शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

छत्तीसगढ़ व हरियाणा में बढ़े महिला रोजगार!


सरकारी योजनाओं के बावजूद औसतन रोजगारों में आई कमी
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
देश में महिलाओं को रोजगार देने में भले ही तीन साल में औसतन दर में कमी आई हो, लेकिन रोजगार और बेरोजगारी पर 2012-16 तक के श्रमिक बल सर्वेक्षण में महिला रोजगार दर में छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड तथा नागालैंड जैसे चार राज्यों में लगातार वृद्धि हुई है, जबकि अन्य राज्यों में उतार चढ़ाव देखा गया है।
दरअसल रोजगार और बेरोजगारी का अनुमान सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) द्वारा किए गए श्रमिक बल सर्वेक्षण के केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी नतीजों में यह खुलासा किया गया है। मंत्रालय के अनुसार देश में महिलाकर्मी जनसंख्या अनुपात जहां वर्ष 2009-10 में 26.6 फीसदी तथा 2011-12 के दौरान 23.7 फीसदी था, वहीं श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के श्रम ब्यूरो के वार्षिक रोजगार व बेरोजगारी के अंतिम तीन दौर के सर्वेक्षण यानि वर्ष 2012-13 में 25 फीसदी, वर्ष 2013-14 में छलांग लगाते हुए यह अनुपात 29.6 फीसदी पहुंचा। जबकि वर्ष 2015-16 में यह अनुपात घटकर 25.8 फीसदी दर्ज किया गया। मंत्रालय का कहना है कि श्रम ब्यूरो ने 15 साल और उससे अधिक आयुवर्ग की महिलाओं के लिए श्रमिक जनसंख्याक अनुपात के लिए यह सर्वेक्षण राज्यवार किया है।
इन राज्यों में लगातार बढ़ी दर
श्रम ब्यूरो के सर्वेक्षण के मुताबिक छत्तीसगढ़ जैसे नक्सल प्रभावित राज्य में महिला रोजगार की दर इन तीन सर्वेक्षण में लगातार बढ़ती देखी गई। मसलन छत्तीसगढ़ में वर्ष 2012-13 के दौरान 44.8 फीसदी थी, जिसके बाद 2013-14 में 51 फीसदी और वर्ष 2015-16 के दौरान राज्य में महिलाकर्मियों का अनुपात 54.2 फीसदी पहुंच गया। इसी प्रकार इन तीन सर्वेक्षण में हरियाणा राज्य में महिला रोजगार की दर क्रमश: 15.4 फीसदी, 16.5 फीसदी और 18.7 फीसदी दर्ज किया गया। झारखंड राज्य में भी महिला रोजगार दर में लगातार बढ़ोतरी हुई, जिसका इन वर्षो के दौरान अनुपात 28.4 फीसदी, 45.7 फीसदी और 48.2 फीसदी रहा। महिला रोजगार के मामले में नागालैंड ने सबसे तेजी से बढ़ोतरी की है, जहां यह अनुपात क्रमश:33.8 फीसदी, 34.7 फीसदी और 55.9 फीसदी आंका गया। इसके अलावा मध्य प्रदेश में महिला रोजगार दर की बात की जाए तो यहां अनुपात जहां वर्ष 2012-13 में 32.1 फीसदी था, तो वर्ष 2013-14 में बढ़कर 34 फीसद हो गया, लेकिन वर्ष 2015-16 के दौरान यह घटकर करीब आधा यानि 17.2 फीसदी दर्ज किया गया।
अव्वल राज्यों में शामिल मिजोरम
मंत्रालय के जारी सर्वेक्षण आंकड़ो के मुताबिक वर्ष 2015-16 की महिला रोजगार दरों पर नजर डाली जाए तो सर्वाधिक महिलाकर्मी अनुपात 59 फीसदी मिजोरम का रहा, हालांकि वर्ष 2013-14 के 61.3 फीसदी से कम रहा। जबकि इस अंतिम सर्वेक्षण 2015-16 में इसके बाद नागालैंड दूसरे पायदान पर है, जबकि छत्तीसगढ़ 54.2 फीसदी दर के साथ तीसरे पायदान पर शामिल हुआ है। अरुणाचल प्रदेश में यह दर 51.6 रही। देश के तमाम 36 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के इस सर्वेक्षण में बाकी कोई भी राज्य या यूटीआई 50 फीसदी के आंकड़े को नहीं छू सका है। महिला रोजगार दर में सबसे फिस्सडी राज्य में 7.9 फीसदी के अनुपात के साथ जम्मू-कश्मीर का नाम शामिल है।
31July-2018

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