शनिवार, 20 जनवरी 2018

एनडीआरएफ ने बीते साल बचाई चार हजार लोगों की जान



राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने स्थापना दिवस पर किया खुलासा
हरिभूमि ब्यूरो. नई दिल्ली।
राष्‍ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपने स्थापना दिवस को मनाते हुए खुलासा किया कि बीते साल विभिन्न आपदाओं के दौरान उनके जवानों ने चुनौतियों से जूझते हुए राहत और बचाव के दौरान चार हजार से भी ज्यादा लोगों को बचाया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत राष्‍ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने शुक्रवार को 13वां संस्‍थापना दिवस मनाया। इस समारोह में खुफिया ब्‍यूरो के निदेशक राजीव जैन ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में एनडीआरएफ की भूमिका को सराहते हुए कहा कि पिछले एक दशक से ज्यादा समय से इस बल ने बहादुरी के साथ वि‍विध चुनौतियों का मुकाबला करते हुए और उच्च स्तर के पेशेवर रवैये, संकल्प तथा कड़ी मेहनत का प्रदर्शन करते हुए मुसीबत में फंसे लोगों की जान बचाने का सराहनीय कार्य किया है। इस मौके पर एनडीएमए के सदस्य आर.के.जैन ने आपदा जोखिम में कमी लाने के इसके प्रयासों के तहत देश में 2017 में एनडीआरएफ ने बाढ़ों, भू-स्‍खलनों, नौकाओं के डूबने, रेल दुर्घटनाओं, इमारतों को ढहने जैसी दुर्घटनाओं से संबंधित 447 ऑपरेशन किए और आपदाओं से घिरे 4000 से ज्यादा लोगों की जानें बचाने में अहम भूमिका निभाई और एक लाख लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया है। समरोह में एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार ने देश के खतरा जोखिम और भारत तथा दुनिया भर में आपदा प्रबंधन में हुए महत्‍वपूर्ण बदलावों को रेखांकित किया और कहा कि देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी एनडीआरएफ की गतिविधियों को लोहा माना गया है।
जन जागरूकता पर बल
महानिदेशक संजय कुमार ने आपदा प्रबंधन में जोखिम को कम करने की दिशा में समुदाय से आव्हान किया कि देश में अनुकूलीकरण अभ्‍यास, स्‍कूल सुरक्षा कार्यक्रमों (एसएसपी) एवं कृत्रिम अभ्‍यासों जैसे विभिन्न लोक संपर्क कार्यक्रमों से जागरूता लाने के लिए आगे आए। उन्होंने जानकारी दी कि अभी तक एनडीआरएफ द्वारा 55.5 लाख से अधिक लोगों को संवेदनशील बनाया जा चुका है, के जरिये देश के प्रत्‍येक नागरिक को सुग्राही बनाने के लिए बल द्वारा उठाए गए कदमों को रेखांकित किया। उन्होंने जानकारी दी कि एनडीआरएफ एवं एनएसडीसी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्‍ताक्षर किया गया। इसके अतिरिक्‍त कार्यक्रम के दौरान फेसबुक के साथ भी सहयोग किया गया। फेसबुक के साथ सहयोग की विशेषताओं में लक्षित, भौगोलिक मैसेजिंग, आपदा सूचना कार्यकर्ता एवं समुदाय क्षमता निर्माण शामिल हैं। इस समारोह में एनडीआरएफ के आईजी रवि जोयश कोक्‍कु एवं एनएसडीसी विशाल शर्मा ने भी हिस्सा लिया। 
20Jan-2018

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें