
विदेशी चंदा लेने आगे रही आम आदमी पार्टी
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
क्षेत्रीय
राजनीतिक दलों में लगातार दूसरे साल में शिवसेना सबसे आगे है यानि उसे वर्ष
2016-17 में सबसे ज्यादा चंदे की रकम मिली है, जिसमें केजरीवाल की आम आदमी पार्टी
दूसरे पायदान है और तमाम क्षेत्री दलों में आप ही ऐसी राजनीतिक पार्टी है जिसे
विदेशी चंदा भी मिला है।
देश
में चुनाव की दिशा और दशा में सुधारात्मक कदम उठाने की मकसद से चुनाव आयोग द्वारा वित्तीय
वर्ष 2014-15 के बाद से लागू अधिसूचना के तहत देश के सियासी दलों को अपनी
पार्टियों के आय-व्यय और चंदे के रूप में मिलने वाली राशि का ब्यौरा आयोग को देना
होता है। चुनाव आयोग में दी गई रिपोर्ट के आधार पर गैर सरकारी संस्था ने 31
क्षेत्रीय दलों द्वारा वर्ष 2016-17 के दौरान लिये गये चंदे में मिली 91.37 करोड़
रुपये की राशि का विश्लेषण कर खुलासा किया है, कि 20 हजार से अधिक के चंदे में इस
दौरान शिवसेना को 297 दानदाता स्रोतों के जरिए सर्वाधिक 25.65 करोड़ रुपये का चंदा
मिला है। हालांकि यह चंदा पिछले वित्तीय वर्ष 2015-16 में मिले 86.84 करोड़ रुपये
के मुकाबले तीन गुना से भी ज्यादा कम हुआ है। वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान
दिल्ली के मुख्यमंत्री की आम आदमी पार्टी 3865 दानदाता स्रोतों के जरिए मिले 24.73
करोड़ रुपये के चंदे के साथ दूसरे पायदान पर है, जिसने पिछले वित्तीय वर्ष में 6.605
करोड़ रुपये चंदे के रूप में घोषित की थी। इसके मुकाबले इस बार आप के चंदे में चार
गुना से भी ज्यादा इजाफा हुआ है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2016-17 में शिरोमणि
अकाली दल को 15.45 करोड़ रुपये, सपा को 6.91 करोड़ रुपये, जद-एस को 4.209 करोड़ रुपये,
एमजीपी को 3.64 करोड़ रुपये, तेदेपा को 1.89 करोड़ रुपये, एमएनएस को 1.43 करोड़
रुपये, जदयू को 1.40 करोड़ रुपये, रालोद को 1.26 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। इन
दस दलों के अलावा 14 दलों को 1.90 लाख रुपये से 76 लाख रुपये तक का चंदा मिला है,
जबकि सबसे कम छह हजार रुपये का चंदा डीएमडीके ने घोषित किया है। इसके अलावा बीजद व
अन्नाद्रमुक जैसे छह दलों ने चुनाव आयोग में चंदा प्राप्त करने का ब्यौरा ही पेश
नहीं किया।
इन दलों के चंदे में इजाफा
पिछले
वित्तीय वर्ष के चंदे के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान क्षेत्रीय दलों को
6339 दानदाता स्रोतों से मिली कुल 91.37 करोड़ रुपये की राशि में 65.83 करोड़
रुपये यानि 72.05 फीसदी चंदा केवल शिवसेना, आप व अकाली दल के हिस्से में आया है।
पिछले दो सालों की अपेक्षा आप, शिरोमणि अकाली दल, जद-एस, असमगण परिषद तथा एमएनएस
को मिलने वाले चंदे में बढ़ोतरी हुई है।
आप के खाते में विदेशी चंदा
इन
सभी क्षेत्री दलों में एक मात्र आम आदमी पार्टी ही ऐसी है, जिसे विदेशी चंदा भी
प्राप्त हुआ है। मसलन आप को मिले कुल चंदे में 8.82 करोड़ रुपये यानि 35.67 फीसदी
राशि विदेश से मिली है। इसमें 3.125 करोड़ कनाड़ा, 2.81 करोड़ रूपये यूएसए, 84.7
लाख यूएई, 44 लाख रुपये यूके तथा 43 लाख रुपये का चंदा आस्ट्रेलिया से मिला है।
देश
में चुनाव सुधार की दिशा में बढ़ रहे चुनाव आयोग लगातार राजनीतिक दलों पर शिकंजा कसता
जा रहा है। सियासी दलों के 20 हजार रुपये से ज्यादा चंदे के स्रोतों के साथ पारदर्शिता
और जवाबदेही तय करने के नियम के तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष 215-16 में देश के क्षेत्रीय
दलों में शिवसेना ने 86.84 करोड़ का चंदा सार्वजनिक करके अन्य दलों को बौना साबित कर
दिया है, जबकि 9.8 लाख रुपये के चंदे के साथ द्रमुक सबसे पीछे रही है।
08Aug-2018
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