नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई हाईटेक
सुविधाओं से लैस ट्रेन
ट्रेन
के सफर के दौरान ट्रेन में ही लोगों को डिनर परोसा जाएगा, दूसरे दिन यानी 20 अक्टूबर को यह ट्रेन
सुबह-सुबह गया पहुंच जाएगी और वहां से बोधगया के लिए रवाना होंगे जहां होटल में चेकिंग
किया जाएगा। इसी प्रकार बोधगया से यह ट्रेन पर्यटकों को लेकर राजगीर के लिए
रवाना होगी, जहां से पर्यटकों नालंदा ले जाया जाएगा। राजगीर और नालंदा
देखने के बाद पर्यटकों को वापस गया रेलवे स्टेशन लाया जाएगा,
जहां से यह ट्रेन वाराणसी के लिए रवाना होकर चौथे
दिन वाराणसी पहुंच जाएगी। वहां से पर्यटकों को सारनाथ दिखाने के लिए ले जाया जाएगा और गंगा में
नाव की सवारी भी कराई जाएगी।
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय
रेलवे देश व विदेशी पर्यटकों को भगवान बुद्ध से जुड़े तीर्थ स्थलों के दर्शन कराने
की योजना के तहत शनिवार को यहां एक बुद्धिस्ट सर्किट टूरिस्ट ट्रेन को गया के लिए रवाना
किया गया। इस हाईटेक रेलगाड़ी का सफर शायद आम नागरिक के दायरे से बाहर है, क्योंकि
इस ट्रेने के आठ दिन के सफर का किराया एक लाख रुपये से कम नहीं है।
रेलवे के तहत आईआरसीटीसी
द्वारा अत्याधुनिक एवं हाईटेक सुविधाओं से लैस बुद्धिस्ट सर्किट टूरिस्ट
ट्रेन को
शनिवार के दिन यहां नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना किया किया गया। ये
विशेष ट्रेन पर्यटकों को यह ट्रेन देश व विदेश के पर्यटकों को भगवान बुद्ध वाले
तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए भ्रमण कराएगी।
इस ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम
श्रेणी की 96 सीटें तथा वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की 60 सीटें हैं। आईआरसीटीसी
के जनसंपर्क अधिकारी सिद्धार्थ ने इस विशेष ट्रेने के बारे में बताया कि इस ट्रेन
का प्रथम श्रेणी की सीटों के लिए करीब सवाल लाख रुपये और द्वितीय श्रेणी के लिए
करीब एक लाख रुपये प्रति यात्री है, जिसमें उनके ठहरने और खानपान का खर्च भी शामिल
किया गया है। सिद्धार्थ सिंह ने बताया की बुद्ध सर्किट की स्पेशल ट्रेन
इस बार 12 फेरे लगाएगी। सफदरजंग
रेलवे स्टेशन से रवाना हुई यह ट्रेन सीधे गया जाएगी।
क्या
है ट्रेन की खासियत
बुद्धिस्ट सर्किट टूरिस्ट ट्रेन को यात्रियों के हित
में अत्याधुनिक सुविधाओं के आईआरसीटीसी ने विदेशी पर्यटकों
की मांग पर तैयार करवाया है, जिसमें पर्यटकों के लिए तमाम
सुख सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इस ट्रेने में चलते फिरते दो रेस्टोरेंट
है, जिनमें पर्यटकों के खाना परोसने के लिए 64 लोगों
के बैठने की व्यवस्था भी की गई है।

पांचवे दिन बुद्धिस्ट सर्किट टूरिस्ट
ट्रेन नौतनवा पहुंच जाएगी। ट्रेन को नेपाल
में लुंबिनी ले जाया जाएगा, जहां माया देवी मंदिर के दर्शन कराए
जाएंगे। छठे दिन लुंबिनी के बाद यह सफर
कुशीनगर तक होगा, जहां दर्शनीय स्थलों का दर्शन कराएं
जाएंगे और इसके बाद यह ट्रेन पर्यटकों को लेकर बलरामपुर यानी श्रावस्ती
की तरफ रवाना हो जाएगी।
20Oct-2019
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