आखिरी
दिन भाजपा व कांग्रेस समेत सभी दलों ने झोंकी पूरी ताकत
दोनों राज्यों की 378 सीटों पर चुनावी जंग में 4406
उम्मीदवार
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।

हरियाणा
में सत्ताधारी भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से है, जहां इनेलों के विभाजन के बाद
जजपा भी इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के प्रयास में चुनावी जंग में उतरी है।
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 104 महिलाओं व एक ट्रांसजेंडर समेत 1169 प्रत्याशी हैं, इनमें 279
राष्ट्रीय दलों, 145 क्षेत्रीय दलों, 369 गैर मान्यता प्राप्त दलों के अलावा 375
निर्दलीय रूप से विधानसभा में जाने के मकसद से चुनावी जंग लड़ रहे हैं। हरियाणा के
इन सियासी योद्धाओं के भाग्य का फैसला 1.83 करोड़ 91249 मतदाता करेंगे,
जिनमें 3.82 लाख युवा पहली बार
अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। चुनावी जंग में उतरे प्रत्याशियों में 117
अपराधिक पृष्ठभूमि और 481 करोड़पतियों की फेहरिस्त में शामिल हैं।
15
सीटे संवेदनशील घोषित
हरियाणा
की 90 विधानसभा सीटों में से 15 सीटों को संवेदनशील सीटों के दायरे में शामिल किया
गया है, इन सीटों पर तीन या उससे अधिक आपराधिक पृष्ठभूमि या बाहुबली प्रवृत्ति के
प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सबसे ज्यादा सात दागी प्रत्याशी गुडगांव विधानसभा
सीट पर चुनाव मैदान में हैं। राज्य की 90 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को होने वाली
वोटिंग के लिए 19578 मतदान केंद्र बनाए गये हैं।
नारनौल
सबसे छोटी सीट
हरियाणा में मतदाताओं की संख्या
के आधार पर सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र नारनौल है, जहां 1.44 लाख 66 मतदाता हैं,
जबकि बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र सर्वाधिक 3.96 लाख 281 मतदाताओं के जाल से घिरा
हुआ है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों नारनौल सीट को छोड़कर 47 विधानसभा क्षेत्र ऐसे
हैं जहां मतदाताओं की संख्या 1.50 लाख से दो लाख तक है, जबकि बादशाहपुर समेत 42
विधानसभा सीटों पर दो लाख से ज्यादा मतदाताओं का जाल बना हुआ है।
हांसी
में सर्वाधिक प्रत्याशी
विधानसभा चुनाव में हिसार की
हांसी विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 25 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जबकि अंबाला
कैंट और शाहबाद सीट पर सबसे कम 6-6 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
20Oct-2019
20Oct-2019
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