सोमवार, 6 अगस्त 2018

राज्यसभा: नए सांसदों ने पढ़ा संसदीय पाठ




राज्यसभा के नए सदस्यों का बोध कार्यक्रम संपन्न
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राज्यसभा के नए और मनोनीत सदस्यों ने संसदीय प्रणाली और नियमों का ज्ञान लिया, जिसमें खासतौर से नए सदस्यों ने संसदीय विशेषाधिकारों के नियमों में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई।
यहां संसदीय सौंध में नए सांसदों को संसदीय प्रणाली और नियमों का ज्ञान देने के लिए आयोजति दो दिवसीय बोध कार्यक्रम संपन्न हो गया है, जिसमें सदस्यों को संसदीय प्रणाली और नियमों का ज्ञान देने के लिए वरिष्ठ सांसदों और विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया। राजनीति में एथिक्स के मुद्दे पर पूर्व सांसद फली एस नरीमन ने नए सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि सांसद एक महत्वपूर्ण पद है, जिसमें संसद सदस्यों के नैतिकता कार्य में प्रतिबिंबित करने की आवश्यकता है। नरीमन ने कहा कि सदस्यों को संसद में व्यववधान करने के बजाए दृढ़ता का पालन करते हुए अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। कार्य नैतिकता के महत्व को रेखांकित करते हुए नरीमन ने सुझाव दिया कि सदस्यों को नहीं करना चाहिए सदन के कल्याण में प्रवेश करें और कार्यवाही में बाधा डालें। जब वे सदन में होते हैं तो सदस्यों को नाराज नहीं होना चाहिए। इस मौके पर संसदीय विशेषाधिकारों पर आयोजित एक सत्र में नए सदस्यों ने बहुत रुचि दिखाई। मसलन सदन की कार्यवाही के सीधे प्रसारण होने के बारे में जानकारी चाही, जिसमें कुछ सदस्य जानना चाहते थे कि क्या निष्कासित शब्दों और अभिव्यक्तियां प्रकाशित या प्रसारित करना विशेषाधिकारों का उल्लंघन होगा। इस पर विशेषज्ञों और अनुभवी सांसदों ने कहा कि एक बार शब्दों या अभिव्यक्तियों को सभापीठ द्वारा ही परिस्थतियों को देखते हुए निष्कासित करने का अधिकार होता है। यदि मीडिया निष्कासित शब्दों को प्रसारित या प्रकाशित या दोहराता है तो यह विशेषाधिकार का उल्लंघन हो सकता है। इस कार्यक्रम में राज्यसभा के महासचिव ने भी सदस्यों के नियमों से अवगत कराया।
मीडिया पर सवाल
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस कार्यक्रम में दोनों दिन हिस्सा लिया और उन्होंने जानना चाहा कि क्या राज्यसभा टेलीविजन (आरएसटीवी) के माध्यम से प्रसारित सदन में सदस्यों का भाषण या यूट्यूब के माध्यम से प्रसारित अथवा विशेषाधिकारों के तहत कवर किया जा सकता है? इस पर उन्हें बताया गया कि चूंकि आरएसटीवी सीधे कार्यवाही का प्रसारण करता है और यूट्यूब आरएसटीवी फ़ीड लेता है, इसलिए सदन में सदस्यों द्वारा दिये गये भाषण को इस जरिए कभी भी देखा जा सकता है।  इस कार्यक्र में सांसद मजीद मेमन ने कानूनी प्रक्रिया को व्यवहारिक बनाने का सुझाव नए सदस्यों के साथ साझा किये। इससे पूर्व भाजपा सांसद भूपेन्द्र यादव ने सार्वजनिक महत्व के मामलों को बढ़ाने के लिए प्रक्रियात्मक उपकरणों पर बात की, जिसमें उन्होंने सदस्यों को प्रभावी रूप से नियमों और प्रक्रियाओं के तहत उपलब्ध विभिन्न उपकरणों जैसे कि शून्य घंटे सबमिशन, विशेष उल्लेख, कॉलिंग ध्यान और सरकार को पकड़ने के लिए अल्पकालिक चर्चा के तहत प्रभावी रूप से हिस्सेदारी करने पर बल दिया। इस कार्यक्रम में राज्यसभा सचिवालय के अतिरिक्त सचिव मुकुल पांडे ने 'राज्यसभा में एक दिन' पर एक प्रस्तुति दी कि कैसे सदन का व्यवसाय आयोजित किया जाता है। वहीं सचिव पीपीके रामचर्युलु, सचिव और दो वरिष्ठ अधिकारियों ने सदस्य वेतन, भत्ते और सुविधाओं पर प्रस्तुति दी। 
06Aug-2018
 


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