हरियाणा
व महाराष्ट्र में पिछले चुनाव में एकत्र धन से कम हुआ खर्च
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
आगामी
21 अक्टूबर को हरियाणा और महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में दलों और
प्रत्याशियों के खर्च पर चुनाव आयोग ने भले ही शिकंजा कसा हुआ हो, लेकिन चुनाव दर
चुनाव खर्च बढ़ता नजर आ रहा है, जिसमें हरेक राजनीतिक दल अन्य खर्चो की तुलना में
चुनाव प्रचार पर खर्च करती हैं। इन दोनों राज्यों में पिछले विधानसभा चुनाव में कुल
चुनावी खर्च का 77 फीसदी से ज्यादा खर्च प्रचार का ही रहा है।

चुनावी
खर्च में भाजपा रही अव्वल
हरियाणा
और महाराष्ट्र के पिछले चुनाव में भाजपा ने सर्वाधिक 296.74 करोड़ रुपये एकत्र
किये, इसमें केंद्रीय मुख्यालय से 174.16 करोड़, हरियाणा ईकाई से 30.30 लाख तथा
महाराष्ट्र ईकाई से 122.28 करोड़ रुपये एकत्र किये, जिसमें से भाजपा ने इन दोनों
राज्यों में खर्च किये गये 217.68 करोड़ रुपये में हरियाणा में 1.21 करोड़ तथा
महाराष्ट्र में 65.10 करोड़ रुपये खर्च किये। भाजपा ने चुनाव प्रचार में भी
सर्वाधिक 186.39 करोड़ रुपये खर्च किये। इसके बाद 84.37 करोड़ रुपये एकत्र करके
55.27 करोड़ रुपये के चुनावी खर्च के साथ कांग्रेस दूसरे पायदान पर रही, जिसमें
उसने 41.19 करोड़ रुपये चुनाव प्रचार में खर्च किये। जबकि राकांपा ने 38.10 करोड़
एकत्र कर उससे ज्यादा 41.06 करोड़ का चुनावी खर्च दिखाया है, जिसमें 30.665 करोड़
रुपये का प्रचार खर्च शामिल है। बसपा, एआईएफबी, आईयूएमएल और जदयू ऐसे चार दलों में
शामिल रहे जिन्होंने दोनों राज्यों में चुनाव लड़ने के बावजूद केंद्र या राज्य
ईकाई से कोई धन लेकर खर्च नहीं किया।
हरियाणा
में खर्च हुए 19.25 करोड़
इन
दलों के इस चुनावी खर्च में हरियाणा के चुनाव खर्च 19.25 करोड़ रुपये में से
14.354 करोड़ चुनाव प्रचार, 1.80 करोड़ यात्रा और नेताओं व उम्मीदवारों पर 2.69
करोड़ तथा करीब 41 लाख रुपये अन्य मदों में खर्च किये गये। जबकि इससे ज्यादा
महाराष्ट्र में खर्च हुए 152.25 करोड़ रुपये में चुनाव प्रचार पर 99.45 करोड़,
यात्रा पर 21.88 करोड़, नेताओं व उम्मीदवारों पर 15.47 करोड तथा अन्य मदों में
15.46 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है।
स्टार
प्रचारकों पर 52.30 लाख खर्च
हरियाणा
और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव-2014 के दौरान इन दलों द्वारा यात्रा खर्च 41.40
करोड़ रुपये में से स्टार प्रचारकों पर 52.30 लाख रुपये और अन्य नेताओं की
यात्राओं पर 40.88 करोड़ रुपये खर्च दर्शाया गया है। इसके अलावा 191.37 करोड़
रुपये का चुनाव खर्च इन दलों के केंद्रीय मुख्यालय द्वारा किया गया है।
12Oct-2019
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