होंने कहा कि आज पुलिस स्मृति दिवस पर वे उन बहादुर पुलिस कर्मियों को गर्व के साथ याद करते हैं, जिन्होंने अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए शहादत दी।
22Oct-2019



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