सोमवार, 30 नवंबर 2020

अब कोरोना से निपटने को दिल्‍ली में उतरेगी अर्द्ध सैनिक बलों की चिकित्सा टीम

गृहमंत्री ने दिये 75 चिकित्सक व 350 स्वास्थ्यकर्मी मुहैया कराने के निर्देश हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में फिर से तेजी से पैर पसार रहे कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने फिर से कमान संभाल ली है। इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक दिन पहले दिल्ली सरकार के साथ की समीक्षा बैठक में लिए गये निर्णय के तहत अर्द्ध सैनिक बलों के 75 चिकित्सकों व 350 स्वास्थ्यकर्मियों की टीम को दिल्ली में उतारने के निर्देश जारी कर दिये हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार दिल्ली में फिर से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों से निपटने के लिए दिल्‍ली सरकार के केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। रविवार को दिल्ली सरकार के साथ हुई केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की समीक्षा बैठक के बाद कार्य योजना के तहत गृह मंत्री ने दिल्ली में अर्द्ध सैनिक बलों के अतिरिक्त चिकित्सक और स्वास्थ्य दल मुहैया कराने को कहा था। उसके तहत सोमवार का गृहमंत्री शाह ने आदेश जारी कर दिये हैँ, जिसके तहत अब दिल्‍ली में कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में जुटे अर्द्धसैनिक बलों की चिकित्सकों में से 75 चिकित्सक और 350 स्वास्थ्यकर्मी दिल्ली आएंगे। मंत्रालय के सूत्रों के इनें आईटीबीपी, सशस्त्र सीमा बल, असम राइफल्स और सीआरपीएफ व अन्य बलों के 75 चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार तत्काल प्रभाव से अर्द्ध सैनिक बलों की चिकित्सीय टीम को दिल्ली आने को कहा गया है। उम्मीद जताई गई कि अर्द्ध सैनिक बलों की यह चिकित्सा टीम जल्द ही दिल्ली पहुंच जाएगी। मंत्रालय के अनुसार इन चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को दिल्ली सरकार जरुरत के आधार पर अलग-अलग अस्पतालों में तैनात करेगी। गौरतलब है कि दिल्ली में बनाए गये 10 हजार बेड वाले सबसे बड़े कोविड-अस्पताल सरदार पटेल कोविड हॉस्पिटल में पहले से ही आईटीबीपी के चिकित्सक तैनात हैं। कोविड-19 दिशानिर्देशों के अनुपालन पर बल गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और सरकार के अधिकारियों के साथ कोविड़-19 के संबन्ध में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान केन्‍द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजधानी दिल्‍ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और दिल्‍ली के अस्‍पतालों की मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते दबाव के संदर्भ में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के बाद इस बात पर बल दिया था कि कोविड-19 के होम आइसोलेशन वाले रोगियों की ट्रैकिंग रखने तथा तत्‍काल मेडिकल सुविधा की आवश्‍यकता पड़ने पर उनको तुरंत नियमित अस्‍पतालों में शिफ्ट करने पर विचार किया जाए। वहीं उन्होंने दिल्‍ली सरकार के प्राधिकारियों तथा दिल्‍ली पुलिस आयुक्‍त को आवश्‍यक उपायों, विशेषकर फेस मास्‍क पहनने को कड़ाई से लागू कराने के निर्देश दिये, ताकि समुचित कोविड-19 बिहेवियर के अनुपालन में कोई ढिलाई न हो। वहीं उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि पहले आरंभ किए गए सारे कंटेनमेंट उपायों, जैसे की कंटेनमेंट जोनों की स्‍थापना, कंटेक्‍ट ट्रेसिंग तथा क्‍वारेंटिंग और स्‍क्रीनिंग, विशेषकर समाज के ऐसे वर्ग के लोग जिन्हे संक्रामण की अधिक संभावना की लगातार समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि रोकथाम उपायों को लागू करने में कोई कमी नहीं रह जाए। इन कंटेनमेंट कार्यनीतियों को कड़ाई से लागू करने में कोई ढील नहीं होनी चाहिए। 17Nov-2020

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