भारतमाल परियोजना
के तहत होगा निर्माण
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
केंद्र सरकार
ने उत्तराखण्ड के लिए भारतमाला परियोजना के तहत 10 हजार करोड़ रूपये की लागत से पांच
सड़कों के निर्माण के लिए परियोजना को मंजूरी दी है।
केंद्रीय
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार मंत्रालय की भारतमाला परियोजना के
अंतर्गत उत्तराखंड में 570 किलोमीटर लंबाई की कुल 05 सड़कों का निर्माण किया जाना
है। राज्य की इन पांच परियोजनाओं में दो हजार करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना
में 94 किमी सड़क बैजनाथ-थराली-कर्णप्रयाग मार्ग, 1200 करोड़ रुपये की लागत से 147
किमी अस्कोट-धारचूला-मालपा-लिपुलेख मार्ग, 4500 करोड़ रुपये लागत से 216 किमी बैजनाथ-बागेश्वर-कपकोट-मुनस्यारी-सेराघाट-जौलजीवी
मार्ग, एक हजार करोड़ की लागत वाली 51 किमी माना-मूसा पानी-माणा पास तथा एक हजार
करोड़ की लागत से 63 किमी सड़क की परियोजना में जोशीमठ-मलारी मार्ग शामिल होगा।
सरकार ने इन परियोजनाओं की मंजूरी देते हुए इन परियोजनाओं को छह माह के भीतर शुरू
करने का लक्ष्य तय किया है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस हाइवे
मंत्रालय
के अनुसार दिल्ली-शामली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेस हाईवे की परियोजना को भी अगले
छह माह के भीतर शुरू करने पर बल दिया गया है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गडकरी
ने कहा था कि वर्ष 2019 तक उत्तराखण्ड में कुल 50 हजार करोड़ रूपये के सड़क कार्य किये
जाएंगे, ताकि दिल्ली से देहरादून की दूरी को नजदीक लाया जा सके और उत्तराखंड के
अन्य सड़क मार्गो की सूरत भी दुरस्त नजर आ सके।
नमामि गंगे में शामिल हुआ देहरादून
केन्द्रीय
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग एवं जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने नमामि गंगे परियोजना
के तहत उत्तराखण्ड में किये जा रहे कार्यों को 31 दिसम्बर 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश
दिये है, जिसमें राज्य की राजधानी देहरादून को भी नमामि गंगे मिशन में शामिल करने
पर विचार किया है। गौरतलब है कि नमामि गंगे परियोजनाओं की समीक्षा के बाद केंद्र
सरकार ने इसमें तेजी लाने की दिशा में पिछले माह ही गंगा के साथ चार सहायक नदियों गोमती,
काली, हिंडन व राम गंगा को भी शामिल किया था और इन नदियों के सीवेज ट्रीटमेंट की भी
कार्ययोजना भी तैयार की थी।
10Jan-2018
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