गुरुवार, 2 अगस्त 2018

आईआरएफ ने देश में बढ़ते सड़क हादसों पर जताई चिंता



संसद में अटके नए मोटर वाहन बिल को पास कराने की मांग
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
अंतर्राष्ट्रीय सड़क महासंघ ने भारत में बढ़ रही सड़क हादसों के कारण मौतों को लेकर चिंता जताई है और संसद में लंबित नए सड़क सुरक्षा संबन्धी मोटर वाहन विधेयक को जल्द पारित कराने के लिए सभी राजनीतिक दलों से अपील की है, ताकि सड़क हादसों में कमी लाई जा सके।
दुनिया भर में सुरक्षित सड़कों और स्मार्ट रोड़ मोबिलिटी के लिए काम करने जेनेवा स्थित अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ (आईआरएफ) के चेयरमैन केके कपिला ने भारत में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों पर गहरी चिंता जताई है और कहा कि आईआरएफ सड़क सुरक्षा को लेकर संयुक्त राष्ट्र की एक दशकीय कार्य योजना की सिफारिशें लागू करने में हुई नाकामी पर भी चिंतित है। इस कार्य योजना के तहत 2020 तक सड़क दुर्घटनाओं से हुई मौतें 50 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा गया है। कपिला ने जारी एक बयान में कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर भारत में काफी चुनौतियां और मुश्किलें हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के 2017 के आंकड़ों के मुताबिक देश में सड़क दुर्घटनाओं में 1.47 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई। ये पूरी दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों का 10 फीसदी है। भारत ने सड़क सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र के एक दशकीय कार्य योजना पर दस्तखत किए हैं। इसका लक्ष्य 2020 तक सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतें 50 फीसदी घटाना है। यह तभी संभव है जब संसद में लंबित मोटर वाहन संशोधन विधेयक पारित हो, जिसमें ऐसे सख्त प्रावधान किये गये हैं, जिनके लागू होने से देश की यातायात दुरस्त होगी और सड़क हादसों पर लगाम कसी जा सकेगी। आईआरएफ ने तमाम दलों के सांसदों से मांग की है कि वह नए कानून को सर्वसम्मति से पारित करने के लिए कदम उठाए और भारत सरकार की संयुक्त राष्ट्र की दशकीय कार्य योजना के प्रति प्रतिबद्धता पर खरा उतरने में मदद करें।
संसदीय समिति से आग्रह
आईआरएफ ने संसदीय स्थायी समिति के चेयरमैन मुकुल रॉय से आग्रह किया है कि संसद के मौजूदा सत्र में ही केंद्रीय मोटर वाहन विधेयक को जल्द से जल्द पारित कराया जाना चाहिए, इसके लिए आईआरएफ ने सभी दलों से भी अपील की है कि इस विधेयक को संसद के मौजूदा सत्र में तत्काल प्रभाव से पारित कराने की आवश्यकता है। कपिला का मानना है कि इस मोटर वाहन बिल के प्रावधानों के तहत बहुप्रतीक्षित संशोधन, इंजीनियरिंग के नजरिए से सड़कों में सुधार, सड़क निर्माण के सभी चरणों में सुरक्षा ऑडिट, दुर्घटनाओं वाले स्थान यानी ब्लैक स्पॉट की पहचान और मरम्मत जैसे कदम जल्द से जल्द उठाने की जरूरत है ताकि देश में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम से कम किया जा सके।
29July-2018

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