शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

सीमापार से 133 आतंकियों की घुसपैठ हुई नाकाम




छह माह में घुसपैठ करते 14 आतंकियों को किया ढेर                                        
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारत-पाक सीमा से होने वाली घुसपैठ को नाकाम करने के लिए भारतीय सैनिक एवं सुरक्षा बल पूरी तरह से चौकस हैं, जिसके कारण इस साल पहले छह माह में पाकिस्तान की ओर से 133 आतंकवादियों की घुसपैठ करने के प्रयास को विफल किया गया है। इस दौरान सुरक्षा बलों ने 14 आतंकियों को मार गिराया है, जबकि एक सुरक्षा बल का जवान शहीद भी हुआ है।
यह जानकारी बुधवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान गृहराज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने देते हुए बताया कि पाकिस्तान की ओर से बीते 6 महीने में 133 आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की गई, जिसमें 14 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने अलग-अलग ऑपरेशन में ढेर किया है। जबकि मुठभेड के दौरान  एक जवान भी शहीद हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्ष के दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान की ओर से 406 आतंकियों ने घुसपैठ करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने उनके इरादों को नाकाम करते हुए 59 आतंकवादियों को मार गिराया। पिछले साल घुसपैठ करते आंतकियों के साथ हुई अलग-अलग मुठभेड के दौरान सुरक्षा बल के सात जवान भी शहीद हुए।
जम्मू-कश्मीर में हुए 110 आतंकी ढेर
गृह मंत्रालय के अनुसार सीमा पर घुसपैठ के अलावा जम्मू-कश्मीर में विभिन्न क्षेत्रों में इस साल जुलाई तक सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में 110 आतंकवादियों को मारा जा चुका है, जबकि इस साल अब तक कश्मीर घाटी में आतंकवाद और पत्थरबाजी से संबंधित घटनाओं में 20 पुलिसकर्मियों समेत करीब 41 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और 907 अन्य घायल हुए हैं। इस दौरान 18 नागरिक भी मारे गये हैं। जबकि वर्ष 2017 में 213, वर्ष 2016 में 150 तथा वर्ष 2015 में 108 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर किया था।
म्यामांर सीमा पर तीन आतंकी मारे
गृह राज्य मंत्री अहीर ने यह भी जानकारी दी कि इस साल 26 जुलाई तक भारत-म्यांमार सीमा पर भी घुसपैठ की 64 घटनाएं हुई, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें भारत में घुसने से रोका और इस दौरान हुई मुठभेड के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया और 66 को जिंदा पकड़ा है। जबकि वर्ष 2017 के दौरान म्यांमार सीमा पर 99 घटनाएं हुई थी, जिनमें नौ आतंकवादी मारे गये और 130 को जिंदा पकड़ा गया है।
02Aug-2018
 



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