शनिवार, 13 जुलाई 2019

राज्यसभा में हंगामे के कारण शुरू नहीं हो सकी बजट पर चर्चा


कर्नाटक की सियासत और विनिवेश पर विपक्ष का हंगामा  
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राज्यसभा में दोपहर बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होनी थी, लेकिन कर्नाटक के राजनीतिक संकट पर कांग्रेस विनिवेश के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। इन मुद्दो पर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के उच्च सदन में हंगामे के कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल भी नहीं हो सके।
उच्च सदन में मंगलवार को कर्नाटक में मचे सियासी घमासान को लेकर कांग्रेस और विनिवेश के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के हंगामे के कारण दो बार के स्थगन के बाद जब दोपहर बाद दो बजे फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो उप सभापति हरिबंश सिंह ने एम्स अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षर्धन का नाम पुकारा, लेकिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सुबह की तरह ही हंगामा करते हुए आसन के करीब आ गये। चूंकि इसके बाद उच्च सदन में केंद्रीय बजट पर चर्चा शुरू होनी थी, इसके लिए उप सभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों को शांत होकर अपनी सीटों पर जाने को कहा और कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम बजट पर चर्चा करेंगे, लेकिन दोनों दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण कुछ मिनटों में ही सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। उच्च सदन की कार्यवाही बाधित रहने के कारण जहां बजट पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी, वहीं शून्यकाल और प्रश्नकाल भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गये।
इससे पूर्व मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने पिछले सप्ताह राज्यसभा के लिए उप चुनाव में गुजरात से जीते भाजपा सदस्य जुगलसिंह माथुरसिंह लोखंडवाला को उच्च सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई गई। इसके बाद आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाए, जिनमें उच्च सदन की विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट भी शामिल रही। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस सांसदों ने अपनी बात कहने का प्रयास किया, जिन्हें अनुमति नहीं दी गई। नायडू ने इस दौरान शून्यकाल स्थगित कर दो मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत मिले नोटिसों की जानकारी दी, जिन्हें उन्होंने नामंजूर करते हुए इन मुद्दो को शून्यकाल में उठाने को कहा। नोटिस स्वीकार न होने से खफा कांग्रेस सदस्यों ने कर्नाटक में राजनीति संकट के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वहीं पीएसयू में विनिवेश के मुद्दे को लेकर हंगामा शुरू कर दिया तो सदन की कार्यवाही बिना शून्यकाल शुरू किये 12 बजे तक स्थगित कर दी। 12 बजे फिर शुरू हुई कार्यवाही के दौरान भी हंगामे की यही स्थिति रही, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
नायडू की सांसदों को नसीहत
तृणमूल सदस्यों ने सोमवार को भी विनिवेश का मुद्दा उठाया था, जिसके लिए बोलने की अनुमति न मिलने पर तृणमूल कांग्रेस ने प्रश्नकाल का बहिष्कार किया। इस पर नायडू ने सदस्यों को संसद सत्र शुरू होने से अब सदन में चल रही कार्यवाही को की निरंतरता बनाए रखने के लिए नसीहत दी थी, लेकिन इस अपील का असर के बजाए मंगलवार को हंगामे के रूप में नजर आया।
बॉक्स
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क्रिकेट मैच के लिए हंगामा
राज्यसभा में कर्नाटक सियासी संकट पर कांग्रेस और विनिवेश के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के हंगामे के कारण दो बजे बाद सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित होने पर भाजपा के सांसद स्वपन दासगुप्ता ने एक ट्रवीट किया है। दासगुप्ता ने अपनी टिप्पणी की है कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने बजट पर चर्चा कराने के बजाए भारत-न्यूजीलैंड के बीच विश्वकप के सेमीफाइनल देखने के लिए सदन में अपने मुद्दो पर कार्यवाही बाधित की है। इस हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि हंगामा कर रहे सांसद क्रिकेट मैच देखना चाहते थे।
10July-2019

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