महिलाओं
की सुरक्षा, गरीबों को पहली बार मिला योजनाओं का लाभ
राष्ट्रपति
अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव पर बोली भाजपा सांसद
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राज्यसभा
में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यावाद प्रस्ताव पर
चर्चा का जवाब देने से पूर्व छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में भाजपा सांसद सरोज पांडेय
ने विपक्षी दलों के मोदी सरकार पर किये गये हमलों का करारा जवाब देते हुए कहा कि
देश प्रचंड बहुमत से फिर मोदी सरकार इस बात को प्रमाणित करती है कि देश नई
आकांक्षाओं और नई आशाओं के साथ आगे बढ़ रहा है, जिसमें पिछले पांच साल में महिलाओं
की सुरक्षा, गरीबों को उनकी जरूरतों के अनुसार योजनाओं का लाभ मिला है।
उच्च
सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राष्ट्रपति अभिभाषण पर
धन्यावाद प्रस्ताव बुधवार को पारित हो गया। इस चर्चा में बुधवार को हिस्सा लेते
हुए भाजपा सांसद सरोज पाण्डेय ने सदन की सदस्य निर्वाचित होने के बाद पहला भाषण
देते हुए विपक्षी दलों के चर्चा के दौरान मोदी सरकार पर लगाए आरोपों का करारा जवाब
देते हुए कहा कि पिछले पांच साल में मोदी सरकार ने महिलाओं, गरीबों, युवाओं समेत
तमाम वर्गो के हित में जिस प्रकार से कार्य करने में निष्ठा दिखाई है, वह लोकतंत्र
के सबसे बड़े पर्व में मोदी सरकार के हक में मिले जनादेश ने साबित कर दिया है कि
नई आकांक्षाओ के साथ देश का जन-जन नई आशाओं को आलिंगनबद्ध करने के लिए खड़ा हुआ
है। पांडेय ने यह बात नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद द्वारा लोगों को सुहाने सपने
दिखाकर फिर से केंद्र की सत्ता में आने के आरोप का करारा जवाब दिया और कहा कि ऐसा
आरोप लगाकर नेता प्रतिपक्ष ने खुला जनादेश का अपमान किया है। उन्होंने विपक्ष की
ओर इशारा करते हुए कहा कि यह बात सच है कि पिछले पांच साल में में जो मोदी सरकार
ने कर दिखाया वह आप नहीं कर पाएं और न कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक महिलाओं
और गरीबों की चिंता नहीं की और न ही कर पाएंगे, केवल अल्पसंख्यकों के वोटों के लिए
तुष्टिकरण की राजनीति का ही इस्तेमाल किया है।
महिलाओं का आत्मसम्मान बढ़ा
सरोज
पांडेय ने कहा कि यह तो सच बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो किया उसकी
बदौलत ही देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए देशभर में स्वच्छता अभियान के जरिए
देशभर में घर-घर खासकर ग्रामीण इलाकों में शौचालयों का निर्माण हुआ उससे महिलाओं
की पूरे दिन सूरज ढलने के इंतजार करने की चिंता खत्म हुई, लेकिन इस पर भी एक
कांग्रेस के नेता ने मोदी की आलोचना कर कर कहा था कि जनता ने मोदी को पीएम शौचालय
बनवाने के लिए नहीं बनाया? जो एक विपक्ष की आश्चर्यजनक राजनीति में महिलाओं के
आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने से कम नहीं है। उन्होंने इस बात पर भी आश्चर्य जताया
कि पिछले पांच साल में देश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और महिलाओं की सुरक्षा के
हित में उठाए गये कदमों के साथ गरीबों और जरूरतमंद लोगों के हित में धरातल पर नजर
आई हरेक योजनाओं की तारीफ करने के बजाए हर दिन आलोचना ही की है। जबकि इसके विपरीत
कोई दिन या सुबह ऐसी नहीं रही जब सूरज निकलने के साथ गरीब दोनों हाथों से
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आशीर्वाद न दिया हो, जिसका नतीजा इस देश का जनादेश
प्रचंद जनादेश में परिवर्तित होता दिखा। सुश्री पांडेय ने कहा कि इस प्रचंड जनादेश
के पीछे लगातार पांच सालों तक मोदी सरकार के काम करने की ताकत भी बड़ा कारण रहा
है। प्रधानमंत्री के एक आव्हान पर देश के 1.20 करोड़ से ज्यादा लोगों लोगों ने जिस
दिन गैस पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ी, तो उस दिन देश ने नई उम्मीदों के साथ इतिहास
ने करवट लेना शुरू किया और ‘प्रधानमंत्री
उज्ज्वला योजना’ शुरू होने के बाद उन गरीब परिवारों की महिलाओं को गैस कनेक्शनों
का लाभ मिला, जो अपने बच्चों और परिजनों को खाना खिलाने के लिए 172 सिगरटों के बराबर
धुंआ अपने शरीर में उतारती थी। इसलिए वह विपक्ष से अपेक्षा करती हैं कि वे इस
प्रकार के कामों की सराहना करें तब इतिहास की बात करें। उ
आनंद के अंदाज में जवाब
उच्च
सदन में चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के आनंद शर्मा द्वारा बार-बार इतिहास
की बात कहने का जवाब देते हुए सरोज पांडेय ने कहा कि देश के इतिहास को किसी ने
नकारा नहीं है और भारत देश गौरवशाली इतिहास ही इस बात का साक्षी है कि 21 जून को
जो अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देन
है जिसमें विश्वभर के लोग भारत को विश्वगुरु का दर्जा देने की तैयारी कर रहे हैं।
इसकी भी विपक्ष को सराहना करनी चाहिए। भाजपा सांसद ने कहा कि विपक्ष बेटी
बचाओ-बेटी पढ़ाओं को बार-बार उपहास की नजर से देख रहा है, लेकिन उन्हें उस निर्भय
कांड का भी स्मरण करना चाहिए जिसके लिए एक हजार करोड़ रुपये की यूपीए सरकार द्वारा
दी गई राशि का कुछ उपयोग नहीं हो सका। सरोज पांडेय ने कांग्रेस आनंद शर्मा के ‘निन्दक नियरे राखिए, आंगन कंटि छवाय’
दोहे के रूप में का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा वह भी चाहती हैं कि ऐसे निंदक अब भी
उनके साथ रहे, इस परंपरा का हम पालन करते हैं, जिसका जवाब सरोज पांडे ने इस दोहे
के रूप में देते हुए अपना भाषण समाप्त किया- ‘कबीरा
खड़ा बाजार में, लिए लुकाठी हाथ, जो घर फूंके आपना, चले हमारे साथ..’
27JUne-2019
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