गुरुवार, 25 जनवरी 2018

दुरस्त होगा भोपाल-जबलपुर नेशनल हाइवे

मध्य प्रदेश में हाइवे में 64 किमी का होगा विस्तार
ईपीसी मोड पर चार लेन की सड़क का होगा निर्माण
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जल्द ही बेहतर सफर का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने इस राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को खासकर जानलेवा बने सिंदूर नदी से हिरण नदी तक 64 किमी हाइवे को फोरलेन बनाने योजना को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य के साथ अंतिम रूप दे दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस हाइवे की हालत सिंदूर नदी से हिरण नदी तक जर्जर थी, जिसके कारण हादसों का भी सामना करना पड़ रहा था। एनएच-12 को हिरण नदी के हिस्से में 66 किमी से 130 किमी सिंदूर नदी तक 64 किमी हाइवे को फोर लेन का बनाने की परियोजना को पूरा करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने 866.39 करोड़ रुपये की लागत पर अवार्ड अनुबंध कर दिया है। एनएचएआई द्वारा इस परियोजना के निर्माण का कार्य मैसर्स कृष्णा कंस्ट्रक्शन-ग्वार कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (जेवी) को दिया है, जिसे 24 महीने की अवधि में निर्माण ईपीसी मोड पर पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
परियोजना का ढांचा
मंत्रालय के अनुसार इस परियोजना के 4 बड़े पुलों, 20 छोटे पुल, 9 अंडरपास, छोटे जंक्शन के स्थान पर 9 अंडरपास और 29 छोटे जंक्शनों के निर्माण के साथ 2 लेन से 4 लेन तक कठोर फुटपाथ (सीमेंट कंक्रीट रोड) के साथ राजमार्ग का उन्नयन किया जाएगा। इस परियोजना से इस हाइवे पर सुरक्षित आवागमन के साथ सफर करना आसान सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षित आवाजाही हो सकेगी। परियोजना के पूरा होने पर इस राजमार्ग खंड पर यात्रा सुरक्षित, समय, ईंधन और वाहन रखरखाव लागत बचाने के लिए होगा।
वन्य अभ्यारण की सुविधा
मंत्रालय के अनुसार यह परियोजना सड़क के तेरह किलोमीटर जंगली जीवन अभयारण्य से गुजरता है, जिसमें 39.750 हेक्टेयर वन क्षेत्र है और यह सड़क दो किमी की लंबाई के लिए रिजर्व और संरक्षित जंगल से होकर गुजरती है, जिसमें मोड़ के लिए 11.081 हेक्टेयर वन भूमि आवश्यक है, इसलिए वन्यजीव की स्वतंत्र और सुरक्षित आवाजाही की सुविधा के लिए भी इस परियोजना में पर्याप्त उपशमन उपाय भी किये गये हैं। जिसके तहत इस परियोजना में प्रमुख पुलों के दोनों तरफ 25 स्थानों पर 5 मीटर तक अतिरिक्त जगह के रूप में 5 गुणा 3.5 मीटर आकार के ढांचे के प्रावधान को भी शामिल किया है। परियोजना के पूरा होने पर, इस राजमार्ग खंड पर यात्रा सुरक्षित, समय, ईंधन और वाहन रखरखाव लागत बचाने के लिए होगा।
24Jan-2018

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें