सरकार का 50 फीसदी र्इंधन बचत का दावा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
मोदी
सरकार ने रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए सोलर से चलने वाले नए-नए
उत्पाद शुरू करने में जुटी है। इस अभियान के जरिए केंद्र सरकार की योजना
ई-रिक्शा की तर्ज पर सोलर रिक्शा चलाने की है, जिन्हें नए साल में सड़को पर
उतारने का लक्ष्य है। इसमें सरकार का दावा कि र्इंधन में 50 फीसदी बचत होगी
और प्रदूषण की समस्या से राहत मिलेगी।
नवीन और नवीकरण ऊर्जा
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार ऐसे सोलर रिक्शा अगले साल सड़कों पर उतराने
की तैयारी की गई है। सरकार का दावा है कि ये सोलर रिक्शा, ई-रिक्शा के
मुकाबले कम से कम 50 फीसदी अधिक माइलेज देगा। हालांकि सरकार ने अब तक इस
सोलर रिक्शा की कीमत के बारे में कोई घोषणा नहीं की है। मंत्रालय के अनुसार
सरकार सोलर रिक्शा का कॉन्सेप्ट नोट तैयार कर चुकी है जिसे जल्द ही
कैबिनेट की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। सोलर से चलने वाले इलैक्ट्रिक
साइकिल रिक्शा में सोलर पैनल रिक्शा की छत पर लगाया जाएगा, जिसे प्रॉपर
फिटिंग के साथ नीचे लगी बैटरी से जोड़ा जाएगा। इस रिक्शा में 300 वाट से
लेकर 500 वाट तक का सोलर मॉड्यूल, 48 वोल्ट की बैटरी और 48 वोल्ट व 1000
वाट की मोटर लगाई जाएगी। मंत्रालय के मुताबिक सोलर रिक्शा को पहले सुबह
चार्ज किया जाएगा, लेकिन ये रिक्शा चलते-चलते भी चार्ज हो सकेंगे।
स्थापित होंगे चार्जिंग स्टेशन
केंद्र
सरकार ने इस योजना के तहत तैयार कैबिनेट नोट के तहत शहरों में सोलर पावर
चार्जिंग स्टेशन भी बनाने की योजना भी शामिल है, ताकि सोलर रिक्शा को रात
को इन स्टेशनों में चार्ज किया जा सके। इन सेंट्रलाइज्ड स्टेशनों की पावर
जनरेशन की कैपेसिटी काफी अधिक होगी, जहां बड़ी बैटरी में पावर को स्टोर किया
जाएगा। जहां रिक्शा चार्ज किए जा सकेंगे। नोट में कहा गया है कि बिजली की
बजाय सोलर से चलने के कारण रिक्शा चालक को काफी बचत होगी और रिक्शा की
माइलेज कम से कम 50 फीसदी बढ़ जाएगी।
12Nov-2016
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें