आज से शुरू होगा दो दिन का ओरियंटेशन
प्रोग्राम
ओ.पी. पाल. नई दिल्ली।
भारतीय
संसद में पहली बार निर्वाचित होकर आने वाले सांसदों को संसदीय प्रणाली और उनके नियमों
का प्रशिक्षण देने की परंपरा के तहत 17वीं लोकसभा में बजट पेश होने से पहले नए सांसदों
को संसदीय पाठ पढ़ाया जाएगा।
सत्रहवीं
लोकसभा के गठन के बाद पहले संसद सत्र में हिस्सा ले रहे नए सांसदों को संसदीय
प्रणाली और नियम कायदों का ज्ञान देने के लिए नए सांसदों के प्रशिक्षण की व्यवस्था
का जिम्मा संभालते आ रहे संसद के ब्यूरो ऑफ पार्लियामेंट्री स्टडीज एवं ट्रेनिग डिपार्टमेंट
द्वारा संसदीय सौध, नई दिल्ली के मुख्य समिति कक्ष में दो-दो दिन का दो चरणों में ओरियंटेशन
प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है, जिसका पहला चरण आम बजट पेश होने से पहले 3 व 4
जुलाई तथा दूसरा चरण बजट के बाद 9 व 10 जुलाई को होगा। लोकसभा सचिवाल के सूत्रों
के अनुसार सत्रहवीं लोकसभा में 265 नए सांसद निर्वाचित होकर पहली बार संसद में
दाखिल हुए हैं, जिन्हें सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के कायदे-कानूनों और संसदीय
प्रणाली का ज्ञान देने के लिए वरिष्ठतम सांसदों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसे कार्यक्रमों
में नए सांसदों को विशेषज्ञों के अलावा लोकसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और वरिष्ठतम सांसदों
द्वारा संसदीय परंपराओं और नियम कायदों की जानकारी दी जाती है। इसमें नए सांसदों को
प्रभावशाली जनप्रतिनिध बनाने की कवायद होती है तो वहीं सदन के भीतर उनका आचरण कैसा
होना चाहिए, संसदीय भाषाओं में एक सांसद का कैसा व्यवहार होना चाहिए जैसी जानकारी तो
दी ही जाती है, वहीं सदन में किसी मुद्दे को किस नियम और कैसे उठाया जाना है, प्रश्नकाल,
वाद-विवाद में हिस्सा लेने के नियमों की जानकारी भी उन्हें दी जाती है।
संसदीय परिपाटी जानेंगे सदस्य
संसद
में नये सदस्यों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम एक की सतत् प्रक्रिया के तहत नये सदस्यों
को भारतीय राजनीति में लोकसभा की भूमिका, सदस्यों के योगदान, कर्तव्य और दायित्व के
अलावा संसदीय परिपाटी व प्रक्रिया के अलावा शिष्टाचार, आचार संहिता और विशेषाधिकार
आदि नियमों की जानकारी दी जाएगी। वहीं उन्हें सांसद की भूमिका और भारतीय राजनीतिक व्यवस्था
के लिए योगदान, सदस्य की सुविधाएं और विशेषाधिकार का एक अवलोकन, संसद सदस्य स्थानीय
क्षेत्र विकास योजना (एमपीएलएडीएस), कानून बनाने की प्रक्रिया, समिति प्रणाली, राजनीति
में आचार संहिता जैसे विषयों के बारे में भी ज्ञान दिया जाएगा। इसके अलावा नए सदस्यों
को यह भी जानकारी दी जाएगी कि प्रश्नकाल, शून्यकाल, चर्चा या वाद-विवाद, विधेयकों,
संसदीय समितियों, सांसद निधि और उसके विभिन्न योजनाओं में उपयोग, सदस्यों को दी जाने
वाली सुख-सुविधाओं की क्या प्रक्रिया है और सदन में सदस्यों की क्या भूमिका होनी चाहिए।
प्रशिक्षक के रूप में ये होंगे
दिग्गज
इस
कार्यक्रम में नए सदस्यों को संसदीय ज्ञान देने के लिए अलग अलग विशेषज्ञों के रूप
में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रहृलाद जोशी, अमित
शाह, नितिन गडकरी, प्रकाश जावडेकर,
नरेन्द्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल, रवि शंकर प्रसाद, पहृलाद पटेल के अलावा भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, बीजद नेता भृतहरि
महताब, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद व अधीर रंजन चौधरी जैसे राजनीतिक दिग्गज
विधेयक, संकल्प प्रस्तावों, बजटीय प्रक्रिया, संसदीय समितियों, शिष्टाचार और आचार,
ई-पार्लियामेंट मेंबर पोर्टल, वेत, भत्ते एवं पेंशन, सांसदों की सेवाओं, संसद शोध,
ग्रंथालय, विधान तथा नियमों और प्रक्रियाओं का ज्ञान देंगे।
पाठशाला में नजर आएंगी हस्तियां
लोकसभा
सचिवालय के सूत्रों की माने तो केंद्रीय कैबिनेट के सदस्यों के लिए इस कार्यक्रम में
हिस्सा लेने की कम ही संभावना है, फिर भी यदि कोई मंत्री इस कार्यक्रम में संसदीय प्रणाली
की जानकारी लेना चाहेगा, तो उनके लिए विकल्प खुला होगा। यह प्रोग्राम विशेषतौर से सांसदों
के लिए होता है। इस संसदीय पाठशाला में फिल्मी हस्तियां सन्नी दयोल, देओल, नुसरत जहां
रूही, मिमी चक्रवर्ती, रवि किशन, हंस राज हंस, क्रिकेटर गौतम गंभीर, साध्वी प्रज्ञा
ठाकुर, तेजस्वी सूर्या, प्रताप सिंह सारंगी, राजदीप रॉय, ज्योतिर्मय सिंह महतो, बालक
नाथ, जय सिद्धेश्वर शिवाचार्य स्वामी, रीता बहुगुणा जोशी, संघमित्रा मौर्य, जय प्रकाश,
राजवीर दिलेर, अनुराग शर्मा, अरुण कुमार सागर, प्रदीप कुमार, हंसमुख भाई पटेल, मितेश
भाई पटेल, परबत भाई पटेल, गीता बेन राठवा, शारदा बेन पटेल,अरुण साओ, विजय बघेल, मोहन
मंडावी, चुन्नी लाल साहू, गुहाराम अजगले, सुनील कुमार सोनी, संतोष पांडे और रेणुका
सिंह, सिद्धेश्वर शिवाचार्य स्वामी के अलावा सुजय राधाकृष्ण, सुनील मेंढे, भारती प्रवीण
पवार, अनमेश पाटिल, सुधाकर तुकाराम, रंजीत सिंह निंबालकर, मनोज कोटक और प्रताप राव
चिखलिकर जैसे नए चेहरे हैं।
03July-2019
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