रविवार, 1 नवंबर 2020

खादी इंडिया का कोरोना काल में दीपावली गिफ्ट

केवीआईसी ने लांच किया उच्च गुणवत्तायुक्त मलमल का मास्क हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच शुरू हुए त्यौहारों के बीच दीपावली के मौके पर स्वदेशी को प्रोत्साहन देते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने उच्च गुणवत्तायुक्त मलमल का फेस मास्क को बाजार में उतारा है। इससे पहले आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत केवीआई से अनेक आकर्षक फेस मास्क और अन्य उत्पादों को बाजार में उतार चुका है। केंद्रीय सूक्ष्म, मध्यम एवं लघु उद्यम मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि देश में त्योहारों के हुए आगाज को देखते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग के उत्पादों के रूप में दीपावली पर सफेद और लाल रंग के खादी से बने मास्क बाजार में उपलब्ध होंगे। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने इस दो लेयर (परत) वाले वाले मास्क लांच किया है। खास बात है कि इन मास्क पर ‘शुभ दीपावली (हैप्पी दीपावली)’ लिखा होगा, जिसे लोग परंपरागत उपहार देने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना के अनुसार लिमिटेड एडिशन वाले खादी के ये मास्क मलमल से बनाए गए हैं। मलमल एक उच्च गुणवत्ता वाला कपड़ा होता है, जिसे पश्चिम बंगाल के खादी के कारीगर अपने हाथों से बनाते हैं। केवीआईसी दीपावली की तरह ही आने वाले दिनों में क्रिसमस और नव वर्ष के अवसर पर भी स्पेशल मास्क लांच करेगा। इस मलमल के मास्क को लांच करने का फैसला, पिछले दिनों दो परत वाले सूती और तीन लेयर वाले रेशम के मास्क की लोकप्रियता को देखते हुए किया गया है। केवीआईसी ने पिछले महीने में ऐसे करीब 18 लाख मास्क की बिक्री की है। दीपावाली के लिए लांच हुए मलमल के मास्क की कीमत 75 रुपये रखी गई है। जिसे ऑनलाइन केवीआईसी के ई-पोर्टल www.khadiindia.gov.in. से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा दिल्ली स्थिति खादी स्टोर से भी खरीदा जा सकता है। मलमल के कपड़े से मास्क बनाने की एक वजह यह भी है कि वह नमी को मास्क के अंदर ही रखेगा। साथ ही इसके जरिए हवा भी आसानी से आर-पार हो जाएगी। यह मास्क इसलिए भी खास हो जाता है कि यह हाथ से काता गया है, उसे हाथ से ही बुना गया है। जो कि त्वचा के लिए बेहद मुलायम और आरामदेह है। साथ ही इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। मास्क की विशेषता खादी के दूसरे मास्क की तरह मलमल से बना मास्क भी त्वचा के अनुकूल है। इसे मास्‍क को धोकर दोबार उपयोग किया जा सकता है और बॉयोडिग्रेबल यानि पर्यावरण हितैषी भी है। इसके साथ ही कीमत भी आम आदमी के लिए अनुकूल है। इस मास्क में दो लेयर का इस्तेमाल किया गया है, जो कि सफेद मलमल के कपड़े से बनाया गया है। इसके अलावा लाल रंग के छींट उसे कही ज्यादा स्टाइलिश बनाते हैं। जो उसे त्योहार के लिए पूरी तरह अनुकूल बनाते हैं। केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि डबल लेयर (परत) दीपावाली मास्क कम कीमत में ज्यादा वैल्यू देने वाले हैं। महामारी से बचने के लिए केवीआईसी का यह अहम प्रयास है। इसके इस्तेमाल से लोग दीपावली को खास अंदाज में मना सकेंगे। सक्सेना ने कहा कि वायरस के संक्रमण रोकने में सहयोग करने के अलावा केवीआईसी की लगातार कोशिश है कि वह मास्क को कहीं ज्यादा ट्रेडिंग भी बनाए। मलमल से बने यह मास्क हमारी रेंज में और इजाफा करेंगे। केवीआईसी इसके अलावा सूती और रेशम के भी मास्क बना रहा है। इस कदम से अतिरिक्त रोजगार के भी अवसर पैदा हो रहे हैं। 01Nov-2020

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