रेलवे ट्रेकों पर नजर रखने के लिए होगा इस्तेमाल
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
भारतीय
रेलवे में सुधार की दिशा में जुटी केंद्र सरकार ने रेलवे की तमाम गतिविधियों खासकर
रेल परियोजनाओं, रेलवे ट्रेक की मरम्मत और अन्य कायों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी
करने का निर्णय लिया है।

पश्चिमी मध्य रेलवे ने शुरू की पहल
भारतीय
रेलवे की इस निर्णय के तहत देश में सबसे पहले ड्रोन की तैनाती मध्य प्रदेश के
जबलपुर स्थित पश्चिमी मध्य रेलवे मुख्यालय ने की है जिसने पिछले सप्ताह ही ड्रोन कैमरों
के जरिए अपने सभी तीनों खंडो जबलपुर खंड-भिटोनी के नजदीक नर्मदा पुल, भोपाल खंड में
निशातपुरा पुल और एचबीजे और मिसरोद के मध्य तीसरी लाइन कार्य के अलावा कोटा खंड पर
कोटा के नजदीक चंबल पुल और कोटा के पास डकनिया तलाव यार्ड पर परीक्षण किया है। इस
पहल को आगे बढ़ाते हुए पश्चिमी मध्य रेलवे की भविष्य में बीना-कटनी तीसरी लाइन, कटनी-सिंगरौली
लाइन के दोहरीकरण परियोजना की निगरानी के लिए ड्रोन को तैनात करने की योजना है। वहीं
महत्वपूर्ण पुलों के निरीक्षण, भोपाल और जबलपुर घाट प्रखंडो में मॉनसून तैयारियों से
जुड़े कार्यों में भी ड्रोन की मदद ली जाएगी। इससे पहले जबलपुर यार्ड की विद्युतिकरण
परियोजना की निगरानी हेतु ड्रोन कैमरों का प्रयोग किया गया था।
09Jan-2018
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